Pulwama Attack: अमेजन से खरीदा बम बनाने का केमिकल, CRPF के काफिले से कार भिड़ाकर ले ली 40 जवानों की जान

14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सेना के काफिले पर हुआ था आतंकी हमला. (PTI Photo)
Pulwama Attack Anniversary: 14 फरवरी 2019 को जैश ए मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) से जुड़े आतंकी ने विस्फोटकों से लदी कार को सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले से टकरा दिया था. इस भीषण आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
- News18Hindi
- Last Updated: February 14, 2021, 9:53 AM IST
नई दिल्ली. आज पुलवामा हमले (Pulwama Attack Anniversary) की दूसरी बरसी है. 14 फरवरी 2019 को जब लोग वैलेंटाइन डे मना रहे थे उस वक्त करीब साढ़े तीन बजे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 2,500 जवानों को लेकर जा रही 78 बसों के काफिले पर जैश ए मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के आतंकियों ने हमला कर दिया था. जैश के आतंकी ने विस्फोटकों से लदी कार को सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले से टकरा दिया था. भीषण आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले के बाद देश में बहस छिड़ी कि आखिर इतना बारूद आतंकियों के पास आया कहां से था.
इस पूरी घटना की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मार्च 2020 में अपनी रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे किए. रिपोर्ट में बताया गया कि पुलवामा हमले में बम बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए केमिकल ई-कॉमर्स साइट अमेजन से खरीदे गए थे. एनआईए ने इस आतंकी साजिश में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद कई खुलासे किए गए थे.

पुलवामा आतंकी हमले में शामिल श्रीनगर के 19 वर्षीय वैज उल इस्लाम और पुलवामा जिले के हकीरपोरा इलाके के 32 वर्षीय मोहम्मद अब्बास राथेर को मार्च 2020 में पकड़ा गया था. इस्लाम ने बताया था कि हमले के लिए बम (आईईडी) तैयार करने के लिए सभी जरूरी सामान अमेजन से खरीदे गए थे. इसमें केमिकल, तारख् बैटरी और अन्य जरूरी सामान शामिल थे. इस्लाम ने कबूल किया कि उसने आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के कहने पर ही ऑनलाइन शॉपिंग की थी.इसे भी पढ़ें :- बालाकोट एयर स्ट्राइक में मारे गए थे 300 आतंकी, पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक का दावा गलत
एनआईए की ओर से बताया गया कि इस्लाम ने अमेजन से सामन लेने के बाद उसे खुद जैश के आतंकियों को सौंपा था. इस्लाम के साथ गिरफ्तार मोहम्मद अब्बास राथेर ने इस आतंकी हमले में शामिल आत्मघाती बम हमलावर आदिल अहमद डार, समीर अहमद डार और पाकिस्तानी कामरान को अपने घर पर ठहरने में मदद की थी.
इस पूरी घटना की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मार्च 2020 में अपनी रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे किए. रिपोर्ट में बताया गया कि पुलवामा हमले में बम बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए केमिकल ई-कॉमर्स साइट अमेजन से खरीदे गए थे. एनआईए ने इस आतंकी साजिश में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद कई खुलासे किए गए थे.
पुलवामा आतंकी हमले में शामिल श्रीनगर के 19 वर्षीय वैज उल इस्लाम और पुलवामा जिले के हकीरपोरा इलाके के 32 वर्षीय मोहम्मद अब्बास राथेर को मार्च 2020 में पकड़ा गया था. इस्लाम ने बताया था कि हमले के लिए बम (आईईडी) तैयार करने के लिए सभी जरूरी सामान अमेजन से खरीदे गए थे. इसमें केमिकल, तारख् बैटरी और अन्य जरूरी सामान शामिल थे. इस्लाम ने कबूल किया कि उसने आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के कहने पर ही ऑनलाइन शॉपिंग की थी.इसे भी पढ़ें :- बालाकोट एयर स्ट्राइक में मारे गए थे 300 आतंकी, पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक का दावा गलत
एनआईए की ओर से बताया गया कि इस्लाम ने अमेजन से सामन लेने के बाद उसे खुद जैश के आतंकियों को सौंपा था. इस्लाम के साथ गिरफ्तार मोहम्मद अब्बास राथेर ने इस आतंकी हमले में शामिल आत्मघाती बम हमलावर आदिल अहमद डार, समीर अहमद डार और पाकिस्तानी कामरान को अपने घर पर ठहरने में मदद की थी.