बंगाल विधानसभा चुनाव: ममता की चोट पर EC का एक्शन- DM का ट्रांसफर और SP सस्पेंड

ममता बनर्जी ने हमले का जिक्र कर षड्यंत्र की आशंका जाहिर की थी. (फाइल फोटो)
Nandigram incident: ममता बनर्जी बुधवार को नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान गिर गई थीं और उनके बाएं पैर एवं कमर में चोटें आई थीं. आरोप है कि अज्ञात लोगों ने उन्हें धक्का दिया था.
- News18Hindi
- Last Updated: March 14, 2021, 9:35 PM IST
नई दिल्ली. चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर नंदीग्राम में पूर्व नियोजित हमला होने की बात से इनकार करते हुए रविवार को संकेत दिये कि सुरक्षा में चूक के चलते उन्हें चोटें आईं. ANI के मुताबिक आयोग ने दो विशेष चुनाव पर्यवेक्षकों एवं राज्य सरकार की रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद निष्कर्ष निकाला कि तृणमूल कांग्रेस की नेता बनर्जी को जो चोटें आई हैं, वे उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे कर्मियों की चूक का परिणाम हैं. रिपोर्टों के आधार पर चुनाव आयोग ने कई निर्देश जारी किए हैं. इसके बाद चुनाव आयोग ने विवेक सहाय को सुरक्षा और स्थल, निदेशक पद से हटा दिया है. आयोग ने कहा, "एक हफ्ते के भीतर उनके खिलाफ मामले तय होने चाहिए. जेड प्लस सिक्योरिटी प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा की प्राथमिक जिम्मेदारी निभाने में वे पूरी तरह असफल रहे हैं."
अधिकारियों पर चला आयोग का डंडा
इसके साथ आयोग ने आईएएस अधिकारी स्मिता पांडे को पूर्वी मेदिनीपुर के डीएम और डीईओ (जिला चुनाव अधिकारी) के तौर पर तैनात किया है. स्मिता पांडे, विभु गोयल की जगह लेंगी, जिन्हें चुनाव ड्यूटी से हटा दिया गया है. चुनाव आयोग ने नंदीग्राम प्रकरण पर पूर्वी मेदिनीपुर के एसपी प्रवीण प्रकाश को भी निलंबित कर दिया है. आयोग ने कहा कि बंदोबस्त कर पाने में नाकाम रहने के चलते उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए. इसके साथ ही पंजाब के पूर्व डीजीपी इंटेलिजेंस अनिल कुमार शर्मा को पश्चिम बंगाल में स्पेशल पुलिस ऑब्जर्वर के तौर पर तैनात किया है. विवेक दुबे के अलावा एके शर्मा बंगाल में चुनाव आयोग के दूसरे स्पेशल पुलिस ऑब्जर्वर हैं.
साधारण गाड़ी का इस्तेमाल कर रहीं थीं ममताआयोग के मुताबिक स्टार प्रचारक होने के बावजूद बनर्जी बुलेट प्रूफ या बख्तरबंद वाहन का इस्तेमाल नहीं कर रही थीं और यह उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोगों की चूक है. सूत्रों ने विशेष चुनाव पर्यवेक्षकों अजय नायक और विवेक दूबे की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि घटना के समय बनर्जी साधारण वाहन का इस्तेमाल कर रही थीं जबकि उनके सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय बुलेट प्रूफ कार में सवार थे.
बिना मंजूरी के हुआ ममता का कार्यक्रम!
पीटीआई-भाषा के मुताबिक इसके अलावा घटना जिस स्थान पर हुई, उस इलाके के निर्वाचन अधिकारी की मंजूरी नहीं ली गई थी. इसके चलते चुनाव अधिकारी वीडियोग्राफरों या उड़न दस्ते को तैनात नहीं कर पाए.
सुरक्षा नियमों का पालन करें उम्मीदवार
चुनाव आयोग ने अपने निर्देशों में जोर देते हुए कहा कि सभी उम्मीदवार चुनाव प्रचार में अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें. साथ ही केंद्र सरकार द्वारा प्राप्त जेड सिक्योरिटी सुरक्षा वाले व्यक्तियों को विशेष तौर पर बुलेट प्रूफ कार का इस्तेमाल करना चाहिए. आयोग ने स्टार प्रचारकों से भी सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की और कहा कि थोड़ी सी भी लापरवाही घातक हो सकती है.

बनर्जी बुधवार को नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान गिर गई थीं और उनके बाएं पैर एवं कमर में चोटें आई थीं. आरोप है कि अज्ञात लोगों ने उन्हें धक्का दिया था.
अधिकारियों पर चला आयोग का डंडा
इसके साथ आयोग ने आईएएस अधिकारी स्मिता पांडे को पूर्वी मेदिनीपुर के डीएम और डीईओ (जिला चुनाव अधिकारी) के तौर पर तैनात किया है. स्मिता पांडे, विभु गोयल की जगह लेंगी, जिन्हें चुनाव ड्यूटी से हटा दिया गया है. चुनाव आयोग ने नंदीग्राम प्रकरण पर पूर्वी मेदिनीपुर के एसपी प्रवीण प्रकाश को भी निलंबित कर दिया है. आयोग ने कहा कि बंदोबस्त कर पाने में नाकाम रहने के चलते उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए. इसके साथ ही पंजाब के पूर्व डीजीपी इंटेलिजेंस अनिल कुमार शर्मा को पश्चिम बंगाल में स्पेशल पुलिस ऑब्जर्वर के तौर पर तैनात किया है. विवेक दुबे के अलावा एके शर्मा बंगाल में चुनाव आयोग के दूसरे स्पेशल पुलिस ऑब्जर्वर हैं.
साधारण गाड़ी का इस्तेमाल कर रहीं थीं ममताआयोग के मुताबिक स्टार प्रचारक होने के बावजूद बनर्जी बुलेट प्रूफ या बख्तरबंद वाहन का इस्तेमाल नहीं कर रही थीं और यह उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोगों की चूक है. सूत्रों ने विशेष चुनाव पर्यवेक्षकों अजय नायक और विवेक दूबे की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि घटना के समय बनर्जी साधारण वाहन का इस्तेमाल कर रही थीं जबकि उनके सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय बुलेट प्रूफ कार में सवार थे.
बिना मंजूरी के हुआ ममता का कार्यक्रम!
पीटीआई-भाषा के मुताबिक इसके अलावा घटना जिस स्थान पर हुई, उस इलाके के निर्वाचन अधिकारी की मंजूरी नहीं ली गई थी. इसके चलते चुनाव अधिकारी वीडियोग्राफरों या उड़न दस्ते को तैनात नहीं कर पाए.
सुरक्षा नियमों का पालन करें उम्मीदवार
चुनाव आयोग ने अपने निर्देशों में जोर देते हुए कहा कि सभी उम्मीदवार चुनाव प्रचार में अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें. साथ ही केंद्र सरकार द्वारा प्राप्त जेड सिक्योरिटी सुरक्षा वाले व्यक्तियों को विशेष तौर पर बुलेट प्रूफ कार का इस्तेमाल करना चाहिए. आयोग ने स्टार प्रचारकों से भी सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की और कहा कि थोड़ी सी भी लापरवाही घातक हो सकती है.
बनर्जी बुधवार को नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान गिर गई थीं और उनके बाएं पैर एवं कमर में चोटें आई थीं. आरोप है कि अज्ञात लोगों ने उन्हें धक्का दिया था.