कॉलेजों में सर्जिकल स्ट्राइक डे पर विवाद, जावड़ेकर ने दी सफाई

मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (File photo)
यूजीसी ने देशभर के विश्वविद्यालयों और उच्चतर शिक्षण संस्थानों को निर्देश दिया है कि 29 सितंबर को ‘सर्जिकल स्ट्राइक डे’ के तौर पर मनाया जाए
- फर्स्टपोस्ट.कॉम
- Last Updated: September 21, 2018, 7:19 PM IST
मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया 29 सितंबर को सर्जिकल स्ट्राइक की सालगिरह पर हमने कॉलेजों को कहा है कि वह आर्मी के पूर्व अधिकारियों से छात्रों को लेक्चर देने का कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं. इस लेक्चर में छात्रों को कैसे रक्षा बल देश की रक्षा करते हैं और किस तरह सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया इस बारे में चर्चा की जाएगी.
मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने साफ कहा कि कॉलेजों को कोई प्रेशर नहीं दिया गया है जो कार्यक्रम आयोजित करना चाहते हैं केवल वही करें.We have not made any compulsions on institutions or students. We have issued a program because of suggestions from many students & teachers that they need to commemorate the second anniversary of surgical strike: Union HRD Minister Prakash Javadekar on #UGC circular pic.twitter.com/L4aAWi7Inf
— ANI (@ANI) September 21, 2018
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हमने किसी भी संस्थान या छात्रों को कोई आदेश नहीं दिया है. हमने केवल कई छात्रों और टीचरों के सुझाव को ध्यान में रखते हुए सर्जिकल स्ट्राइक की सालगिरह मनाने के बारे में सोचा है. इसके लिए 29 सितंबर को कार्यक्रम आयोजित करने के बारे में निर्णय लिया गया है.We have not made any compulsions on institutions or students. We have issued a program because of suggestions from many students & teachers that they need to commemorate the second anniversary of surgical strike: Union HRD Minister Prakash Javadekar on #UGC circular pic.twitter.com/L4aAWi7Inf
— ANI (@ANI) September 21, 2018
वहीं कपिल सिब्बल ने कहा- ये बिल्कुल हैरान करने वाला है. असल में मुझे नहीं लगता कि स्वतंत्रता के बाद से यूजीसी ने विश्विद्यालयों को इस प्रकार के निर्देश दिए हैं. यूजीसी द्वारा इस तरह के निर्देश दिए जाने का मतलब है कि हमारे विश्वविद्यालय प्रणाली की स्वतंत्रता खत्म की जा रही है.We have not made any compulsions on institutions or students. We have issued a program because of suggestions from many students & teachers that they need to commemorate the second anniversary of surgical strike: Union HRD Minister Prakash Javadekar on #UGC circular pic.twitter.com/L4aAWi7Inf
— ANI (@ANI) September 21, 2018
University Grants Commission (UGC) issues circular to vice chancellors of all universities, provides list of activities which maybe undertaken on 29th September following Govt of India's decision to celebrate it as 'Surgical Strike Day'. pic.twitter.com/eJ3PxCRdFY
— ANI (@ANI) September 21, 2018
दरअसल, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देशभर के विश्वविद्यालयों और उच्चतर शिक्षण संस्थानों को निर्देश दिया है कि 29 सितंबर 2018 को ‘सर्जिकल स्ट्राइक डे’ के तौर पर मनाया जाए. सिर्फ इतना ही नहीं यूजीसी ने इस दिन को विशेष रूप से मनाने के लिए सशस्त्र बलों के बलिदान के बारे में पूर्व सैनिकों से डिस्कशन, विशेष परेड, प्रदर्शनियों का आयोजन और सशस्त्र बलों को अपना समर्थन देने के लिए उन्हें ग्रीटिंग कार्ड भेजने जैसे कई कार्यक्रम शामिल करने की बात कही है.
आयोग ने सभी वाइस चांसलर को भेजे गए पत्र में कहा- सभी विश्वविद्यालयों की एनसीसी की इकाइयों को 29 सितंबर 2018 को विशेष परेड का आयोजन करना चाहिए. इसके बाद एनसीसी के कमांडर छात्रों को सरहद की रक्षा के बारे में संबोधित करें. विश्वविद्यालय सशस्त्र बलों के बलिदान के बारे में छात्रों को संवेदनशील करने के लिए पूर्व सैनिकों को शामिल करके एक संवाद सत्र का आयोजन भी कर सकते हैं.
उस पत्र में कहा गया है- ‘इंडिया गेट के पास 29 सितंबर 2018 को एक मल्टीमीडिया प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा. इसी तरह की प्रदर्शनियों का आयोजन राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, देश की कई छावनियों में किया जा सकता है. इन संस्थानों को छात्रों को प्रेरित करना चाहिए. आपको बता दें कि भारत ने 29 सितंबर 2016 को एलओसी के पार आतंकवादियों के 7 अड्डों पर निशाना बनाकर हमले किए थे. सेना ने कहा था कि विशेष बलों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से घुसपैठ की तैयारी में जुटे आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचाते हुए ढेर कर दिया था.