पुडुचेरी में पीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष को कांग्रेस से निष्कासित किया गया

फरवरी में बहुमत साबित करने में असफल रहने पर कांग्रेस के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी को इस्तीफा देना पड़ा था. (सांकेतिक फोटो)
PCC working president: पुडुचेरी में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एकेडी अरुमुगम को रविवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया.
- भाषा
- Last Updated: March 7, 2021, 11:23 PM IST
पुडुचेरी. पुडुचेरी में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एकेडी अरुमुगम को रविवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. केन्द्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनावों से ठीक कुछ सप्ताह पहले वह विपक्षी एआईएनआरसी में शामिल हो गये. प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष एवी सुब्रमणियन ने एक विज्ञप्ति में कहा कि पार्टी को सूचना मिली थी कि अरुमुगम ‘‘किसी अन्य पार्टी’’ में शामिल होने के लिए प्रयास कर रहे है और इसलिए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया और उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया.
इस बीच यह घोषणा की गई कि अरुमुगम ने एआईएनआरसी संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी (N Rangaswamy) से मुलाकात की और पार्टी में शामिल हो गये. पुडुचेरी की 30 सदस्यीय विधानसभा के लिए छह अप्रैल को चुनाव होंगे. बता दें कि पिछले महीने कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाई थी और विश्वास मत हारने के बाद मुख्यमंत्री नारायणसामी की सरकार गिर गई थी.
इस्तीफा देने के बाद वी. नारायणसामी (V. Narayanasamy) ने स्पीकर के फैसले को गलत बताते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया. दरअसल नारायणसामी ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार, एनआर कांग्रेस और अन्नाद्रमुक ने तीन मनोनीत सदस्यों को वोटिंग के लिए अनुमति देकर कांग्रेस की सरकार गिरा दी. कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया था और कहा था कि चुनावों में जनता उन्हें सबक सिखाएगी.
(Disclaimer: यह खबर सीधे सिंडीकेट फीड से पब्लिश हुई है. इसे News18Hindi टीम ने संपादित नहीं किया है.)
इस बीच यह घोषणा की गई कि अरुमुगम ने एआईएनआरसी संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी (N Rangaswamy) से मुलाकात की और पार्टी में शामिल हो गये. पुडुचेरी की 30 सदस्यीय विधानसभा के लिए छह अप्रैल को चुनाव होंगे. बता दें कि पिछले महीने कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाई थी और विश्वास मत हारने के बाद मुख्यमंत्री नारायणसामी की सरकार गिर गई थी.
इस्तीफा देने के बाद वी. नारायणसामी (V. Narayanasamy) ने स्पीकर के फैसले को गलत बताते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया. दरअसल नारायणसामी ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार, एनआर कांग्रेस और अन्नाद्रमुक ने तीन मनोनीत सदस्यों को वोटिंग के लिए अनुमति देकर कांग्रेस की सरकार गिरा दी. कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया था और कहा था कि चुनावों में जनता उन्हें सबक सिखाएगी.