नई दिल्ली/अंबाला. वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी तनातनी के बीच गुरुवार को फ्रांस की दसॉल्ट कंपनी द्वारा निर्मित राफेल विमान औपचारिक तौर पर भारतीय वायुसेना का हिस्सा बन गए. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फ्रांस में उनकी समकक्ष फ्लोरेंस पार्ली, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया समेत कई लोग मौजूद रहे. कार्यक्रम में हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज भी शामिल थे. हरियाणा स्थित अंबाला में वायुसेना के एयरबेस पर गुरुवार को सुबह 10 बजे के करीब राफेल के लिए सर्वधर्म पूजा हुई. इसके बाद राफेल, सुखोई, तेजस लड़ाकू विमानों और सारंग हेलीकॉप्टर ने करतब दिखाए.
पांच राफेल विमानों का पहला जत्था 29 जुलाई को भारत पहुंचा था. इससे करीब चार साल पहले भारत ने फ्रांस के साथ 59,000 करोड़ रुपये की लागत से ऐसे 36 विमानों की खरीद के लिए अंतर सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. फ्रांस की एरोस्पेस क्षेत्र की दिग्गज कंपनी दसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित बहु भूमिका वाले राफेल विमानों को हवाई श्रेष्ठता और सटीक निशानों के लिए जाना जाता है. भारतीय वायु सेना के 17वें स्क्वाड्रन में राफेल विमानों को शामिल किए जाने के इस समारोह में पारंपरिक ‘सर्व धर्म पूजा’, पानी की बौछारों से विमानों को सलामी देने के साथ ही विमान द्वारा कई दिल थाम देने वाले करतब दिखाए गए. भारतीय वायु सेना ने एक ट्वीट कर इस नए विमान का अपने शस्त्रागार में स्वागत किया.
.
Tags: Ambala news, France, Rafale deal, Rajnath Singh