बैलेट का इस्तेमाल, ईवीएम का समर्थन करने वाले दलों को हराएगा: NCP

विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले के साथ सीएम उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)
Maharashtra: कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल अतीत में चुनाव में ईवीएम (EVM) में छेड़छाड़ किये जाने का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग (Election Commissioner) से बैलेट पेपर (Ballot Paper) प्रणाली वापस लाने की मांग कर चुके हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: February 3, 2021, 8:05 PM IST
मुंबई. महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने बुधवार को कहा कि अगर मतदान के दौरान बैलेट पेपर (Ballot Paper) का इस्तेमाल किया जाता है तो ईवीएम (EVM) के कारण जिन लोगों ने चुनाव जीते हैं, वे सब 2024 में होने वाले प्रदेश विधानसभा चुनाव (Assembly Election) हार जाएंगे. किसी पार्टी अथवा व्यक्ति का नाम लिए बगैर राकांपा के महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि पार्टी एवं पार्टी के लोग सच्चे अर्थों में यह जानते हैं कि प्रदेश में 2024 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अगर 100 फीसदी बैलेट पेपर का इस्तेमाल होता है तो जिन लोगों ने ईवीएम के इस्तेमाल से चुनाव जीते हैं, वे हार जाएंगे.
महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने राज्य विधानसभा से एक ऐसा कानून बनाने के लिए कहा है, जिसके तहत मतदाताओं को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिये ईवीएम एवं बैलेट पेपर, दोनों का विकल्प उपलब्ध हो. राकांपा प्रवक्ता का यह बयान इसके एक दिन बाद आया है. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल अतीत में चुनाव में ईवीएम में छेड़छाड़ किये जाने का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से बैलेट पेपर प्रणाली वापस लाने की मांग कर चुके हैं.

दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष पर निशाना साधती रही है.
महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने राज्य विधानसभा से एक ऐसा कानून बनाने के लिए कहा है, जिसके तहत मतदाताओं को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिये ईवीएम एवं बैलेट पेपर, दोनों का विकल्प उपलब्ध हो. राकांपा प्रवक्ता का यह बयान इसके एक दिन बाद आया है. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल अतीत में चुनाव में ईवीएम में छेड़छाड़ किये जाने का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से बैलेट पेपर प्रणाली वापस लाने की मांग कर चुके हैं.
दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष पर निशाना साधती रही है.