नेताजी की 125वीं जंयती पर ममता बनर्जी ने निकाली 8 KM लंबी पदयात्रा, कहा- बीजेपी का 'सुभाष प्रेम' खोखला

ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती पर पदयात्रा निकाली.
Netaji Subhash Chandra Bose Jayanti: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने ट्विटर पर बताया कि आजाद हिंद फौज के नाम पर राजरहाट में एक समाधि स्थल पर निर्माण किया जाएगा.
- News18Hindi
- Last Updated: January 23, 2021, 6:28 PM IST
कोलकाता. पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) की जयंती पर आठ किलोमीटर लंबे भव्य पदयात्रा निकाली. इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर भी निशाना साधा. शनिवार को देश नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मना रहा है. इसी कड़ी में देश के अलग-अलग हिस्सों में कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. हालांकि पश्चिम बंगाल में इन कार्यक्रमों से आगामी चुनावों की दशा-दिशा तय की जा रही है.
बनर्जी ने शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एक भव्य जुलूस की शुरुआत की. इससे पहले बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार से 23 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की अपील की. उन्होंने कहा कि आजाद हिंद फौज के नाम पर राजरहाट क्षेत्र में एक समाधि स्थल का निर्माण किया जाएगा और नेताजी के नाम पर एक विश्वविद्यालय की स्थापना भी की जा रही है, जिसका वित्तपोषण पूरी तरह से राज्य सरकार करेगी.
नेताजी ने की थी योजना आयोग और सेना की परिकल्पनारेड रोड पर पैदल मार्च के दौरान ममता ने कहा कि नेता जी ने आजादी से पहले योजना आयोग और भारतीय राष्ट्रीय सेना की परिकल्पना की. नेताजी दूरदर्शी थे. वह (भाजपा) दावा करते हैं कि वह उनका सम्मान करते हैं, लेकिन योजना आयोग को खत्म कर दिया. हम इसे उनकी 125 वीं जयंती के कारण एक भव्य अवसर के रूप में मना रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर बताया कि आजाद हिंद फौज के नाम पर राजरहाट में एक समाधि स्थल पर निर्माण किया जाएगा. वहीं नेताजी के नाम पर एक विश्वविद्यालय की स्थापना भी की जा रही है, जिसका वित्तपोषण पूरी तरह से राज्य सरकार करेगी और इसका संबंध विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ होगा.
बनर्जी ने शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एक भव्य जुलूस की शुरुआत की. इससे पहले बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार से 23 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की अपील की. उन्होंने कहा कि आजाद हिंद फौज के नाम पर राजरहाट क्षेत्र में एक समाधि स्थल का निर्माण किया जाएगा और नेताजी के नाम पर एक विश्वविद्यालय की स्थापना भी की जा रही है, जिसका वित्तपोषण पूरी तरह से राज्य सरकार करेगी.
नेताजी ने की थी योजना आयोग और सेना की परिकल्पनारेड रोड पर पैदल मार्च के दौरान ममता ने कहा कि नेता जी ने आजादी से पहले योजना आयोग और भारतीय राष्ट्रीय सेना की परिकल्पना की. नेताजी दूरदर्शी थे. वह (भाजपा) दावा करते हैं कि वह उनका सम्मान करते हैं, लेकिन योजना आयोग को खत्म कर दिया. हम इसे उनकी 125 वीं जयंती के कारण एक भव्य अवसर के रूप में मना रहे हैं.
बनर्जी ने ट्विटर पर कहा, ‘इस साल कोलकाता में गणतंत्र दिवस की परेड नेताजी को समर्पित होगी. आज दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर एक साइरन बजाया जाएगा. हम सभी लोगों से अपील करते हैं कि वे अपने घरों में शंख बजाएं. केंद्र सरकार को 23 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करना चाहिए. हम यह दिवस देश नायक दिवस के रूप में मना रहे हैं. पश्चिम बंगाल सरकार ने 23 जनवरी, 2022 तक साल भर कार्यक्रमों के आयोजन लिए एक समिति भी गठित की है.’A grand padyatra will be held today. This year's Republic Day parade in Kolkata will also be dedicated to Netaji. A siren will be sounded today at 12.15 PM. We urge everyone to blow shankh at home. Centre must also declare January 23 as a National Holiday. #DeshNayakDibas (3/3)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 23, 2021
#WATCH | West Bengal CM Mamata Banerjee leads a march from Shyam Bazaar to Red Road in Kolkata, on the occasion of 125th birth anniversary of #NetajiSubhashChandraBose pic.twitter.com/s9VpoUqPSa
— ANI (@ANI) January 23, 2021
मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर बताया कि आजाद हिंद फौज के नाम पर राजरहाट में एक समाधि स्थल पर निर्माण किया जाएगा. वहीं नेताजी के नाम पर एक विश्वविद्यालय की स्थापना भी की जा रही है, जिसका वित्तपोषण पूरी तरह से राज्य सरकार करेगी और इसका संबंध विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ होगा.