7 मार्च को मनाया जाएगा जन औषधि दिवस, पीएम मोदी करेंगे लाभार्थियों से बात

जन औषधि केंद्रों का दायरा और पहुंच बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार विशेष पहल चला रही है.
जन औषधि दिवस (Jan Aushadhi Day) के मौके पर 7 मार्च की सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) स्वयं इसके लाभार्थियों से बात करेंगे.
- News18Hindi
- Last Updated: March 5, 2021, 7:29 PM IST
नई दिल्ली. लोगों को सस्ती दर पर दवा उपलब्ध कराने के लिए केंद्र की मोदी सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों में जन औषधि केंद्र खोलने के लिए लोगों को प्रोत्साहित भी किया. इस जन सेवा को शुरू हुए तीन साल हो गए हैं. जन औषधि दिवस (Jan Aushadhi Day) के मौके पर 7 मार्च की सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) स्वयं इसके लाभार्थियों से बात करेंगे.
न्यूज़18 इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जन औषधि के लाभार्थियों से सीधे जुड़ेंगे. ये लाभार्थी देश के विभिन्न स्थानों पर उपस्थित रहेंगे. इस बार जन औषधि दिवस की थीम 'सेवा भी- रोजगार भी' है.
केंद्र सरकार चला रही है विशेष योजना
जन औषधि केंद्रों का दायरा और देश के ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसकी पहुंच बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार विशेष योजना चला रही है. इन केंद्रों में किफायती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. ताजा आंकड़ों के अनुसार फिलहाल देशभर में 7,400 से ज्यादा जन औषधि स्टोर हैं. अच्छी बात यह है कि देश के सभी 734 जिलों में जन औषधि केंद्र उपलब्ध हैं. ये भी पढ़ेंः- सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों में फिर निकाय चुनाव कराने का दिया आदेश, राज्य सरकार करेगी उच्च स्तरीय बैठक
स्व-रोजगार को मिलेगा बल
विस्तार से देखें तो 2019-20 के दौरान जन औषधि योजना के माध्यम से 433.61 करोड़ रुपये की बिक्री हुई थी. एक अनुमान के मुताबिक इस पहल से देश के आम नागरिकों को करीब 2,500 करोड़ रुपये की बचत हुई थी. केंद्र सरकार का दावा है कि ये दवाएं औसत बाजार मूल्य की तुलना में 50 से 90 प्रतिशत तक सस्ती होती हैं. जबकि मौजूदा वित्त वर्ष 2020-21 में, 28 फरवरी तक कुल 586.50 करोड़ रुपये की बिक्री हो चुकी है. सरकार का मानना है कि इस पहल से स्थायी और नियमित आय के साथ स्व-रोजगार को बल मिलेगा.
न्यूज़18 इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जन औषधि के लाभार्थियों से सीधे जुड़ेंगे. ये लाभार्थी देश के विभिन्न स्थानों पर उपस्थित रहेंगे. इस बार जन औषधि दिवस की थीम 'सेवा भी- रोजगार भी' है.
केंद्र सरकार चला रही है विशेष योजना
जन औषधि केंद्रों का दायरा और देश के ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसकी पहुंच बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार विशेष योजना चला रही है. इन केंद्रों में किफायती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. ताजा आंकड़ों के अनुसार फिलहाल देशभर में 7,400 से ज्यादा जन औषधि स्टोर हैं. अच्छी बात यह है कि देश के सभी 734 जिलों में जन औषधि केंद्र उपलब्ध हैं. ये भी पढ़ेंः- सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों में फिर निकाय चुनाव कराने का दिया आदेश, राज्य सरकार करेगी उच्च स्तरीय बैठक

स्व-रोजगार को मिलेगा बल
विस्तार से देखें तो 2019-20 के दौरान जन औषधि योजना के माध्यम से 433.61 करोड़ रुपये की बिक्री हुई थी. एक अनुमान के मुताबिक इस पहल से देश के आम नागरिकों को करीब 2,500 करोड़ रुपये की बचत हुई थी. केंद्र सरकार का दावा है कि ये दवाएं औसत बाजार मूल्य की तुलना में 50 से 90 प्रतिशत तक सस्ती होती हैं. जबकि मौजूदा वित्त वर्ष 2020-21 में, 28 फरवरी तक कुल 586.50 करोड़ रुपये की बिक्री हो चुकी है. सरकार का मानना है कि इस पहल से स्थायी और नियमित आय के साथ स्व-रोजगार को बल मिलेगा.