गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर होगा खास आयोजन, अमरिंदर ने केंद्र से मांगा 937 करोड़ का फंड

मुख्यमंत्री ने इस उपलक्ष में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के तहत विभिन्न प्रस्तावित प्रोजेक्टों के लिए प्रधानमंत्री से 937 करोड़ रुपए मंजूर करने की अपील की है.
Punjab Latest news: प्रधानमंत्री को इस संबंधी केंद्र सरकार को भेजे गए ज्ञापन बारे जानकारी देते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार के पास राज्य में गुरु साहिब के जीवन के साथ जुड़े कस्बों और गांवों के ढांचे में सुधार करने की योजना है.
- News18Hindi
- Last Updated: April 8, 2021, 5:53 PM IST
चंडीगढ़. प्रधानमंत्री द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व (Guru Sri Guru Tegh Bahadur Prakash Purab) के समारोहों संबंधी योजनाओं को अंतिम रूप देने के लिए बुलाई गई उच्च स्तरीय राष्ट्रीय समिति की मीटिंग (High-level national committee meeting) में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Chief Minister Captain Amarinder Singh) ने केंद्र सरकार से विभिन्न योजनाओं के लिए 937 करोड़ रुपये की मांग की है.
मीटिंग में उन्होंने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि हमें अपने जीवन में यह ऐतिहासिक प्रकाश पर्व मनाने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि इस पर्व ऐतिहासिक कार्यक्रमों को राष्ट्रीय ही नहीं अपितु वैश्विक स्तर पर भी मनाया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी को हिंद की चादर भी कहा जाता है, वह हमारे देश की धर्मनिरपेक्ष परंपरा के मार्गदर्शक हैं और उनके द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान "सीस दिया पर सिर न दिया" हमारे देश के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. उन्होंने कहा कि वह खुद को भाग्यशाली मानते है कि उन्हें अपने कार्यकाल के दौरान 350वें और श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व समागमों का हिस्सा बनने का मौका मिला. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री को यह भी अपील की कि केंद्र सरकार द्वारा इस मौके पर विशेष यादगार डाक टिकट भी जारी की जानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को यह भी जानकारी दी कि 1 मई के मुख्य समारोह को देश और खासकर पंजाब की कोविड स्थिति को ध्यान में रखते हुए अंतिम रूप दिया जा रहा है.
प्रधानमंत्री को इस संबंधी केंद्र सरकार को भेजे गए ज्ञापन बारे जानकारी देते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार के पास राज्य में गुरु साहिब के जीवन के साथ जुड़े कस्बों और गांवों के ढांचे में सुधार करने की योजना है. अमृतसर के अलावा श्री आनंदपुर साहिब और बाबा बकाला भी इस संबंध में काफी महत्व रखते हैं और इसके अलावा राज्य में गुरु साहिब के चरण स्पर्श प्राप्त 78 गांव हैं. श्री आनंदपुर साहिब, अमृतसर और बाबा बकाला में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए प्रोजेक्टों के अलावा गुरु साहिब के चरण स्पर्श प्राप्त राज्य के 78 गांवों में छप्परों और परंपरागत जल स्रोतों की हालत में सुधार करना राज्य सरकार की योजना का हिस्सा है.
मीटिंग में उन्होंने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि हमें अपने जीवन में यह ऐतिहासिक प्रकाश पर्व मनाने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि इस पर्व ऐतिहासिक कार्यक्रमों को राष्ट्रीय ही नहीं अपितु वैश्विक स्तर पर भी मनाया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी को हिंद की चादर भी कहा जाता है, वह हमारे देश की धर्मनिरपेक्ष परंपरा के मार्गदर्शक हैं और उनके द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान "सीस दिया पर सिर न दिया" हमारे देश के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. उन्होंने कहा कि वह खुद को भाग्यशाली मानते है कि उन्हें अपने कार्यकाल के दौरान 350वें और श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व समागमों का हिस्सा बनने का मौका मिला. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री को यह भी अपील की कि केंद्र सरकार द्वारा इस मौके पर विशेष यादगार डाक टिकट भी जारी की जानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को यह भी जानकारी दी कि 1 मई के मुख्य समारोह को देश और खासकर पंजाब की कोविड स्थिति को ध्यान में रखते हुए अंतिम रूप दिया जा रहा है.