लक्षद्वीप. लक्षद्वीप (Lakshadweep) में स्कूलों की साप्ताहिक छुट्टी को शुक्रवार से बदलकर रविवार करने का फैसला किया गया है. केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के इस कदम से मुस्लिम (Muslim) बहुल द्वीप समूह में भारी विरोध शुरू हो गया है. कहा जा रहा है कि स्कूल के नए समय से मदरसा व्यवस्था (Madrassa) का टकराव होगा. खास बात है कि 2011 जनगणना (2011 Census) के मुताबिक, लक्षद्वीप में 96 फीसदी आबादी मुस्लिम है. साथ ही यहां शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था दशकों से जारी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रशासन के शिक्षा विभाग की तरफ से 17 दिसंबर को एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें स्कूल का समय और अन्य गतिविधियों में संशोधन के ‘सुझाव’ दिए गए हैं. इसमें कहा गया है कि ऐसा इसलिए किया गया है ताकि संसाधनों के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल और शिक्षा हासिल करने वालों को उचित फायदा और शिक्षण-सीखने की प्रक्रिया को लेकर जरूरी योजना बनाई जा सके.
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प्रशासन की तरफ से जारी आदेश में 2021-22 सत्र के लिए अंग्रेजी और मलयालम माध्यम में विषय वार आवंटन की भी जानकारी है. आदेश में बताया गया है कि सभी शुक्रवार वर्किंग डे होंगे.
लक्षद्वीप के सांसद मोहम्मद फैजल पीपी ने कहा कि 6 दशकों पहले लॉन्च हुए स्कूलों के साथ शुक्रवार छुट्टी का दिन रहा है. उन्होंने कहा, ‘यह फैसला जिला पंचायत, चुने गए प्रतिनिधियों या पीटीए से चर्चा के बगैर लिया गया है. यह एक तरफा फैसला है. लक्षद्वीप के लोग इसे स्वीकार नहीं करेंगे.’ उन्होंने कहा कि नया समय का शुक्रवार सुबह द्वीप पर जारी मदरसा व्यवस्था के साथ भी टकराव होगा.
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Tags: Lakshadweep, Muslims, School
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