भारत के हेल्थ सेक्टर पर दुनिया की नजरें हैं, खासकर कोरोना महामारी के बाद: PM मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने वेबिनार में कही ये बात. (Pic- ANI)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में भारत पर विश्व की निर्भरता और बढ़ेगी. भारत की मेडिकल शिक्षा, भारतीय डॉक्टर और नर्सेज की मांग जल्द बढ़ेगी.
- News18Hindi
- Last Updated: February 23, 2021, 2:16 PM IST
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को स्वास्थ्य क्षेत्र में केंद्र के बजट (Health Sector Budget) प्रावधानों के प्रभावी क्रियान्वयन पर आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए सरकार और हेल्थ सेक्टर को कोविड 19 (Covid 19) से लड़ने के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत के साथ ही दुनिया के लिए यह एक टेस्ट था. हम इस जंग में सफल हुए हैं. इसका श्रेय प्राइवेट सेक्टर को भी जाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र की ताकत को देखा है और इस क्षेत्र में भारत का सम्मान बढ़ा है. उन्होंने कहा कि भविष्य में भारतीय चिकित्सकों और पैरामेडिकल कर्मियों की मांग दुनिया भर में बढ़ेगी.
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा, 'आने वाले दिनों में भारत पर विश्व की निर्भरता और बढ़ेगी. भारत की मेडिकल शिक्षा, भारतीय डॉक्टर और नर्सेज की मांग जल्द बढ़ेगी. हमें इसे दिमाग में रखने की जरूरत है.' उन्होंने कहा कि उनकी सरकार देश में स्वास्थ्य सेवा के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपना रही है, जिसके तहत केवल उपचार ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए आवंटित किया गया बजट अब असाधारण है और यह इस क्षेत्र के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा को किफायती बनाने और इसकी सुलभता को अगले स्तर पर ले जाने की आवश्यकता है, जिसके लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल बढ़ाया जा रहा है.
उन्होंने कहा, "भारत को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सरकार चार मोर्चों पर एकसाथ काम कर रही है-बीमारी की रोकथाम एवं स्वास्थ्य को बेहतर बनाना, सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच सुनिश्चित करना, स्वास्थ्य सेवा संबंधी बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता एवं मात्रा में बढ़ोतरी और समस्याओं से पार पाने के लिए मिशन मोड में काम करना.' पीएम मोदी ने कहा कि देश को भारत निर्मित टीकों की बढ़ती मांग के लिए तैयार रहना चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र की ताकत को देखा है और इस क्षेत्र में भारत का सम्मान बढ़ा है. उन्होंने कहा कि भविष्य में भारतीय चिकित्सकों और पैरामेडिकल कर्मियों की मांग दुनिया भर में बढ़ेगी.
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा, 'आने वाले दिनों में भारत पर विश्व की निर्भरता और बढ़ेगी. भारत की मेडिकल शिक्षा, भारतीय डॉक्टर और नर्सेज की मांग जल्द बढ़ेगी. हमें इसे दिमाग में रखने की जरूरत है.' उन्होंने कहा कि उनकी सरकार देश में स्वास्थ्य सेवा के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपना रही है, जिसके तहत केवल उपचार ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए आवंटित किया गया बजट अब असाधारण है और यह इस क्षेत्र के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा को किफायती बनाने और इसकी सुलभता को अगले स्तर पर ले जाने की आवश्यकता है, जिसके लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल बढ़ाया जा रहा है.
उन्होंने कहा, "भारत को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सरकार चार मोर्चों पर एकसाथ काम कर रही है-बीमारी की रोकथाम एवं स्वास्थ्य को बेहतर बनाना, सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच सुनिश्चित करना, स्वास्थ्य सेवा संबंधी बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता एवं मात्रा में बढ़ोतरी और समस्याओं से पार पाने के लिए मिशन मोड में काम करना.' पीएम मोदी ने कहा कि देश को भारत निर्मित टीकों की बढ़ती मांग के लिए तैयार रहना चाहिए.