पुडुचेरी: कांग्रेस को 5वां झटका, फ्लोर टेस्ट से पहले विधायक ने दिया इस्तीफा

चार बार के विधायक रहे कांग्रेस नेता लक्ष्मीनारायणन ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है. (फोटो साभार-ANI)
V Narayanansami floor test: कांग्रेस विधायक के. लक्ष्मीनारायण ने रविवार को अपना इस्तीफा पुडुचेरी विधानसभा स्पीकर को सौंपा.
- News18Hindi
- Last Updated: February 21, 2021, 6:22 PM IST
नई दिल्ली. पुडुचेरी में वी. नारायणसामी (V Narayanansami) की सरकार के बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस (Congress) के लिए हालात मुश्किल होते जा रहे हैं. पार्टी के एक और विधायक ने रविवार को अपना इस्तीफा विधानसभा स्पीकर को सौंप दिया. कांग्रेस की सरकार अपना बहुमत खो चुकी है और राज्यपाल के निर्देशानुसार सोमवार को बहुमत परीक्षण होना है. चार बार के विधायक रहे कांग्रेस नेता लक्ष्मीनारायणन (MLA K Lakshminarayanan) ने अपना इस्तीफा देते हुए कहा कि कांग्रेस में उनकी 'कद्र' नहीं है और जल्द ही वे पार्टी भी छोड़ देंगे. बता दें कि 17 फरवरी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दौरे से पहले पुडुचेरी में उनकी पार्टी के 4 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दिया था, जिसके बाद नारायणसामी की सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे थे. लक्ष्मीनारायणन कांग्रेस के पांचवें विधायक हैं, जिन्होंने इस्तीफा दिया है.
कांग्रेस विधायक लक्ष्मीनारायणन के इस्तीफे के बाद पुडुचेरी के डीएमके विधायक के. वेंकटेशन ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. विधानसभा स्पीकर वीपी सिवाकोलुंधू ने दोनों विधायकों का इस्तीफा प्राप्त करने के बाद कहा, "मुझे दो विधायकों के इस्तीफे प्राप्त हुए हैं. मैंने मुख्यमंत्री और विधानसभा सचिव को इस बारे में बता दिया है. इस्तीफों का निरीक्षण कर रहा हूं." लक्ष्मीनारायणन के इस्तीफा देने के बाद 27 सदस्यों वाली पुडुचेरी विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 13 हो गई है और पार्टी अपना बहुमत खो चुकी है.
लक्ष्मीनारायणन ने एक निजी टेलीविजन चैनल के साथ बातचीत में कहा, "वरिष्ठ नेता होने के बावजूद मुझे मंत्री नहीं बनाया गया. सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी अपना बहुमत खो चुकी है और मौजूदा संकट के लिए मुझे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता." रिपोर्ट्स के मुताबिक एनआर कांग्रेस और बीजेपी ने लक्ष्मीनारायणन से संपर्क किया है. उन्होंने कहा, "अपने समर्थकों से बातचीत के बाद मैं अपनी योजना के बारे में ऐलान करूंगा."
पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्याराजन ने विपक्ष की मांग पर मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी को सोमवार को बहुमत साबित करने को कहा है. विपक्ष का दावा है कि मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी अपना बहुमत खो चुके हैं. अगर पुडुचेरी की मौजूदा कांग्रेस सरकार और विपक्षी पार्टियां सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत जुटाने से चूक जाती हैं तो राज्य में अगले तीन महीनों के लिए राष्ट्रपति शासन लग सकता है. केंद्रशासित प्रदेश में तीन महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं.बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 फरवरी को पुडुचेरी के दौरे पर जाएंगे. बीजेपी की पुडुचेरी इकाई के अध्यक्ष वी. सामीनाथन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एएफटी मिल थिलदल में एक सभा को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री के दूसरे कार्यक्रमों को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है. पिछली बार फरवरी 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुडुचेरी का दौरा किया था, इस दौरान वे औराविले इंटरनेशनल टाउनशिप के स्वर्ण जयंती समारोह कार्यक्रम में शामिल हुए थे.

पुडुचेरी में वी. नारायणसामी की अगुवाई में कांग्रेस नीत सेक्युलर डेमोक्रेटिक अलायंस की सरकार है.
कांग्रेस विधायक लक्ष्मीनारायणन के इस्तीफे के बाद पुडुचेरी के डीएमके विधायक के. वेंकटेशन ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. विधानसभा स्पीकर वीपी सिवाकोलुंधू ने दोनों विधायकों का इस्तीफा प्राप्त करने के बाद कहा, "मुझे दो विधायकों के इस्तीफे प्राप्त हुए हैं. मैंने मुख्यमंत्री और विधानसभा सचिव को इस बारे में बता दिया है. इस्तीफों का निरीक्षण कर रहा हूं." लक्ष्मीनारायणन के इस्तीफा देने के बाद 27 सदस्यों वाली पुडुचेरी विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 13 हो गई है और पार्टी अपना बहुमत खो चुकी है.
लक्ष्मीनारायणन ने एक निजी टेलीविजन चैनल के साथ बातचीत में कहा, "वरिष्ठ नेता होने के बावजूद मुझे मंत्री नहीं बनाया गया. सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी अपना बहुमत खो चुकी है और मौजूदा संकट के लिए मुझे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता." रिपोर्ट्स के मुताबिक एनआर कांग्रेस और बीजेपी ने लक्ष्मीनारायणन से संपर्क किया है. उन्होंने कहा, "अपने समर्थकों से बातचीत के बाद मैं अपनी योजना के बारे में ऐलान करूंगा."
पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्याराजन ने विपक्ष की मांग पर मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी को सोमवार को बहुमत साबित करने को कहा है. विपक्ष का दावा है कि मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी अपना बहुमत खो चुके हैं. अगर पुडुचेरी की मौजूदा कांग्रेस सरकार और विपक्षी पार्टियां सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत जुटाने से चूक जाती हैं तो राज्य में अगले तीन महीनों के लिए राष्ट्रपति शासन लग सकता है. केंद्रशासित प्रदेश में तीन महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं.बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 फरवरी को पुडुचेरी के दौरे पर जाएंगे. बीजेपी की पुडुचेरी इकाई के अध्यक्ष वी. सामीनाथन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एएफटी मिल थिलदल में एक सभा को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री के दूसरे कार्यक्रमों को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है. पिछली बार फरवरी 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुडुचेरी का दौरा किया था, इस दौरान वे औराविले इंटरनेशनल टाउनशिप के स्वर्ण जयंती समारोह कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
पुडुचेरी में वी. नारायणसामी की अगुवाई में कांग्रेस नीत सेक्युलर डेमोक्रेटिक अलायंस की सरकार है.