चंडीगढ़. अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि मुर्दाबाद के नारे लगाना सही रास्ता नहीं है. हमने किसानों की मदद के लिए कई कदम उठाए हैं और आगे भी उठा रहे हैं. इसमें किसानों को हमारा सहयोग करना चाहिए. सीएम ने किसानों से एक साल के लिए उनका समर्थन करने का आग्रह किया और कहा कि अगर किसानों को नुकसान हुआ तो मैं इसकी भरपाई करूंगा.
सीएम बोले- हमेशा उठाया है किसानों का मुद्दा
सीएम भगवंत मान ने दावा किया कि वह पहले ही किसानों को बातचीत के लिए आमंत्रित कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई किसान मुझसे मिलना चाहता है, तो मुर्दाबाद (नारा लगाना) रास्ता नहीं है. वे कभी भी आ सकते हैं. आइए एक प्रयास करें. आइए पहले हम जल और वायु के संरक्षण के लिए एक प्रयोग करने का प्रयास करें. उन्होंने आगे कहा कि एनआरआई भी धान की सीधी बुवाई में मदद कर रहे हैं. सरकार डीएसआर के लिए 1500 रुपये प्रति एकड़ का बोनस भी दे रही है. मैं किसान संगठनों से पूछना चाहता हूं कि मैं क्या गलत कर रहा हूं? सीएम ने कहा कि एक सांसद के रूप में उन्होंने लोकसभा में किसानों के मुद्दों को उठाया था. अगर किसानों को नुकसान हुआ तो मैं इसकी भरपाई करूंगा.
‘किसान का बेटा हूं, पता हैं उन्हें कहां लूटा जाता है’
सीएम भगवंत मान ने सवाल किया कि हम विशेषज्ञों के परामर्श से सुधार के लिए कुछ कर रहे हैं तो इसमें समस्या कहां है? मैं पहले ही कह चुका हूं कि हम बासमती और मूंग एमएसपी पर खरीदेंगे. मैं एक किसान का बेटा हूं. मुझे पता है कि किसानों को कहां नुकसान होता है, उन्हें कहां लूटा जाता है. उन्होंने कहा कि पानी पर मेरा कोई पेटेंट अधिकार नहीं है कि मैं इसे कॉरपोरेट्स को बेचूंगा. मेरे पास हवा पर कोई पेटेंट अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि कृपया एक साल के लिए मेरा समर्थन करें.
पूछा, पराली के मुद्दे पर किसान चुप क्यों
पराली जलाने के मुद्दे पर किसान निकायों की चुप्पी पर भी सीएम ने सवाल उठाया. उन्होंने पूछा कि क्या किसानों ने पराली जलाने के खिलाफ कोई आवाज उठाई है? गुरदासपुर में पराली की आग की चपेट में आने से दस बच्चे बाल-बाल बच गए. वे बच तो गए लेकिन क्या आप उनके दिमाग पर इस घटना के निशान की कल्पना कर सकते हैं? डेराबस्सी में इसी तरह की आग में दो बच्चों की मौत हो गई। क्या आपने आवाज उठाई?”
गौरतलब है कि सीएम का ये बयान मोहाली में किसानों के धरना प्रदर्शन के बीच आया है. किसान संघ उपज में नुकसान की भरपाई के लिए गेहूं की फसल पर 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा जोन सिस्टम को भंग करने और 10 जून से धान की रोपाई की अनुमति भी मांग रहे हैं. इसी तरह की कई और मांगें हैं. सरकार ने 23 संगठनों के नेताओं को वार्ता के बुलाया है. किसानों ने कहा है कि वार्ता विफल रही तो किसान चंडीगढ़ में पक्का मोर्चा खोलेंगे.
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Tags: Bhagwant Mann, Farmers Protest, Punjab
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