मुंबई: लॉकडाउन के विरोध में सड़क पर उतरे व्यापारी, रिस्ट्रिक्शन को बताया सरकार की तानाशाही

महाराष्ट्र में वीकेंड पर रहेगा लॉकडाउन (फाइल फोटो)
Maharashtra Latest news in Hindi: शिवसेना प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि सरकार व्यापारियों के साथ है अगर व्यापारियों को नुकसान हो रहा है तो सरकार को भी नुकसान हो रहा है. लेकिन इस समय सरकार की प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है.
- News18Hindi
- Last Updated: April 7, 2021, 9:23 PM IST
मुंबई. महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के हालात बेकाबू हो रहे हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने वीकेंड पर लॉकडाउन ऐलान कर दिया है. इसी बीच मुंबई के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन हो रहा है. व्यापारी कोरोना को रोकने के लिए लगाए गए रिस्ट्रिक्शन के खिलाफ है. शहर के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन करने वाले व्यापारियों का कहना है कि कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा जो निर्देश दिए गए हैं, उसमें छोटे कारोबारियों का ध्यान नहीं रखा गया है.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी व्यापारियों के साथ मिलकर कांदिवली में मोर्चा निकाला और इसे सरकार का तानाशाही कदम बताया. कुछ व्यापारी बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने उनके घर पहुंच गए और सरकार की वजह से व्यापारियों को हो रही दिक्कतों के बारे में बताया.
व्यापारियों और सरकार दोनों को नुकसान
बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर ने कहा कि सरकार का रवैया आम जन मानस के खिलाफ है और तानाशाही है. सरकार और बीएमसी में सत्ता पर काबिज शिवसेना अपने आपको घिरता देख बचाव की मुद्रा में आई और शिवसेना प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि सरकार व्यापारियों के साथ है अगर व्यापारियों को नुकसान हो रहा है तो सरकार को भी नुकसान हो रहा है. लेकिन इस समय सरकार की प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है.ये भी पढ़ेंः- लता मंगेशकर का जिक्र कर 'टीचर' नरेंद्र मोदी ने छात्रों को दी परीक्षा पर सीख
कांग्रेस ने की राजनीति न करने की अपील
व्यापारी सरकार के साथ सहयोग करेंगे इसका मुझे पूरा विश्वास है. कांग्रेस ने भी इस मामले पर बीजेपी से राजनीति न करने की अपील की है. साथ ही कहा है कि केंद्र से ज्यादा से ज्यादा व्यक्ति महाराष्ट्र को सप्लाई करवाए.

दरअसल, सरकार के नए नियम के बाद मुंबई सहित आसपास के इलाके में अचानक व्यापारियों के भीतर अफरा-तफरी फैल गई सरकार ने नियम में पहले सुबह में सिर्फ धारा 144 की बात कही थी लेकिन बाद दुकानों को बंद करा दिया गया जिससे व्यापारी नाराज हो गए.
बता दें कि बीएमसी कमिश्नर आईएस चहल ने मुंबई के सभी 24 वॉर्ड ऑफिसर्स को निर्देश दिया है कि मंगलवार से दिन में अतिआवश्यक सेवा की दुकानें छोड़कर अन्य दुकानें बंद कराने के इंतजाम किए जाएं. यह नियम मुंबई में 30 अप्रैल तक लागू रहेगा. उसके बाद कोरोना की स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी व्यापारियों के साथ मिलकर कांदिवली में मोर्चा निकाला और इसे सरकार का तानाशाही कदम बताया. कुछ व्यापारी बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने उनके घर पहुंच गए और सरकार की वजह से व्यापारियों को हो रही दिक्कतों के बारे में बताया.
व्यापारियों और सरकार दोनों को नुकसान
बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर ने कहा कि सरकार का रवैया आम जन मानस के खिलाफ है और तानाशाही है. सरकार और बीएमसी में सत्ता पर काबिज शिवसेना अपने आपको घिरता देख बचाव की मुद्रा में आई और शिवसेना प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि सरकार व्यापारियों के साथ है अगर व्यापारियों को नुकसान हो रहा है तो सरकार को भी नुकसान हो रहा है. लेकिन इस समय सरकार की प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है.ये भी पढ़ेंः- लता मंगेशकर का जिक्र कर 'टीचर' नरेंद्र मोदी ने छात्रों को दी परीक्षा पर सीख
कांग्रेस ने की राजनीति न करने की अपील
व्यापारी सरकार के साथ सहयोग करेंगे इसका मुझे पूरा विश्वास है. कांग्रेस ने भी इस मामले पर बीजेपी से राजनीति न करने की अपील की है. साथ ही कहा है कि केंद्र से ज्यादा से ज्यादा व्यक्ति महाराष्ट्र को सप्लाई करवाए.
दरअसल, सरकार के नए नियम के बाद मुंबई सहित आसपास के इलाके में अचानक व्यापारियों के भीतर अफरा-तफरी फैल गई सरकार ने नियम में पहले सुबह में सिर्फ धारा 144 की बात कही थी लेकिन बाद दुकानों को बंद करा दिया गया जिससे व्यापारी नाराज हो गए.
बता दें कि बीएमसी कमिश्नर आईएस चहल ने मुंबई के सभी 24 वॉर्ड ऑफिसर्स को निर्देश दिया है कि मंगलवार से दिन में अतिआवश्यक सेवा की दुकानें छोड़कर अन्य दुकानें बंद कराने के इंतजाम किए जाएं. यह नियम मुंबई में 30 अप्रैल तक लागू रहेगा. उसके बाद कोरोना की स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा.