पालघर: साधुओं की लिंचिंग के मामले में 5 लोग और गिरफ्तार, अब तक 115 पकड़े गए

पालघर लिंचिंग मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने 5 और लोगों को गिरफ्तार किया है (News18 ग्राफिक)
महाराष्ट्र (Maharashtra) के अधिकारियों (Officers) ने यह भी बताया कि अब तक इस मामले (Case) में 115 लोगों की गिरफ्तारी (Arrest) की जा चुकी है.
- News18Hindi
- Last Updated: May 1, 2020, 5:25 PM IST
पालघर. महाराष्ट्र (Maharashtra) के अधिकारियों (Officers) ने बताया कि पालघर (Palghar) में हुए लिंचिंग (Lynching) के मामले से जुड़े होने के चलते 5 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार (Arrest) किया गया है.
उन्होंने यह भी बताया कि अब तक इस मामले (Case) में 115 लोगों की गिरफ्तारी (Arrest) की जा चुकी है.
महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं और ड्राइवर की पीट-पीटकर कर दी गई थी हत्या
बता दें कि पालघर जिले में करीब 200 लोगों की भीड़ ने चोर होने के शक में तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. बाद में इनमें से 2 लोगों के साधु होने की पुष्टि हुई, जबकि तीसरा शख्स ड्राइवर (Driver) बताया गया. यह घटना उस समय हुई, जब गुरुवार रात ये लोग मुंबई (Mumbai) के कांदीवली से कार में सवार होकर गुजरात के सूरत जा रहे थे. घटना को लेकर विपक्ष, उद्धव सरकार पर लगातार हमलवार है.
मृतकों की पहचान चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरी (70), सुशीलगिरी महाराज (35) और चालक निलेश तेलगड़े (30) के रूप में की गई. महाराष्ट्र सरकार ने घटना की उच्च-स्तरीय जांच (High Level Investigation) के आदेश दिए और ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सोमवार को पालघर के दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया.
CM उद्धव ठाकरे ने बताया था सांप्रदायिकता नहीं अफवाह का मामला
शुरुआत में इस मामले में सांप्रदायिक हिंसा (Communal Violence) का शक जाहिर किया गया था. जिसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और गृह मंत्री दोनों ने ही इस मामले में सफाई दी थी और कहा था कि इस मामले में सांप्रदायिक हिंसा जैसा कुछ भी नहीं है. महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मामले को सांप्रदायिकता का नहीं अफवाह का मामला भी कहा था.
यह भी पढ़ें: COVID-19 की चुनौती के बीच CM कुर्सी पर मंडराते खतरे को येडियुरप्पा ने ऐसे टाला
उन्होंने यह भी बताया कि अब तक इस मामले (Case) में 115 लोगों की गिरफ्तारी (Arrest) की जा चुकी है.
5 more people held in connection with Palghar lynching case in Maharashtra; 115 arrested so far: Officials
— Press Trust of India (@PTI_News) May 1, 2020
महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं और ड्राइवर की पीट-पीटकर कर दी गई थी हत्या
बता दें कि पालघर जिले में करीब 200 लोगों की भीड़ ने चोर होने के शक में तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. बाद में इनमें से 2 लोगों के साधु होने की पुष्टि हुई, जबकि तीसरा शख्स ड्राइवर (Driver) बताया गया. यह घटना उस समय हुई, जब गुरुवार रात ये लोग मुंबई (Mumbai) के कांदीवली से कार में सवार होकर गुजरात के सूरत जा रहे थे. घटना को लेकर विपक्ष, उद्धव सरकार पर लगातार हमलवार है.
मृतकों की पहचान चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरी (70), सुशीलगिरी महाराज (35) और चालक निलेश तेलगड़े (30) के रूप में की गई. महाराष्ट्र सरकार ने घटना की उच्च-स्तरीय जांच (High Level Investigation) के आदेश दिए और ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सोमवार को पालघर के दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया.
CM उद्धव ठाकरे ने बताया था सांप्रदायिकता नहीं अफवाह का मामला
शुरुआत में इस मामले में सांप्रदायिक हिंसा (Communal Violence) का शक जाहिर किया गया था. जिसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और गृह मंत्री दोनों ने ही इस मामले में सफाई दी थी और कहा था कि इस मामले में सांप्रदायिक हिंसा जैसा कुछ भी नहीं है. महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मामले को सांप्रदायिकता का नहीं अफवाह का मामला भी कहा था.
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