मेनका गांधी ने शेयर की फर्जी पोस्ट, 600 हाथियों की हत्या का किया गया था दावा!

मलप्पुरम पर ट्वीट को लेकर केरल पुलिस ने मेनका गांधी के खिलाफ मामला दर्ज किया
सोशल मीडिया (social media) पर वायरल हो रही ऐसी ही एक सूचना को भारतीय जनता पार्टी की सांसद मेनका गांधी (Maneka Gandhi) ने शेयर कर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी.
- News18Hindi
- Last Updated: June 6, 2020, 12:08 PM IST
तिरुवनंतपुरम. केरल (Kerala) के पलक्कड़ (Palakkad) में एक गर्भवती हथिनी (Pregnant Elephant) की मौत ने देश में जीव हत्या को लेकर एक बार फिर बहस तेज हो गई है. केरल में हुई इस घटना की हर कोई निंदा कर रहा है. यही नहीं सोशल मीडिया पर भी लोग जमकर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं. इन सबके बीच गलत तथ्यों के आधार पर फर्जी सूचनाएं भी शेयर कर रहे हैं जो तेजी से वायरल हो रही है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ऐसी ही एक सूचना को भारतीय जनता पार्टी की सांसद मेनका गांधी ने शेयर कर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी. मेनिका गांधी ने जिस पोस्ट को शेयर किया है, उसमें दावा किया गया है कि अकेले केरल राज्य में ही हर साल 600 हाथी मार दिए जाते हैं.
इस ट्वीट के जरिए भाजपा नेता मेनका गांधी ने केरल सरकार के दो अधिकारियों और एक मंत्री का नंबर भी शेयर किया था और लोगों से अपील की थी कि वे हाथियों की हत्याओं के बारे में यहां शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इसके साथ ही मेनका गांधी ने एक लंबी पोस्ट लिखी थी, जिसमें दावा किया गया था कि 600 हाथी अकेले केरल में ही हर साल माल दिए जाते हैं. बता दें कि 8 फरवरी 2019 को तत्कालीन पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ महेश शर्मा ने लोकसभा में हाथियों से जुड़े कुछ आंकड़े पेश किए थे.
लोकसभा में बोलते हुए उन्होंने देश को बताया था कि अप्राकृतिक कारणों यानी दुर्घटनाओं से 2018-19 में देश भर में 75 हाथियों की मौत हुई. 2017-18 में कुल 105 हाथियों की हादसे में मौत हुई जबकि 2016-17 में 89 और 2015-16 में 104 हाथियों की मौत दुर्घटना के कारण हुईं थीं. लोकसभा में दिए अपने भाषण में तत्कालीन पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के राज्य मंत्री ने बताया था कि 31 दिसंबर 2018 तक चार सालों में देशभर में कुल 373 हाथियों की मौत हादसे के कारण हुई थी. इस लिहाज से केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक मेनका गांधी का दावा गलत है.इसे भी पढ़ें :-
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ऐसी ही एक सूचना को भारतीय जनता पार्टी की सांसद मेनका गांधी ने शेयर कर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी. मेनिका गांधी ने जिस पोस्ट को शेयर किया है, उसमें दावा किया गया है कि अकेले केरल राज्य में ही हर साल 600 हाथी मार दिए जाते हैं.
इस ट्वीट के जरिए भाजपा नेता मेनका गांधी ने केरल सरकार के दो अधिकारियों और एक मंत्री का नंबर भी शेयर किया था और लोगों से अपील की थी कि वे हाथियों की हत्याओं के बारे में यहां शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इसके साथ ही मेनका गांधी ने एक लंबी पोस्ट लिखी थी, जिसमें दावा किया गया था कि 600 हाथी अकेले केरल में ही हर साल माल दिए जाते हैं. बता दें कि 8 फरवरी 2019 को तत्कालीन पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ महेश शर्मा ने लोकसभा में हाथियों से जुड़े कुछ आंकड़े पेश किए थे.
लोकसभा में बोलते हुए उन्होंने देश को बताया था कि अप्राकृतिक कारणों यानी दुर्घटनाओं से 2018-19 में देश भर में 75 हाथियों की मौत हुई. 2017-18 में कुल 105 हाथियों की हादसे में मौत हुई जबकि 2016-17 में 89 और 2015-16 में 104 हाथियों की मौत दुर्घटना के कारण हुईं थीं. लोकसभा में दिए अपने भाषण में तत्कालीन पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के राज्य मंत्री ने बताया था कि 31 दिसंबर 2018 तक चार सालों में देशभर में कुल 373 हाथियों की मौत हादसे के कारण हुई थी. इस लिहाज से केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक मेनका गांधी का दावा गलत है.इसे भी पढ़ें :-