बंगाल में बंटेगा मुस्लिम वोट! ममता को टक्कर देने के लिए मौलाना अब्बास ने बनाई पार्टी

अब्बास सिद्दीकी की पार्टी से ममता बनर्जी को नुकसान होने की बात कही जा रही है. (फाइल फोटो)
अब्बास सिद्दीकी (Abbas Siddiqui) से पूछा गया कि नया राजनीतिक संगठन बनाने और चुनाव लड़ने से क्या अल्पसंख्यक वोटों का बंटवारा होगा, जिससे तृणमूल कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है तो उन्होंने जवाब दिया-सत्तारूढ़ पार्टी की चुनावी संभावनाओं के बारे में चिंता करना उनका काम नहीं है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 22, 2021, 9:26 PM IST
कोलकाता. पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में फुरफुरा शरीफ दरगाह (Furfura Sharif Dargah) के एक प्रभावशाली मौलाना अब्बास सिद्दीकी (Abbas Siddiqui) ने आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बृहस्पतिवार को एक नया राजनीतिक संगठन ‘इंडियन सेकुलर फ्रंट’ (आईएसएफ) बनाया. पीरजादा सिद्दीकी ने कहा कि नव गठित संगठन राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी 294 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है.
'आने वाले दिनों में, हम जनता तक पहुंचने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे’
कोलकाता प्रेस क्लब में अपने राजनीतिक संगठन की शुरुआत के मौके पर सूफी मजार के प्रमुख सिद्दीकी ने कहा, ‘हमने इस पार्टी का गठन यह सुनिश्चित करने के लिए किया है कि संवैधानिक लोकतंत्र की रक्षा हो, सभी को सामाजिक न्याय मिले और हम सभी सम्मान के साथ रहें.’ उन्होंने कहा, ‘आने वाले दिनों में, हम जनता तक पहुंचने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे.’
कहा-हमें सत्ताधारी तृणमूल के नुकसान की चिंता नहीं
जब उनसे पूछा गया कि नया राजनीतिक संगठन बनाने और चुनाव लड़ने से क्या अल्पसंख्यक वोटों का बंटवारा होगा, जिससे तृणमूल कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है, सिद्दीकी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी की चुनाव संभावनाओं के बारे में चिंता करना उनका काम नहीं है. तृणमूल कांग्रेस के साथ एक गठबंधन की संभावना के बारे में किये गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘भाजपा के मार्च को रोकने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में सभी को साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी ममता बनर्जी की है.’ पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए अप्रैल-मई में चुनाव होने की संभावना है.
'आने वाले दिनों में, हम जनता तक पहुंचने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे’
कोलकाता प्रेस क्लब में अपने राजनीतिक संगठन की शुरुआत के मौके पर सूफी मजार के प्रमुख सिद्दीकी ने कहा, ‘हमने इस पार्टी का गठन यह सुनिश्चित करने के लिए किया है कि संवैधानिक लोकतंत्र की रक्षा हो, सभी को सामाजिक न्याय मिले और हम सभी सम्मान के साथ रहें.’ उन्होंने कहा, ‘आने वाले दिनों में, हम जनता तक पहुंचने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे.’
कहा-हमें सत्ताधारी तृणमूल के नुकसान की चिंता नहीं
जब उनसे पूछा गया कि नया राजनीतिक संगठन बनाने और चुनाव लड़ने से क्या अल्पसंख्यक वोटों का बंटवारा होगा, जिससे तृणमूल कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है, सिद्दीकी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी की चुनाव संभावनाओं के बारे में चिंता करना उनका काम नहीं है. तृणमूल कांग्रेस के साथ एक गठबंधन की संभावना के बारे में किये गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘भाजपा के मार्च को रोकने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में सभी को साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी ममता बनर्जी की है.’ पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए अप्रैल-मई में चुनाव होने की संभावना है.