राष्ट्रपति अभिभाषण के सहारे मोदी सरकार 2.0 ने साफ किया अपना एजेंडा

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के सहारे मोदी सरकार-2 ने अपना एजेंडा साफ कर दिया है. (तस्वीर- पीटीआई)
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने अभिभाषण में जहां राष्ट्र की सुरक्षा पर बात करते हुए सेना को नए संशाधन देने की बात की वहीं आर्थिक क्षेत्र में सरकार देश की अर्थव्यस्था को 5 ट्रिलियन करने का लक्ष्य दोहराया.
- News18Hindi
- Last Updated: June 20, 2019, 4:31 PM IST
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के सहारे मोदी सरकार-2 ने अपना एजेंडा साफ कर दिया. राष्ट्रपति के अभिभाषण में देश के राष्ट्रवाद, आर्थिक विकास, किसान कल्यण जैसे मुद्दों पर सरकार का रुख साफ हो गया है. राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद ये साफ हो गया है कि सरकार आने वाले 5 सालों में ग्रामीण भारत और शहरी भारत में तालमेल बनाने का पूरा प्रयास करेगी.
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में जहां राष्ट्र की सुरक्षा पर बात करते हुए सेना को नए संशाधन देने की बात की वहीं आर्थिक क्षेत्र में सरकार देश की अर्थव्यस्था को 5 ट्रिलियन करने का लक्ष्य दोहराया. सराकर ये समझती है कि कृषि प्रधान इस देश में किसानों की आय बढ़ाए बिना ये लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता है, इसलिए सरकार ने किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लक्ष्य के साथ-साथ हर किसान के सिर पर पक्की छत्त, जैसी जरूरी सुविधाओं पर भी जोर दिया.
लगातार गांव से हो रहे पलायन को देखते हुए सरकार गांव में भी हर घर को बिजली कनेक्शन, स्वच्छ ईधन, मेडिकल सुविधा और हर गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने जैसी सरकार की प्राथमिकताओं का जिक्र किया. सरकार का जोर आने वाले पांच सालों में स्वच्छता अभियान पर भी जारी रहेगा. पिछले लोकसभा चुनाव में गंगा की सफाई एक बड़ा मुद्दा था ऐसे में राष्ट्रपति के अभिभाषण में गंगा की अविरल धारा पर भी बल दिया गया.
महामहिम ने अपने भाषण में एक राष्ट्र एक चुनाव जैसे मुद्दे का जिक्र कर ये साफ कर दिया कि भले ही सरकार इस मुद्दे पर पिछले पांच साल धीरे-धीरे चली हो, लेकिन मोदी-2 में सरकार इस मुद्दे पर तेजी से आगे बढ़ेगी. कुल मिलाकर ये कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले 5 सालों में सरकार कि प्राथमिकता देश का आम आदमी और उसकी समस्या होगी और इसके लिए सरकार केवल पूंजीपतियों पर भरोसा करने के बजाय देश में कृषि को बढ़ावा देने के साथ कुटिर और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देगी.ये भी पढ़ें: ऐसा होगा पीएम का नया भारत, राष्ट्रपति ने बताईं 12 बड़ी बातें
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में जहां राष्ट्र की सुरक्षा पर बात करते हुए सेना को नए संशाधन देने की बात की वहीं आर्थिक क्षेत्र में सरकार देश की अर्थव्यस्था को 5 ट्रिलियन करने का लक्ष्य दोहराया. सराकर ये समझती है कि कृषि प्रधान इस देश में किसानों की आय बढ़ाए बिना ये लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता है, इसलिए सरकार ने किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लक्ष्य के साथ-साथ हर किसान के सिर पर पक्की छत्त, जैसी जरूरी सुविधाओं पर भी जोर दिया.
लगातार गांव से हो रहे पलायन को देखते हुए सरकार गांव में भी हर घर को बिजली कनेक्शन, स्वच्छ ईधन, मेडिकल सुविधा और हर गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने जैसी सरकार की प्राथमिकताओं का जिक्र किया. सरकार का जोर आने वाले पांच सालों में स्वच्छता अभियान पर भी जारी रहेगा. पिछले लोकसभा चुनाव में गंगा की सफाई एक बड़ा मुद्दा था ऐसे में राष्ट्रपति के अभिभाषण में गंगा की अविरल धारा पर भी बल दिया गया.
महामहिम ने अपने भाषण में एक राष्ट्र एक चुनाव जैसे मुद्दे का जिक्र कर ये साफ कर दिया कि भले ही सरकार इस मुद्दे पर पिछले पांच साल धीरे-धीरे चली हो, लेकिन मोदी-2 में सरकार इस मुद्दे पर तेजी से आगे बढ़ेगी. कुल मिलाकर ये कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले 5 सालों में सरकार कि प्राथमिकता देश का आम आदमी और उसकी समस्या होगी और इसके लिए सरकार केवल पूंजीपतियों पर भरोसा करने के बजाय देश में कृषि को बढ़ावा देने के साथ कुटिर और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देगी.ये भी पढ़ें: ऐसा होगा पीएम का नया भारत, राष्ट्रपति ने बताईं 12 बड़ी बातें