PM मोदी ने IIM संबलपुर को दिया नए कैंपस का तोहफा, कहा-लोकल से वोकल बनना हमारा दायित्व

PM मोदी ने IIM संबलपुर को दिया नए कैंपस का तोहफा.
आईआईएम संबलपुर (IIM Sambalpur) के छात्रों से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) कहा कि संबलपुर बड़ा एजुकेशन हब बनता जा रहा है. आज के स्टार्टअप ही कल के उद्यमी बनेंगे.
- News18Hindi
- Last Updated: January 2, 2021, 12:22 PM IST
नई दिल्ली. ओडिशा के आईआईएम संबलपुर (IIM Sambalpur) को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने स्थायी कैंपस का तोहफा दिया. पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डिजिटल कैंपस की आधारशिला रखी. इस खास मौके पर आईआईएम संबलपुर के छात्रों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि संबलपुर बड़ा एजुकेशन हब बनता जा रहा है. यहां के छात्रों का दायित्व है कि वह लोकल को वोकल में तब्दील करें. उन्होंने कहा, भारत के लिए ये दौर उत्तम कालखंड है. आज के स्टार्टअप ही कल के उद्यमी बनेंगे. पीएम मोदी ने कहा, अधिकतर स्टार्टअप टीयर 2 और टीयर 3 शहरों से आ रहे हैं. फार्मिंग से लेकर स्पेस सेक्टर तक स्टार्टअप की संख्या तेजी से बढ़ रही है.
पीएम मोदी ने कहा, देश के अलग-अलग स्थानों से नए क्षेत्रों में नए तरह के अनुभव लेकर निकल रहे मैनेजमेंट एक्सपर्ट भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. कोरोना महामारी के संकट के बाद इस साल पिछले सालों की तुलना में ज्यादा यूनिकॉर्न दिए हैं. बीते कई दशकों में हमने देखा है कि बाहर बने मल्टी नेशनल बड़ी संख्या में आए और इसी धरती में आगे भी बढ़े. ये दशक और ये सदी भारत में नए-नए मल्टीनेशनल्स के निर्माण का है.
पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि आईआईएम संबलपुर का नया कैंपस ओडिशा को प्रबंधन की दुनिया में नई पहचान दिलाएगा और कहा कि संबलपुर का आईआईएम और इस क्षेत्र में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए खास बात यह होगी की यह पूरी जगह ही एक प्राकृतिक लैब (प्रयोगशाला) की तरह है. उन्होंने यहां के छात्रों से ‘लोकल को ग्लोबल’ बनाने के लिए नए और नवोन्मेषी समाधान सुझाने का आग्रह किया. आईआईएम संबलपुर फ्लिप्ड क्लासरूम के आइडिया को लागू करने वाला पहला आईआईएम है, जहां मूलभूत अवधारणाओं को डिजिटिल तरीके से सिखाया जाता है और उद्योग से लाइव प्रोजेक्ट्स के माध्यम से कक्षा में प्रायोगिक शिक्षा दी जाती है.

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वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस समारोह में ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री प्रतापचंद्र सारंगी भी शामिल हुए. इसमें उद्योग जगत के अग्रणी नेताओं, शिक्षाविदों, छात्रों, पूर्व छात्रों और आईआईएम संबलपुर के शिक्षकों सहित 5000 से अधिक लोग भी डिजिटल माध्यम से जुड़े.
पीएम मोदी ने कहा, देश के अलग-अलग स्थानों से नए क्षेत्रों में नए तरह के अनुभव लेकर निकल रहे मैनेजमेंट एक्सपर्ट भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. कोरोना महामारी के संकट के बाद इस साल पिछले सालों की तुलना में ज्यादा यूनिकॉर्न दिए हैं. बीते कई दशकों में हमने देखा है कि बाहर बने मल्टी नेशनल बड़ी संख्या में आए और इसी धरती में आगे भी बढ़े. ये दशक और ये सदी भारत में नए-नए मल्टीनेशनल्स के निर्माण का है.
Till 2014, there were 13 IIMs in India. Today, there are 20 IIMs. Such a large talent pool can help strengthen the 'Atmanirbhar Bharat' campaign: Prime Minister Narendra Modi https://t.co/p4HCjW90TW pic.twitter.com/1dhny2D2Mr
— ANI (@ANI) January 2, 2021
पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि आईआईएम संबलपुर का नया कैंपस ओडिशा को प्रबंधन की दुनिया में नई पहचान दिलाएगा और कहा कि संबलपुर का आईआईएम और इस क्षेत्र में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए खास बात यह होगी की यह पूरी जगह ही एक प्राकृतिक लैब (प्रयोगशाला) की तरह है. उन्होंने यहां के छात्रों से ‘लोकल को ग्लोबल’ बनाने के लिए नए और नवोन्मेषी समाधान सुझाने का आग्रह किया. आईआईएम संबलपुर फ्लिप्ड क्लासरूम के आइडिया को लागू करने वाला पहला आईआईएम है, जहां मूलभूत अवधारणाओं को डिजिटिल तरीके से सिखाया जाता है और उद्योग से लाइव प्रोजेक्ट्स के माध्यम से कक्षा में प्रायोगिक शिक्षा दी जाती है.
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वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस समारोह में ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री प्रतापचंद्र सारंगी भी शामिल हुए. इसमें उद्योग जगत के अग्रणी नेताओं, शिक्षाविदों, छात्रों, पूर्व छात्रों और आईआईएम संबलपुर के शिक्षकों सहित 5000 से अधिक लोग भी डिजिटल माध्यम से जुड़े.