तमिलनाडु इलेक्शन की वजह से रजनीकांत को मिला फाल्के अवॉर्ड? भड़के जावड़ेकर ने दिया ये जवाब

रजनीकांत (PTI)
सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ऐलान किया था कि अभिनेता रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा
- News18Hindi
- Last Updated: April 1, 2021, 12:31 PM IST
नई दिल्ली. केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekhar) ने दावा किया है कि सुपरस्टार रजनीकांत (Rajnikanth) को मिले दादा साहब फाल्के पुरस्कार (Dada Saheb Falke Award) का तमिलनाडु विधानसभा चुनाव (Tamil Nadu Assembly Election 2021) से कोई संबंध नहीं है. जावड़ेकर का कहना है कि सुपरस्टार रजनीकांत फिल्म उद्योग की लगभग 50 सालों से सेवा कर रहे हैं और इसलिए उन्हें साल 2019 के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार दिया जा रहा है. उनका कहना है कि फिल्म और राजनीति को एक साथ जोड़कर नहीं देखना चाहिए. बता दें तमिलनाडु में 6 अप्रैल को मतदान है. इससे पहले दादा साहेब फाल्के पुरस्कार का ऐलान किया गया है.
रजनीकांत को 3 मई को 51वां दादा साहब फाल्के पुरस्कार दिया जाएगा. दादा साहब फाल्के किसे दिया जाएगा इसका चयन पांच सदस्यीय ज्यूरी ने किया, जिसमें आशा भोंसले, सुभाष घई, मोहनलाल, शंकर महादेवन और बिस्वजीत चटर्जी शामिल थे. कोरोना महामारी के कारण इस पुरस्कार की घोषणा में देरी हुई.
गौरतलब है कि रजनीकांत खुद चुनावी राजनीति में आना चाहते थे, लेकिन बीते साल उन्होंने यह फैसला वापस ले लिया. उन्होंने इसके लिए एक राजनीतिक दल के गठन की शुरुआत भी की थी. हालांकि कोरोना का हवाला देते हुए रजनीकांत ने चुनावी राजनीति में उतरने से मना कर दिया.
जावड़ेकर ने किया ट्वीटइससे पहले केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर कहा ' मुझे इस बात की अत्यंत खुशी है कि 2019 का दादासाहेब फ़ाल्के अवार्ड रजनीकांत को मिला है. 5 सदस्यों की ज्यूरी ने एकमत से इसकी सिफारिश की है.'
गौरतलब है कि भारतीय सिनेमा के पितामह कहे जाने वाले दादा साहब फाल्के के नाम पर भारत सरकार ने 1969 में यह पुरस्कार शुरू किया था और इसे भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च पुरस्कार कहा जाता है. वर्ष 2018 का फाल्के पुरस्कार अभिनेता अमिताभ बच्चन को दिया गया था.

गैर एनडीए पार्टियों को ममता की चिट्ठी पर जावड़ेकर ने ली चुटकी
सीएम ममता बनर्जी द्वारा गैर एनडीए दलों को एकजुट होने के लिए चिट्ठी लिखने पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह ममता बनर्जी की हताशा को ही दर्शा रहा है. उनका कहना है कि ममता बनर्जी नंदीग्राम से तो चुनाव हार ही रही हैं साथ ही साथ तृणमूल कांग्रेस का सफाया बंगाल में हो रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसी हताशा के कारण ममता बनर्जी वैसे दलों को भी अपना समर्थन के लिए कह रही हैं जो उनके खिलाफ पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ रहे हैं जिसमें कांग्रेस और वाम दल शामिल हैं.
रजनीकांत को 3 मई को 51वां दादा साहब फाल्के पुरस्कार दिया जाएगा. दादा साहब फाल्के किसे दिया जाएगा इसका चयन पांच सदस्यीय ज्यूरी ने किया, जिसमें आशा भोंसले, सुभाष घई, मोहनलाल, शंकर महादेवन और बिस्वजीत चटर्जी शामिल थे. कोरोना महामारी के कारण इस पुरस्कार की घोषणा में देरी हुई.
गौरतलब है कि रजनीकांत खुद चुनावी राजनीति में आना चाहते थे, लेकिन बीते साल उन्होंने यह फैसला वापस ले लिया. उन्होंने इसके लिए एक राजनीतिक दल के गठन की शुरुआत भी की थी. हालांकि कोरोना का हवाला देते हुए रजनीकांत ने चुनावी राजनीति में उतरने से मना कर दिया.
गौरतलब है कि भारतीय सिनेमा के पितामह कहे जाने वाले दादा साहब फाल्के के नाम पर भारत सरकार ने 1969 में यह पुरस्कार शुरू किया था और इसे भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च पुरस्कार कहा जाता है. वर्ष 2018 का फाल्के पुरस्कार अभिनेता अमिताभ बच्चन को दिया गया था.
गैर एनडीए पार्टियों को ममता की चिट्ठी पर जावड़ेकर ने ली चुटकी
सीएम ममता बनर्जी द्वारा गैर एनडीए दलों को एकजुट होने के लिए चिट्ठी लिखने पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह ममता बनर्जी की हताशा को ही दर्शा रहा है. उनका कहना है कि ममता बनर्जी नंदीग्राम से तो चुनाव हार ही रही हैं साथ ही साथ तृणमूल कांग्रेस का सफाया बंगाल में हो रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसी हताशा के कारण ममता बनर्जी वैसे दलों को भी अपना समर्थन के लिए कह रही हैं जो उनके खिलाफ पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ रहे हैं जिसमें कांग्रेस और वाम दल शामिल हैं.