असम : बागजान तेल कुएं के पास बड़ा विस्फोट, 3 विदेशी विशेषज्ञ घायल, 9 जून को भी यहीं लगी थी आग

फोटो साभारः ANI
असम (Assam) के ऑयल इंडिया लिमिटेड के कुएं में बुधवार को एक बार फिर से बड़ा विस्फोट हुआ है. यहीं पिछले महीने 9 जून को गैस लीक के बाद लग गई थी. इस विस्फोट में 3 विशेषज्ञों के घायल होने की जानकारी भी मिल रही है. कुएं में विस्फोट होने के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है.
- News18Hindi
- Last Updated: July 22, 2020, 5:32 PM IST
गुवाहाटी. असम (Assam) के ऑयल इंडिया लिमिटेड के कुएं में बुधवार को एक बार फिर से बड़ा विस्फोट हुआ है. यहीं पिछले महीने 9 जून को गैस लीक (Gas leak) के बाद लग गई थी. इस विस्फोट में 3 विशेषज्ञों के घायल होने की जानकारी भी मिल रही है. तिनसुकिया जिले के बागजान में कुआं नंबर 5 के पास आग लगी है. कुंए में विस्फोट होने के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. सूत्रों ने बताया कि घायल तकनीशियनों को अस्पताल ले जाया गया है और उनकी हालत स्थिर है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि आग बुझाने वाले बीओपी को लगाने से पहले कुएं को खोलने वाले थे, तभी रास्ते में आग लग गई. विस्फोट होने के बाद फिलहाल आग बुझाने के ऑपरेशन को रोक दिया गया है.
27 मई से लगी है आग
बागजान में धधक रही आग एक महीने से अधिक पहले से सुलग रही है. ऑयल इंडिया लिमिटेड के एक कुएं से 27 मई 2020 को प्राकृतिक गैस का रिसाव होने लगा था. इसके कारण विस्फोट हो गया जिससे आठ जून को कुएं में आग लग गई थी. केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अग्निकांड के प्रभावितों को उचित मुआवजा दिए जाने का आश्वासन दिया था.
राहत शिविरों में स्थानांतरित किए गये 9 हजार से अधिक लोग
पीएसयू ने कहा कि वर्तमान में ईआरएम इंडिया, टेरी (TERI) और सीएसआईआर-एनआईईएसटी (CSIR-NEIST) जैसी कई एजेंसियों द्वारा गांवों और आस-पास के वन क्षेत्रों में विस्फोट के विभिन्न आकलन और प्रभावों का अध्ययन किया जा रहा है. राहत और पुनर्वास प्रक्रिया के बारे में, इसमें कहा गया कि जिला प्रशासन द्वारा क्षतिपूर्ति के नुकसान के आकलन के लिए सर्वेक्षण तिनसुकिया और डूमडोमा दोनों क्षेत्रों में जारी है.
इसमें कहा गया है कि तिनसुकिया और डूमडोमा सर्कल दोनों में 14 जुलाई तक कुल सर्वे किए गए परिवारों की संख्या 1,491 है. मई में कुएं में आग लगने और बाद में पिछले महीने 9,000 से अधिक लोगों को 13 राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया था.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि आग बुझाने वाले बीओपी को लगाने से पहले कुएं को खोलने वाले थे, तभी रास्ते में आग लग गई. विस्फोट होने के बाद फिलहाल आग बुझाने के ऑपरेशन को रोक दिया गया है.
Assam: An explosion occurred near well no.5 of Oil India in Baghjan, Tinsukia. 3 foreign experts at the site injured. They have been rushed to hospital. The incident occurred when operations to douse the fire at Baghjan oil field was going on. The operation has been halted now. https://t.co/d8mzsmwdPc pic.twitter.com/0azjUzRRrR
— ANI (@ANI) July 22, 2020
27 मई से लगी है आग
बागजान में धधक रही आग एक महीने से अधिक पहले से सुलग रही है. ऑयल इंडिया लिमिटेड के एक कुएं से 27 मई 2020 को प्राकृतिक गैस का रिसाव होने लगा था. इसके कारण विस्फोट हो गया जिससे आठ जून को कुएं में आग लग गई थी. केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अग्निकांड के प्रभावितों को उचित मुआवजा दिए जाने का आश्वासन दिया था.
राहत शिविरों में स्थानांतरित किए गये 9 हजार से अधिक लोग
पीएसयू ने कहा कि वर्तमान में ईआरएम इंडिया, टेरी (TERI) और सीएसआईआर-एनआईईएसटी (CSIR-NEIST) जैसी कई एजेंसियों द्वारा गांवों और आस-पास के वन क्षेत्रों में विस्फोट के विभिन्न आकलन और प्रभावों का अध्ययन किया जा रहा है. राहत और पुनर्वास प्रक्रिया के बारे में, इसमें कहा गया कि जिला प्रशासन द्वारा क्षतिपूर्ति के नुकसान के आकलन के लिए सर्वेक्षण तिनसुकिया और डूमडोमा दोनों क्षेत्रों में जारी है.
इसमें कहा गया है कि तिनसुकिया और डूमडोमा सर्कल दोनों में 14 जुलाई तक कुल सर्वे किए गए परिवारों की संख्या 1,491 है. मई में कुएं में आग लगने और बाद में पिछले महीने 9,000 से अधिक लोगों को 13 राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया था.