लोकसभा में हंगामे के बीच कांग्रेस सांसदों ने सदन में उड़ाए कागज के राफेल

राफेल पर चर्चा करते वित्तमंत्री अरुण जेटली.
राहुल गांधी के हमले के बाद जब वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस बहस पर अपना पक्ष रखाना चाहा तो कांग्रेस के नेताओं ने उन्हें बोलने तक नहीं दिया.
- News18Hindi
- Last Updated: January 2, 2019, 3:32 PM IST
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को लोकसभा में राफेल पर चर्चा हुई, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी के हमले के बाद जब वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस बहस पर अपना पक्ष रखाना चाहा तो कांग्रेस के नेताओं ने उन्हें बोलने तक नहीं दिया. सदन में सांसद कागज की प्लेन बनाकर उड़ा रहे थे. इस पर सुमित्रा महाजन ने कहा, आप बच्चे हैं क्या जो ये कर रहे हैं. इस पर जेटली ने चुटकी लेते हुए कहा कि आपके कहने के बाद भी ये लोग प्लेन उड़ा रहे हैं. शायद ये ऐसा बोफोर्स की याद में कर रहे हैं.
जेटली ने जेम्स बॉन्ड फिल्म का जिक्र करते हुए कहा, अगर कोई चीज एकबार होती है तो यह सामान्य है. दो बार कोई चीज होती है तो वह संयोग हो सकता है. लेकिन अगर कोई चीज तीन बार होती है तो यह षड्यंत्र है. कांग्रेस अपने डील में बार-बार ऐसा करती है. अरुण जेटली ने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान हमारी सेना ने राफेल की मांग की थी. 2007 में जब राफेल के लिए बिड मंगाई गई तो दो लोगों को फाइनल किया गया. यह उनके कार्यकाल में हुआ. उस वक्त सबसे मिनिमम बिड राफेल की थी. राफेल की एयरक्राफ्ट 2012 में उस वक्त के डिफेंस मिनिस्टर की मेज पर गया. उन्होंने कहा, कांग्रेस डील को टालने के लिए मशहूर है. तब के रक्षा मंत्री को यह बात समझ आई कि सेना इसकी मांग कर रही है.
इसे भी पढ़ें :- कांग्रेस ने जारी किया ऑडियो, पर्रिकर बोले थे- मेरे बेडरूम में हैं राफेल की फाइलें
गौरतलब है कि कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इससे पहले एक ऑडियो क्लिप जारी की. इस कथित ऑडियो में गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत प्रताप सिंह राणे ये दावा कर रहे हैं कि राफेल डील से जुड़ी जानकारियां मनोहर पर्रिकर के पास हैं. इस ऑडियो क्लिप को लेकर काफी हंगामा मच गया है.इसे भी पढ़ें :- राफेल डील को लेकर जो मुझ पर आरोप लगा रहे हैं, वो देश की सेना को कमजोर कर रहे हैं: पीएम मोदी
जेटली ने जेम्स बॉन्ड फिल्म का जिक्र करते हुए कहा, अगर कोई चीज एकबार होती है तो यह सामान्य है. दो बार कोई चीज होती है तो वह संयोग हो सकता है. लेकिन अगर कोई चीज तीन बार होती है तो यह षड्यंत्र है. कांग्रेस अपने डील में बार-बार ऐसा करती है. अरुण जेटली ने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान हमारी सेना ने राफेल की मांग की थी. 2007 में जब राफेल के लिए बिड मंगाई गई तो दो लोगों को फाइनल किया गया. यह उनके कार्यकाल में हुआ. उस वक्त सबसे मिनिमम बिड राफेल की थी. राफेल की एयरक्राफ्ट 2012 में उस वक्त के डिफेंस मिनिस्टर की मेज पर गया. उन्होंने कहा, कांग्रेस डील को टालने के लिए मशहूर है. तब के रक्षा मंत्री को यह बात समझ आई कि सेना इसकी मांग कर रही है.
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गौरतलब है कि कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इससे पहले एक ऑडियो क्लिप जारी की. इस कथित ऑडियो में गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत प्रताप सिंह राणे ये दावा कर रहे हैं कि राफेल डील से जुड़ी जानकारियां मनोहर पर्रिकर के पास हैं. इस ऑडियो क्लिप को लेकर काफी हंगामा मच गया है.इसे भी पढ़ें :- राफेल डील को लेकर जो मुझ पर आरोप लगा रहे हैं, वो देश की सेना को कमजोर कर रहे हैं: पीएम मोदी