सूत्रों ने कहा कि हाल में जारी सूचना प्रौद्योगिकी नियमों को रद्द करने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सदस्य बिनॉय विश्वम और एमवी श्रेयम्स कुमार द्वारा दिए गए नोटिस को लिए जाने पर भी सहमति हुई. हालांकि, विपक्ष किसी भी कामकाज को शुरू करने से पहले पेगासस मुद्दे पर चर्चा कराने पर जोर दे रहा है. विपक्ष के एक सदस्य ने कहा, ‘जब तक जासूसी के मुद्दे पर चर्चा नहीं हो जाती तब तक सदन में कोई कामकाज नहीं होगा.’
सूत्रों ने कहा कि बैठक की अध्यक्षता राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने की, जिन्होंने फिर से सभी पक्षों से सदन को सामान्य रूप से कामकाज करने में सक्षम बनाने की अपील की. नायडू की रक्षा और गृह मंत्रियों सहित सरकार के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद, बैठक में केंद्र ने किसानों के मुद्दे, महंगाई और देश में आर्थिक स्थिति पर चर्चा करने की इच्छा दोहराई. नायडू ने अन्य दलों से इसे आगे बढ़ाने का आग्रह किया, लेकिन विपक्ष ने पेगासस जासूसी विवाद और इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को होने वाले खतरे पर चर्चा पर जोर दिया.
नई दिल्ली. संसद के मानसून सत्र में विपक्ष के हंगामे के बीच, तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि अगर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को संसद में आए और दिल्ली बलात्कार मामले पर बयान दिया तो वह अपना सिर मुंडवा लेंगे. ब्रायन ने गृह मंत्री पर पेगासस के मुद्दे से भागने का भी आरोप लगाया. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार 15-16 विपक्षी दल संसद में कई मुद्दों पर चर्चा चाहते हैं. वे कृषि कानूनों, अर्थव्यवस्था, नौकरियों, मूल्य वृद्धि और मुद्रास्फीति पर चर्चा और निरस्त करना चाहते हैं; और राष्ट्रीय सुरक्षा (पेगासस) पर चर्चा चाहते हैं.
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