अस्पताल में आगः स्मृति ईरानी बोलीं- शिशुओं का सुनहरा भविष्य छीन लिया गया

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि रिपोर्ट मिलने के बाद मैं कोई विशेष टिप्पणी करूंगी. (फाइल फोटो)
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने कहा, "घटना की रिपोर्ट मिलने के बाद कोई विशेष टिप्पणी करूंगी. फिलहाल, मैं केवल इतना कहना चाहूंगी कि महाराष्ट्र में बच्चों की मौत देश में हम सभी के लिए दुःख का विषय है.’’
- News18Hindi
- Last Updated: January 9, 2021, 11:30 PM IST
सूरत. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने पड़ोसी महाराष्ट्र (Maharashtra) राज्य के भंडारा में एक अस्पताल में शुक्रवार देर रात आग की घटना में 10 शिशुओं की मौत पर दुख व्यक्त किया और कहा कि उनका "सुनहरा भविष्य" उनसे छीन लिया गया. भंडारा जिला अस्पताल (Bhandara District Hospital) की विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई में आग लगने से शिशुओं की मौत हो गई. इन शिशुओं की आयु एक महीने से तीन महीने के बीच थी.
केंद्रीय मंत्रिमंडल में कपड़ा प्रभार संभालने वाली ईरानी सूरत में तीन दिवसीय सूरत इंटरनेशनल टेक्सटाइल एक्सपो (एसआईटीईएक्स 2021) का उद्घाटन करने के लिए आयी थीं और उनके साथ केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देवश्री चौधरी भी थीं. उन्होंने कहा, ‘‘देवश्री चौधरी, दर्शनबेन जर्दोश (सूरत सांसद) और मैं शिशुओं के परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहते हैं और उन शिशुओं को श्रद्धांजलि देना चाहते हैं, जिनका सुनहरा भविष्य उनसे छीन लिया गया है. मुझे पता चला है कि एनसीपीसीआर (राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग) ने एक रिपोर्ट मांगी है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘रिपोर्ट मिलने के बाद मैं कोई विशेष टिप्पणी करूंगी. फिलहाल, मैं केवल इतना कहना चाहूंगी कि महाराष्ट्र में बच्चों की मौत देश में हम सभी के लिए दुःख का विषय है.’’
ईरानी ने सुबह में ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में आग और उस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शिशुओं की मौत भयावह और दिल दहला देने वाली है. उन बच्चों के अभिभावकों और परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना जिन्होंने अपनी जान गंवायी है. ओम शांति.’’
केंद्रीय मंत्रिमंडल में कपड़ा प्रभार संभालने वाली ईरानी सूरत में तीन दिवसीय सूरत इंटरनेशनल टेक्सटाइल एक्सपो (एसआईटीईएक्स 2021) का उद्घाटन करने के लिए आयी थीं और उनके साथ केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देवश्री चौधरी भी थीं. उन्होंने कहा, ‘‘देवश्री चौधरी, दर्शनबेन जर्दोश (सूरत सांसद) और मैं शिशुओं के परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहते हैं और उन शिशुओं को श्रद्धांजलि देना चाहते हैं, जिनका सुनहरा भविष्य उनसे छीन लिया गया है. मुझे पता चला है कि एनसीपीसीआर (राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग) ने एक रिपोर्ट मांगी है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘रिपोर्ट मिलने के बाद मैं कोई विशेष टिप्पणी करूंगी. फिलहाल, मैं केवल इतना कहना चाहूंगी कि महाराष्ट्र में बच्चों की मौत देश में हम सभी के लिए दुःख का विषय है.’’