Exclusive: कोरोना काल में बेरोजगार हुए लोगों में बंटे 16 करोड़, श्रम मंत्रालय में रोजाना आ रहे एक हजार आवेदन

कोरोना के चलते हजारों लोगों ने अपना रोजगार गंवा दिया. जिसे देखते हुए केंद्रीय श्रम मंत्रालय के अधीन ईएसआईसी के तहत अटल बीमित व्याक्ति कल्या ण योजना शुरू की गई.
केंद्रीय श्रम मंत्रालय (Labour Ministry) की अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना (Atal Beemit Vyakti Kalyan Yojna) के तहत कोरोना काल के दौरान बेरोजगार (Unemployed) हुए लोगों को सैलरी का 50 फीसदी हिस्सा अधिकतम तीन महीने तक ही दिया जाता है. ईएसआईसी (ESIC) के मुताबिक तीन महीने वह समय है जब कि कोई भी बेरोजगार अपने लिए नई नौकरी (Job) ढूंढ ले.
- News18Hindi
- Last Updated: December 7, 2020, 11:34 AM IST
नई दिल्ली. कोरोना काल (Coronavirus Pandemic) के दौरान नौकरी गंवाने वाले लोगों के लिए श्रम मंत्रालय (Labour Ministry) की अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना (Atal Beemit Vyakti Kalyan Yojna) बहुत लाभदायक साबित हो रही है. सरकार की तरफ से इसके नियम बदलने और मिलने वाले लाभ की राशि बढ़ाकर सैलरी का 50 फीसदी करने के बाद बेरोजगार (Unemployed) हुए लोगों का अच्छा रुझान भी देखने को मिल रहा है. कर्मचारी राज्य बीमा निगम से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक करीब 36 हजार लोग इस योजना के तहत आवेदन कर चुके हैं. साथ ही देशभर से करीब एक हजार आवेदन रोजाना आ रहे हैं.
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) में इंश्योरेंस कमिश्नर, रेवेन्यू एंड बेनिफिट, एम के शर्मा बताते हैं कि इस योजना के तहत सैलरी का 50 फीसदी हिस्सा अधिकतम तीन महीने तक ही दिया जाता है. तीन महीने वह समय है जबकि कोई भी बेरोजगार अपने लिए नई नौकरी ढूंढ ले. इसी बीच अगर किसी की नौकरी लग जाती है और उसका ईएसआईसी में योगदान आने लगता है तो यह राशि तीन महीने से पहले ही बंद कर दी जाती है.
इंश्योरेंस कमिश्नर शर्मा ने बताया कि अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना (ABVKY) में अभी तक कुल 36 हजार लोग आवेदन कर चुके हैं. वहीं 30 नवंबर तक 16 हजार लोगों को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है. इन 16 हजार लोगों को सैलरी का 50 फीसदी हिस्सा देने में अभी तक सरकार के 16 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वहीं बाकी बचे 20 हजार लोगों के आवेदनों की जांच की जा रही है और भुगतान की कार्रवाई चल रही है.
बता दें कि कोरोना के चलते हजारों लोगों ने अपना रोजगार गंवा दिया. जिसे देखते हुए केंद्रीय श्रम मंत्रालय के अधीन ईएसआईसी के तहत अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना शुरू की गई. ऐसे में ईएसआईसी के तहत लाभ पाने वाले वे सभी लोग इस योजना का लाभ उठा सकते हैं जो कोरोना काल में बेरोजगार हो गए हैं. देशभर में ईएसआईसी के तहत लाभार्थियों की संख्या साढ़े तीन करोड़ है. जिनमें से कुछ लोगों की कोरोना और लॉकडाउन के दौरान नौकरियां चली गई थीं या कंपनियां बंद हो गई थीं.
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) में इंश्योरेंस कमिश्नर, रेवेन्यू एंड बेनिफिट, एम के शर्मा बताते हैं कि इस योजना के तहत सैलरी का 50 फीसदी हिस्सा अधिकतम तीन महीने तक ही दिया जाता है. तीन महीने वह समय है जबकि कोई भी बेरोजगार अपने लिए नई नौकरी ढूंढ ले. इसी बीच अगर किसी की नौकरी लग जाती है और उसका ईएसआईसी में योगदान आने लगता है तो यह राशि तीन महीने से पहले ही बंद कर दी जाती है.
इंश्योरेंस कमिश्नर शर्मा ने बताया कि अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना (ABVKY) में अभी तक कुल 36 हजार लोग आवेदन कर चुके हैं. वहीं 30 नवंबर तक 16 हजार लोगों को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है. इन 16 हजार लोगों को सैलरी का 50 फीसदी हिस्सा देने में अभी तक सरकार के 16 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वहीं बाकी बचे 20 हजार लोगों के आवेदनों की जांच की जा रही है और भुगतान की कार्रवाई चल रही है.
बता दें कि कोरोना के चलते हजारों लोगों ने अपना रोजगार गंवा दिया. जिसे देखते हुए केंद्रीय श्रम मंत्रालय के अधीन ईएसआईसी के तहत अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना शुरू की गई. ऐसे में ईएसआईसी के तहत लाभ पाने वाले वे सभी लोग इस योजना का लाभ उठा सकते हैं जो कोरोना काल में बेरोजगार हो गए हैं. देशभर में ईएसआईसी के तहत लाभार्थियों की संख्या साढ़े तीन करोड़ है. जिनमें से कुछ लोगों की कोरोना और लॉकडाउन के दौरान नौकरियां चली गई थीं या कंपनियां बंद हो गई थीं.