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EXCLUSIVE: PFI का सिमी, ISIS और जाकिर नाइक से गहरा संबंध, देश को अस्थिर करने की रची साजिश- सूत्र

PFI के खिलाफ हाल ही में देशव्यापी छापेमारी और उसके कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ कई जगह हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे. (फाइल फोटो: PTI)

PFI के खिलाफ हाल ही में देशव्यापी छापेमारी और उसके कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ कई जगह हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे. (फाइल फोटो: PTI)

PFI Terror: पीएफआई को लेकर एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है. इस विवादित संगठन ने भारत को हर तरीके से तहस-नहस करने के ...अधिक पढ़ें

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हाइलाइट्स

सूत्रों के मुताबिक, पीएफआई ने देश में आतंक फैलाने की बड़े स्तर पर बनाई योजना
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान और मिडिल ईस्ट के लोगों के साथ मिलकर रची गई साजिश
कई हत्याओं से जुड़ा पीएफआई के कार्यकर्ताओं का नाम

नई दिल्ली. देशभर में अपने खिलाफ छापों से तिलमिलाए हुए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) ने भारत को अस्थिर करने के लिए के लिए बड़े स्तर पर योजना बनाई. उसके नेताओं ने देश को तहस-नहस करने के लिए पाकिस्तान और मिडिल ईस्ट के भारत विरोधी लोगों के साथ षड्यंत्र रचे. इन सबके बीच News18 पीएफआई के नेताओं के आपराधिक रिकॉर्ड तक पहुंच गया है. ये रिकॉर्ड इन कुटिल लोगों के बारे में हैरान करने वाले खुलासे कर रहे हैं.

इन विवादित लोगों के रिकॉर्ड बताते हैं कि पीएफआई से पहले ये सभी भारत में प्रतिबंधित स्टूडेंट्स ऑफ इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) और इडियन मुजाहिद्दीन के सदस्य थे. पीएफआई का राष्ट्रीय अध्यक्ष अब्दुल रहमान सिमी का राष्ट्रीय सचिव था. पीएफआई का राज्य सचिव अब्दुल हमीद सिमी का पूर्व राज्य सचिव था. इनके बारे में खुलासा हुआ है कि यह दोनों भारत में आतंकी गतिविधियों को संचालित करने के लिए मिडिल ईस्ट से फंड इकट्ठा करते थे. इस  फंड को ट्रांसफर करने में पाकिस्तान भी अहम मदद करता था.

कई हत्याओं से जुड़ा नाम
गौरतलब है कि साल 2013 में पीएफआई का नाम कई नेताओं, समाजसेवियों और धार्मिक नेताओं की हत्याओं से जुड़ा. उसी साल उसका नाम कन्नूर के नाराथ में हथियारों के ट्रेनिंग कैंप से भी जुड़ा. साल 2010 में 27 पीएफआई कार्यकर्ताओं ने इस्लामिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाकर केरल के प्रोफेसर टीजे जोसेफ पर हमला किया और उनका हाथ गंभीर कर दिया.

एएसआई के मर्डर में हाथ
बता दें, पीएफआई की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति का सदस्य मोहम्मद शाकिब मिडिल ईस्ट के लोगों से संबंध रखने और हवाला के जरिये पाकिस्तान से रुपये ट्रांसफर कराने का आरोपी रह चुका है. रिकॉर्ड बताते हैं कि कानून का सहारा लेते हुए उसने भारत की जेलों में बंद पाकिस्तानी नागरिकों के लिए भी वहां से फंड लाने की कोशिश की. शाकिब और पीएफआई के उसके साथी एएस इस्माइल ने स्पेशल सब इंस्पेक्टर विल्सन के कातिलों के साथ खाजा मोहीदीन केस में एक साथ काम किया. उन्होंने विल्सन को साल 2021 की 8 जनवरी को उस वक्त गोली मारी, जब वह कन्याकुमारी में कालियाकविलाई चेकपॉइंट पर तैनात थे.

आईएसआईएस से भी कनेक्शन
यह हत्या उस गतिविधि का हिस्सा थी, जिसमें मोहिद्दीन आईएसआईएस संगठन को भारत में जिंदा करने की कोशिश कर रहा था. मोहीदीन फिलहाल जेल में है. इस सिलसिले में 39 साल के चेन्नई का आरोपी सिहाबुद्दीन उर्फ सिराजुद्दीन कतर में छिपा हुआ है. वह विल्सन की हत्या में हथियार मुहैया कराने का आरोपी है. पीएफआई का अन्य सदस्य अबूबकर भारत के भगोड़े जाकिर नाइक से जुड़ा हुआ है. जाकिर मुस्लिम युवाओं को आईएसआईएस और इस्लामिक विचारधारा के प्रति आकर्षित करने का आरोपी है.

Tags: New Delhi news, PFI, Terrorism In India

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