2021 तक सभी को कोरोना वैक्सीन मिले, इसकी कोई गारंटी नहीं: बाबा रामदेव

कोरोना वैक्सीन को लेकर बाबा रामदेव ने बड़ा बयान दिया है.
कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि 135 करोड़ की आबादी वाले इस देश में 2021 में आम लोगों को वैक्सीन मिल पाएगी इसकी कोई गारंटी नहीं है.
- News18Hindi
- Last Updated: December 1, 2020, 7:22 PM IST
नई दिल्ली. भारत सहित पूरे विश्व में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर काम तेजी से चल रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि अगले साल यानी 2021 तक कोरोना का टीका लोगों को मिल सकता है. कोरोना वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार ने भी अपनी तैयारी और प्लानिंग मजबूत कर ली है. इन सबके बीच कोविड-19 वैक्सीन और कोरोना की स्थिति को लेकर योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) का एक बड़ा बयान सामने आया है. बाबा ने लोगों को योग को अपने लाइफ स्टाइल में शामिल करने की सलाह भी दी है.
बाबा रामदेव का कहना है कि 135 करोड़ की आबादी वाले इस देश में 2021 में आम लोगों को वैक्सीन मिल पाएगी इसकी कोई गारंटी नहीं है. ऐसे में लोगों की जान बचेगी तो योग से बचेगी, आयुर्वेद से और जीवन शैली में बदलाव से बचेगी.
बड़ी प्लानिंग कर रही केंद्र सरकार
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में जिस तरह से चुनाव के दौरान पोलिंग बूथ बनते हैं उसी तरह से वैक्सीन के लिए बूथ बनाने का प्लान है. CNBC आवाज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार शुरुआत में वैक्सीन पर 18,000 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है, कोरोना वैक्सीन के 1 डोज पर 210 रुपये खर्च आने की संभावना है. माना जा रहा है कि पोलिंग बूथ की तरह टीमों का गठन होगा. ब्लॉक लेवल पर रणनीति तैयार की जाएगी. सरकारी और निजी डॉक्टरों को इस अभियान की विशेष जिम्मेदारी दी जाएगी. साथ ही जनभागीदारी के प्रयास के साथ-साथ उन्हें जरूरी प्रशिक्षण दिया जाएगा.ये भी पढ़ें: COVID-19 Update: दिल्ली में कोरोना के 4,006 नए केस, 98 लोगों की गई जान
भारत में बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाए जाते हैं, यहां दुनिया भर की 60 प्रतिशत वैक्सीन बनती हैं और यहां आधे दर्जन वैक्सीन निर्माता मौजूद हैं, जिनमें दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड शामिल है. इसमें हैरानी की बात नहीं कि भारत सरकार अरबों लोगों तक कोविड-19 की वैक्सीन पहुंचाने की इच्छा रखती है. भारत की अगले साल जुलाई तक वैक्सीन की 50 करोड़ डोज़ बनाने और 25 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने की योजना है.
शुरुआत में 30 करोड़ लोगों का होगा टीकाकरण
सूत्रों ने बताया कि सरकार के मिशन वैक्सीन के अनुसार शुरुआत में 30 करोड़ वैक्सीन भारत में लगाने का प्लान है. प्राथमिकता के आधार पर हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और सीनियर सिटिजंस को वैक्सीन देने की तैयारी है. पहले चरण में वैक्सीन जिन्हें लगेगी उन्हें SMS के जरिए टीकाकरण की तारीख, समय और जगह बताई जाएगी. मैसेज में टीका देने वाले संस्थान और हेल्थर वर्कर का नाम भी होगा.
बाबा रामदेव का कहना है कि 135 करोड़ की आबादी वाले इस देश में 2021 में आम लोगों को वैक्सीन मिल पाएगी इसकी कोई गारंटी नहीं है. ऐसे में लोगों की जान बचेगी तो योग से बचेगी, आयुर्वेद से और जीवन शैली में बदलाव से बचेगी.
बड़ी प्लानिंग कर रही केंद्र सरकार
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में जिस तरह से चुनाव के दौरान पोलिंग बूथ बनते हैं उसी तरह से वैक्सीन के लिए बूथ बनाने का प्लान है. CNBC आवाज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार शुरुआत में वैक्सीन पर 18,000 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है, कोरोना वैक्सीन के 1 डोज पर 210 रुपये खर्च आने की संभावना है. माना जा रहा है कि पोलिंग बूथ की तरह टीमों का गठन होगा. ब्लॉक लेवल पर रणनीति तैयार की जाएगी. सरकारी और निजी डॉक्टरों को इस अभियान की विशेष जिम्मेदारी दी जाएगी. साथ ही जनभागीदारी के प्रयास के साथ-साथ उन्हें जरूरी प्रशिक्षण दिया जाएगा.ये भी पढ़ें: COVID-19 Update: दिल्ली में कोरोना के 4,006 नए केस, 98 लोगों की गई जान
भारत में बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाए जाते हैं, यहां दुनिया भर की 60 प्रतिशत वैक्सीन बनती हैं और यहां आधे दर्जन वैक्सीन निर्माता मौजूद हैं, जिनमें दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड शामिल है. इसमें हैरानी की बात नहीं कि भारत सरकार अरबों लोगों तक कोविड-19 की वैक्सीन पहुंचाने की इच्छा रखती है. भारत की अगले साल जुलाई तक वैक्सीन की 50 करोड़ डोज़ बनाने और 25 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने की योजना है.
शुरुआत में 30 करोड़ लोगों का होगा टीकाकरण
सूत्रों ने बताया कि सरकार के मिशन वैक्सीन के अनुसार शुरुआत में 30 करोड़ वैक्सीन भारत में लगाने का प्लान है. प्राथमिकता के आधार पर हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और सीनियर सिटिजंस को वैक्सीन देने की तैयारी है. पहले चरण में वैक्सीन जिन्हें लगेगी उन्हें SMS के जरिए टीकाकरण की तारीख, समय और जगह बताई जाएगी. मैसेज में टीका देने वाले संस्थान और हेल्थर वर्कर का नाम भी होगा.