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जन्मकुंडली नहीं बल्कि हेल्थ कार्ड मिलान से हो शादी, स्वास्थ्य मंत्रालय जारी करेगा कार्ड, जानें क्‍या है खास

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय जल्‍द हेल्‍थ कार्ड जारी करेगा. ( फोटो- news18 )

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय जल्‍द हेल्‍थ कार्ड जारी करेगा. ( फोटो- news18 )

स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया (Health Minister Mansukh Mandaviya) ने कहा कि ट्राइबल लोगों के लिए खास तौर पर हेल्थ ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

ट्राइबल इलाके में बच्‍चों को सिकल सेल एनीमिया से बचाने की मुहिम
देश के ट्राइबल इलाके में लोगों के लिए खास हेल्थ कार्ड जारी होगा
स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने दी मुहिम की जानकारी

नई दिल्‍ली. समाज में पारम्परिक तौर पर शादी के समय लड़का और लड़की की कुंडली मिलायी जाती है. गुणों के मिलने के बाद शादी की जाती है, लेकिन केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) कुंडली की जगह हेल्थ कार्ड मिलान की बात कह रहा है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया (Health Minister Mansukh Mandaviya) ने बताया कि देश में कुछ ऐसी बीमारी है जिससे अगर पुरुष और महिला संक्रमित है तो उसका असर उनके होने वाले बच्चे पर होगा. डॉ मनसुख मांडविया ने कहा कि ऐसी ही बीमारी सिकल सेल एनीमिया है.

स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए ट्राइबल लोगों के लिए खास तौर पर हेल्थ कार्ड जारी किया जा रहा है. जिसका मकसद सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारी पर काबू पाना है. इसके लिए साल 2047 की डेडलाइन तय की गई है. ज्यादातर ट्राइबल इलाके के लोगों में ये बीमारी होती है. ऐसे में ट्राइबल लोगों में पहले ये टेस्ट शुरू किया जाएगा. अगर दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी तो उन्हें बच्चा नहीं करने की सलाह दी जाएगी.

क्या है सिकल सेल एनिमिया?
सिकल सेल एनीमिया बीमारी खास तौर पर ट्राइबल बच्च्चों में होती है. इस बीमारी का असर ऐसा है कि बच्चा एक उम्र की सीमा पार करके उसके जीवन की संभावना काफी कम रह जाती है. इसे ध्यान में रखते हुए नया टेस्ट और कार्ड शुरू किया जा रहा है. लड़का और लड़की का हेल्थ कार्ड बनाया जा रहा है जिससे कि इस तरह की बीमारी का पता लगाया जा सके.

टेस्ट का रिपोर्ट जल्द
पहले  सिकल सेल एनीमिया का टेस्ट में समय लगता था लेकिन अब तत्काल प्रभाव से टेस्ट हो पाएगा और रिजल्ट भी जल्दी आ जाएगा. इससे यह पता चल पाएगा कि व्यक्ति सिकल सेल बीमारी से पीड़ित है या नहीं. देश के 200 ऐसे जिले हैं जहां इस बीमारी से पीड़ित बच्चे अधिक है. जिसमें मध्यप्रदेश, गुजरात, झारखंड, ओडिशा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ शामिल हैं.

छत्तीसगढ़ से शुरू होगी
अभियान की शुरुआत छत्तीसगढ़ से होगी. इसके लिए राज्य सरकार को बजट मुहैया कराया जाएगा. डॉ मनसुख मांडविया ने बताया कि शुरूआत उन राज्यों को चुना गया है जहां सबसे अधिक ट्राइबल रहते हैं. उन्होंने कहा कि इस अभियान के लिए 40℅ धन राज्य सरकार और 60℅ रकम केन्द्र सरकार देगी.

Tags: Health Minister Mansukh Mandaviya, Horoscope, Union health ministry

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