नागपुर. महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चद्रकांत पाटिल ने बुधवार को कहा कि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार पर जब तक दबाव नहीं डाला जाता तब तक वह किसी की बात नहीं सुनती. पाटिल ने लंबे समय बाद राज्य में मंदिर पुनः खोलने के निर्णय का हवाला देते हुए यह बात कही. भारतीय जनता पार्टी के एक आयोजन को संबोधित करते हुए पाटिल ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से गांवों में जाकर ओबीसी कोटा के बारे में जागरूकता पैदा करने को कहा. बीजेपी के ओबीसी जागर अभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘एमवीए सरकार ओबीसी समुदाय के लोगों को राजनीतिक आरक्षण देना नहीं चाहती. अगर ओबीसी के लिए राजनीतिक आरक्षण जारी रखना है तो हम सबको गांव में जाकर लोगों के बीच आरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा करनी होगी.’
उन्होंने कहा, ‘यह सरकार तब तक नहीं सुनती जब तक उस पर दबाव नहीं बनता. क्या उन्होंने मंदिर खुद खोले थे? महाराष्ट्र में मंदिरों को पुनः खोलने के लिए हमें विरोध प्रदर्शन करना पड़ा था.’ महाराष्ट्र में कोविड-19 के कारण लगभग छह महीने तक बंद रहने के बाद सात अक्टूबर से मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों को खोला गया था. पाटिल ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों से संपर्क कर उन्हें उनके अधिकारों से अवगत कराने की आवश्यकता पर बल दिया.
उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से तालुका स्तर पर लोगों के पास प्रश्नावली के साथ जाने का आग्रह किया. पाटिल ने कहा कि कार्यकर्ताओं को लोगों से पूछना चाहिए कि ओबीसी कोटा की शुरुआत किसने की और जब इसका क्रियान्वयन किया गया तो सत्ता में कौन था.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: BJP, Chandrakant Patil, Chief Minister Uddhav Thackeray, CM Uddhav Thackeray, Maharashtra, Maharashtra News