बंगाल: BJP सांसद अर्जुन सिंह के घर पर पुलिस का छापा, बैंक फ्रॉड से जुड़ा है मामला

बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह के घर पर पुलिस का छापा (फाइल फोटो)
बीजेपी नेता अर्जुन सिंह (Arjun Singh) 2018 में उक्त सहकारी बैंक के अध्यक्ष थे. पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह छापेमारी अदालत द्वारा अर्जुन सिंह के खिलाफ एक मामले में आदेश जारी करने के बाद हुई.
- भाषा
- Last Updated: August 19, 2020, 11:40 PM IST
बैरकपुर. पश्चिम बंगाल पुलिस (West Bengal Police) ने बुधवार को बैरकपुर से बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह (Arjun Singh) के उत्तर 24 परगना जिले के भाटपारा स्थित आवास पर भ्रष्टाचार के एक मामले के सिलसिले में छापा मारा. यह जानकारी पुलिस ने दी. अर्जुन सिंह ने भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार किया और आरोप लगाया कि सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस उनके खिलाफ प्रतिशोध की राजनीतिक कर रही है. अर्जुन सिंह तृणमूल कांग्रेस के चार बार विधायक रह चुके हैं.
बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई घंटे की इस छापेमारी के दौरान एक स्थानीय सहकारी बैंक से संबंधित दस्तावेजों की जांच पड़ताल की गई. अर्जुन सिंह 2018 में उक्त सहकारी बैंक के अध्यक्ष थे. पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह छापेमारी अदालत द्वारा अर्जुन सिंह के खिलाफ एक मामले में आदेश जारी करने के बाद हुई.
अधिकारी ने हालांकि यह बताने से इनकार कर दिया कि क्या कोई दस्तावेज जब्त किया गया. बीजेपी सांसद ने अपने खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस उन्हें भाजपा में शामिल होने के बाद से झूठे आरोपों में फंसाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि उनके सहकारी बैंक का अध्यक्ष रहने के दौरान कोई भ्रष्टाचार नहीं था और तृणमूल कांग्रेस उन्हें राजनीतिक रूप से परास्त करने में विफल रहने के बाद पुलिस और गुंडों का इस्तेमाल कर रही है.
टीएमसी पर लगाया आरोपअर्जुन सिंह 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे और बैरकपुर लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि बैरकपुर पुलिस बार-बार सिंह को परेशान कर रही है लेकिन बंगाल की जनता मौका आने पर तृणमूल कांग्रेस को करारा जवाब देगी. तृणमूल कांग्रेस ने जांच को प्रभावित करने के आरोपों से इनकार किया और कहा कि उसका इससे कोई लेना-देना नहीं है.
बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई घंटे की इस छापेमारी के दौरान एक स्थानीय सहकारी बैंक से संबंधित दस्तावेजों की जांच पड़ताल की गई. अर्जुन सिंह 2018 में उक्त सहकारी बैंक के अध्यक्ष थे. पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह छापेमारी अदालत द्वारा अर्जुन सिंह के खिलाफ एक मामले में आदेश जारी करने के बाद हुई.
अधिकारी ने हालांकि यह बताने से इनकार कर दिया कि क्या कोई दस्तावेज जब्त किया गया. बीजेपी सांसद ने अपने खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस उन्हें भाजपा में शामिल होने के बाद से झूठे आरोपों में फंसाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि उनके सहकारी बैंक का अध्यक्ष रहने के दौरान कोई भ्रष्टाचार नहीं था और तृणमूल कांग्रेस उन्हें राजनीतिक रूप से परास्त करने में विफल रहने के बाद पुलिस और गुंडों का इस्तेमाल कर रही है.