चंडीगढ़. मोहाली ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार किए गए तरनतारन के गांव कुल्ला पट्टी निवासी निशान सिंह ने दो आतंकियों को रॉकेट प्रिपेयर्ड ग्रेनेड (RGP) मुहैया करवाने की बात कबूल कर ली है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि निशान ने कबूल किया है कि दोनों आतंकियों को उसने ही आरपीजी उपलब्ध करवाया था. पूछताछ के दौरान निशान सिंह ने खुलासा किया कि उसे तरनतारन और अमृतसर के बीच तीन लोगों ने आरपीजी सौंपी थी. वे तीन लोग कौन थे, उसे मालूम नहीं है.
अदालत ने निशान सिंह को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. बता दें कि बीते बुधवार को पुलिस ने आतंकियों को अमृतसर में पनाह देने के आरोपी निशान सिंह और उसके साले सोनू समेत तीन आरोपियों को हिरासत में लिया था.
निशान पर दर्ज हैं कई अपराधिक मामले
पुलिस को इस बात का शक था कि दोनों आतंकियों को आरपीजी मुहैया करवाने वाला निशान सिंह ही है. निशान सिंह का नाम बी श्रेणी के अपराधियों की सूची में दर्ज है. उस पर फरीदकोट, तरनतारन, मोगा, अमृतसर और गुरदासपुर में हत्या के प्रयास और हेरोइन तस्करी के मामले दर्ज हैं. चार साल जेल में रह चुका आरोपी निशान 18 अप्रैल को ही जमानत पर फरीदकोट जेल से बाहर आया था, जबकि जगरूप सिंह 25 दिन पहले पैरोल पर आया था. सूत्रों के मुताबिक तरनतारन में गांव कुल्ला पट्टी के निशान सिंह, उसके साले सोनू निवासी अमृतसर और जगरूप सिंह निवासी मेहंदीपुर, खेमकरण से जब कड़ी पूछताछ की गई, तो निशान ने आतंकियों को आरपीजी मुहैया करवाने की बात स्वीकार कर ली.
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सरहद के करीब रहते हैं आरोपी
रिपोर्ट के मुताबिक जगरूप पर अपने भाई चढ़त सिंह के साथ खेमकरण में एक मंदिर कमेटी के प्रधान की हत्या का केस दर्ज है. निशान ने अपने साले सोनू को दोनों आतंकियों को अमृतसर में ठहराने के लिए कहा था. जगरूप का गांव सरहद से चार और निशान का गांव सीमा से 40 किमी दूर है.
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