Lok Sabha Election में हार के बाद राहुल गांधी की डेस्क पर लगा इस्तीफों का अंबार

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की फाइल फोटो (AP Photo/Altaf Qadri)
लोकसभा चुनाव 2019 में मिली हार के बाद कांग्रेस में नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने दौर शुरू हो चुका है.
- News18Hindi
- Last Updated: May 24, 2019, 2:32 PM IST
लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस पार्टी की करारी हार के बाद अब अध्यक्ष राहुल गांधी की डेस्क पर इस्तीफों का अंबार लग गया है. उत्तर प्रदेश स्थित अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव हारने वाले राहुल को पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष राजबब्बर ने इस्तीफे की पेशकश की है.
इतना ही नहीं कर्नाटक में सरकार होने के बावजूद बुरा प्रदर्शन करने के चलते कर्नाटक कांग्रेस अभियान समिति के अध्यक्ष एचके पाटिल ने इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही कांग्रेस की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने भी इस्तीफे की पेशकश की है.
कांग्रेस की परंपरागत सीट अमेठी में मिली हार के बाद जिला इकाई के अध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा ने भी हार का नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया है.
यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव 2019: जो बीजेपी के 39 साल के इतिहास में कभी नहीं हुआ, मोदी-शाह ने कर दिखाया वो करिश्मा
कांग्रेस की यूपी इकाई के अध्यक्ष राजबब्बर ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए, राहुल गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है. कांग्रेस यूपी में केवल एक सीट (रायबरेली) जीत पाई और राहुल अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से हार गए. राज बब्बर भी फतेहपुर सीकरी सीट से हार गए.
यूपी कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव बक्शी ने बताया कि बब्बर ने राहुल गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है . बक्शी ने बताया कि बब्बर ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया है .
यह भी पढ़ें: कांग्रेस नेता ने कहा- मोदी के खिलाफ 'चौकीदार चोर है' का नारा पार्टी को पड़ा भारी
इससे पहले बब्बर ने ट्वीट किया, 'यूपी कांग्रेस के लिए परिणाम निराशाजनक हैं . अपनी जिम्मेदारी को सही तरीके से नहीं निभा पाने के लिए खुद को दोषी पाता हूं . नेतृत्व से मिलकर अपनी बात रखूंगा . जनता का विश्वास हासिल करने के लिए विजेताओं को बधाई .'

योगेंद्र मिश्रा ने चिट्ठी में लिखा-
वहीं अमेठी इकाई के अध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा ने राहुल गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में कहा कि 'मैं लोकसभा चुनाव वर्ष 2019 में संसदीय क्षेत्र अमेठी से कांग्रेस के हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी- अमेठी पद से इस्तीफा देता हूं.'
यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव-2019: राजस्थान में बीजेपी का मिशन-25 सफल, कांग्रेस का विफल
कांग्रेस की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा, 'मैंने भी चुनाव लड़ा था, पार्टी ने मुझे एक जिम्मेदारी दी थी, मैं इस पराजय के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं और इस पद से इस्तीफा देता हूं. मैंने इस बारे में AICC अध्यक्ष को सूचित कर दिया है.'
पटनायक ने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरसिंह मिश्र की अगुवाई में एक समिति का गठन किया गया है जो प्रदेश में पार्टी की इस जबरदस्त हार के कारणों का पता लगाएगी. राज्य में हुए लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा है. प्रदेश में पार्टी को लोकसभा की एक सीट पर तथा विधानसभा में केवल नौ सीटों से ही संतोष करना पड़ा है.
ओडिशा की 147 सदस्यीय विधानसभा के लिए 2014 में कराए गए चुनाव में पार्टी को 16 सीटें मिली थीं.
कर्नाटक में सरकार होने के बावजूद बुरा प्रदर्शन
इसके साथ ही कर्नाटक कांग्रेस अभियान समिति के अध्यक्ष, एचके पाटिल ने राहुल को लिखी चिट्ठी में कहा कि, 'यह हम सभी के लिए आत्मनिरीक्षण करने का समय है. मुझे लगता है कि जिम्मेदारी निभाना मेरा नैतिक कर्तव्य है, इसलिए, मैं पद से अपना इस्तीफा सौंपता हूं. '
इतना ही नहीं कर्नाटक में सरकार होने के बावजूद बुरा प्रदर्शन करने के चलते कर्नाटक कांग्रेस अभियान समिति के अध्यक्ष एचके पाटिल ने इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही कांग्रेस की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने भी इस्तीफे की पेशकश की है.
कांग्रेस की परंपरागत सीट अमेठी में मिली हार के बाद जिला इकाई के अध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा ने भी हार का नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया है.
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कांग्रेस की यूपी इकाई के अध्यक्ष राजबब्बर ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए, राहुल गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है. कांग्रेस यूपी में केवल एक सीट (रायबरेली) जीत पाई और राहुल अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से हार गए. राज बब्बर भी फतेहपुर सीकरी सीट से हार गए.
यूपी कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव बक्शी ने बताया कि बब्बर ने राहुल गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है . बक्शी ने बताया कि बब्बर ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया है .
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इससे पहले बब्बर ने ट्वीट किया, 'यूपी कांग्रेस के लिए परिणाम निराशाजनक हैं . अपनी जिम्मेदारी को सही तरीके से नहीं निभा पाने के लिए खुद को दोषी पाता हूं . नेतृत्व से मिलकर अपनी बात रखूंगा . जनता का विश्वास हासिल करने के लिए विजेताओं को बधाई .'

योगेंद्र मिश्रा ने चिट्ठी में लिखा-
वहीं अमेठी इकाई के अध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा ने राहुल गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में कहा कि 'मैं लोकसभा चुनाव वर्ष 2019 में संसदीय क्षेत्र अमेठी से कांग्रेस के हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी- अमेठी पद से इस्तीफा देता हूं.'
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कांग्रेस की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा, 'मैंने भी चुनाव लड़ा था, पार्टी ने मुझे एक जिम्मेदारी दी थी, मैं इस पराजय के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं और इस पद से इस्तीफा देता हूं. मैंने इस बारे में AICC अध्यक्ष को सूचित कर दिया है.'
पटनायक ने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरसिंह मिश्र की अगुवाई में एक समिति का गठन किया गया है जो प्रदेश में पार्टी की इस जबरदस्त हार के कारणों का पता लगाएगी. राज्य में हुए लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा है. प्रदेश में पार्टी को लोकसभा की एक सीट पर तथा विधानसभा में केवल नौ सीटों से ही संतोष करना पड़ा है.
ओडिशा की 147 सदस्यीय विधानसभा के लिए 2014 में कराए गए चुनाव में पार्टी को 16 सीटें मिली थीं.
कर्नाटक में सरकार होने के बावजूद बुरा प्रदर्शन
इसके साथ ही कर्नाटक कांग्रेस अभियान समिति के अध्यक्ष, एचके पाटिल ने राहुल को लिखी चिट्ठी में कहा कि, 'यह हम सभी के लिए आत्मनिरीक्षण करने का समय है. मुझे लगता है कि जिम्मेदारी निभाना मेरा नैतिक कर्तव्य है, इसलिए, मैं पद से अपना इस्तीफा सौंपता हूं. '