फंसे नाविकों की जल्द रिहाई के लिए चीनी दूतावास के सामने मौन प्रदर्शन करेगा MUI

मर्चेंट नेवी के अधिकारियों के सबसे पुराने संगठन मैरीटाईम यूनियन ऑफ इंडिया (एमयूआई) ने सरकार से 11 जनवरी को चीनी दूतावास के सामने मौन प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी है (सांकेतिक तस्वीर)
Indians In China: बयान के अनुसार भारतीय नाविकों के परिवार इस कोरोना वायरस महमारी (Coronavirus Pandemic) के दौरान बहुत परेशान रहे और वे एमयूआई से मदद की गुहार लगाते रहे.
- भाषा
- Last Updated: January 4, 2021, 10:46 PM IST
नई दिल्ली. समुद्री निकाय एमयूआई (MUI) ने सोमवार को कहा कि विभिन्न चीनी बंदरगाहों (Chinese Port) पर मालवाहक जहाजों में फंसे भारतीय नाविकों (Indian Sailors) की शीघ्र रिहाई के वास्ते दबाव बनाने लिए उसने यहां चीनी दूतावास (Chinese Embassy) के सामने मौन प्रदर्शन करने की योजना बनायी है. सरकार ने पिछले सप्ताह कहा था कि चीन (China में फंसे 39 नाविकों को शीघ्र ही वापस लाया जाएगा और इस संबंध में पड़ोसी देश के साथ राजनयिक स्तर पर बातचीत चल रही है.
मर्चेंट नेवी के अधिकारियों के सबसे पुराने संगठन मैरीटाईम यूनियन ऑफ इंडिया (एमयूआई) ने सरकार से 11 जनवरी को चीनी दूतावास के सामने मौन प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी है. उसने एक बयान में कहा कि पिछले छह महीने से चीनी बंदरगाहों--काओफीडियान, जिंगतांग, बायीकुआन पर 40 से अधिक जहाजों में भारतीय नाविक फंसे हुए हैं. उसने कहा, ‘‘ दुर्भाग्य से चीन सरकार आस्ट्रेलिया जैसे देशों से भेजे गये माल को उतारने के लिए जहाजों को बंदरगाहों पर नहीं जाने दे रही है.’’
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ये भारतीय नाविक विस्तारित अनुबंध पर इन जहाजों पर कार्यरत हैं.महामारी के दौरान परेशान रहे नाविक
बयान के अनुसार भारतीय नाविकों के परिवार इस कोरोना वायरस महमारी (Coronavirus Pandemic) के दौरान बहुत परेशान रहे और वे एमयूआई से मदद की गुहार लगाते रहे. एमयूआई का कहना है कि भारतीय नाविक मानसिक थकान, तनाव, मनोवैज्ञानिक मुद्दों से जूझ रहे हैं और चीनी प्रशासन उन्हें जहाजों पर ही बने रहने के लिए बाध्य कर रहे हैं.
एमूयआई महासचिव अमर सिंह ठाकुर ने कहा, ‘‘ हमने 11 जनवरी को नयी दिल्ली में चीन के दूतावास के सामने प्रदर्शन की योजना बनायी है. हमने नयी दिल्ली पुलिस से इस प्रदर्शन की इजाजत मांगी है क्योंकि एमयूआई के 100 से अधिक सदस्य एक दूसरे से दूरी, मास्क, सेनेटाईजर आदि के इस्तेमाल के साथ प्रस्तावित धरने में भाग लेंगे.’’
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एमयूआई ने इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट वर्कर्स के नयी दिल्ली कार्यालय से भारतीय नाविकों की सुरक्षित और शीघ्र वापसी में सहयोग मांगा है.
मर्चेंट नेवी के अधिकारियों के सबसे पुराने संगठन मैरीटाईम यूनियन ऑफ इंडिया (एमयूआई) ने सरकार से 11 जनवरी को चीनी दूतावास के सामने मौन प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी है. उसने एक बयान में कहा कि पिछले छह महीने से चीनी बंदरगाहों--काओफीडियान, जिंगतांग, बायीकुआन पर 40 से अधिक जहाजों में भारतीय नाविक फंसे हुए हैं. उसने कहा, ‘‘ दुर्भाग्य से चीन सरकार आस्ट्रेलिया जैसे देशों से भेजे गये माल को उतारने के लिए जहाजों को बंदरगाहों पर नहीं जाने दे रही है.’’
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बयान के अनुसार भारतीय नाविकों के परिवार इस कोरोना वायरस महमारी (Coronavirus Pandemic) के दौरान बहुत परेशान रहे और वे एमयूआई से मदद की गुहार लगाते रहे. एमयूआई का कहना है कि भारतीय नाविक मानसिक थकान, तनाव, मनोवैज्ञानिक मुद्दों से जूझ रहे हैं और चीनी प्रशासन उन्हें जहाजों पर ही बने रहने के लिए बाध्य कर रहे हैं.
एमूयआई महासचिव अमर सिंह ठाकुर ने कहा, ‘‘ हमने 11 जनवरी को नयी दिल्ली में चीन के दूतावास के सामने प्रदर्शन की योजना बनायी है. हमने नयी दिल्ली पुलिस से इस प्रदर्शन की इजाजत मांगी है क्योंकि एमयूआई के 100 से अधिक सदस्य एक दूसरे से दूरी, मास्क, सेनेटाईजर आदि के इस्तेमाल के साथ प्रस्तावित धरने में भाग लेंगे.’’
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