असम में राजनाथ सिंह का चुनावी आगाज, आतंकवाद और उग्रवाद पर कही बड़ी बात

राजनाथ सिंह ने चाय बागान के श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी दर में और बढ़ोतरी करने का वादा किया.
Assam Assembly Elections 2021: राजनाथ सिंह ने कहा कि त्रिपुरा में भी भाजपा सरकार पड़ोसी देश से अवैध आव्रजन रोकने के लिए कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा असम और पूर्वोत्तर की गरिमा कायम रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
- भाषा
- Last Updated: March 14, 2021, 10:43 PM IST
असम. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने रविवार को कहा कि असम में आतंकवाद एवं उग्रवाद कम हुआ है जिससे सरकार की विकास गतिविधियों को गति मिली है. यहां एक चुनाव रैली को संबोधित कर रहे राजनाथ सिंह ने कहा कि असम में शांति लौटी है और राज्य में गत पांच साल के भाजपा शासन के दौरान दर्जनों उग्रवादी संगठनों ने हथियार डाले हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘जब मुझसे विश्वनाथ आने को कहा गया तो वर्ष 2014 में हुई आदिवासियों के नरसंहार की घटना मेरे दिमाग में आई, लेकिन अब हालात सुधर गए हैं. इलाके में शांति बहाल होने से बेहतर और कोई खबर नहीं हो सकती.’’
आदिवासियों की हत्या की घटना भी जिक्र
आदिवासियों की हत्या की घटना के समय गृह मंत्री रहे राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में जब कार्यभार संभाला तो केंद्र ने आतंकवाद और उग्रवाद को खत्म करने का बीड़ा उठाया. भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘पिछले पांच वर्षों में कई उग्रवादी संगठनों ने हथियार डाले हैं. असम में स्थिति काफी सुधरी है. राज्य प्रगति के पथ पर है.’’धुबरी से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा सील कर रहे हैं
रक्षा मंत्री ने कहा कि भाजपा नीत सरकार ने भारत-बांग्लादेश सीमा के बड़े हिस्से को सील किया है और नदी सीमा वाले इलाके में इलेक्ट्रानिक निगरानी की व्यवस्था की है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने धुबरी से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा सील की है और जो थोड़ा हिस्सा बिना तारबंदी के रह गया है उसे भी भाजपा के असम की सत्ता में आने के बाद पूरी तरह सील किया जाएगा.’’
राजनाथ सिंह ने कहा कि त्रिपुरा में भी भाजपा सरकार पड़ोसी देश से अवैध आव्रजन रोकने के लिए कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा असम और पूर्वोत्तर की गरिमा कायम रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
कांग्रेस पर किया जमकर प्रहार
कांग्रेस पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘2016 से पहले असम में कांग्रेस की सरकार थी. आप सब बेहतर जानते हैं कि 15 वर्षों के शासनकाल में उन्होंने क्या विकास कार्य किए.’’उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कांग्रेस नेताओं से पूछें कि असम में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने विकास के क्या काम किए.
केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को गिनवाया
सिंह ने सरकार की योजनाओं को गिनाते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस ने इतने वर्षों में विकास के जो काम नहीं किए, उसे राज्य में पिछले पांच वर्षों में मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व में भाजपा के शासन में किया गया है.’’ उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य में विकास पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए लेकिन कोई भी सोनोवाल या उनके किसी मंत्री पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा सकता.
केंद्रीय मंत्री सिंह ने चाय बागान के श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी दर में और बढ़ोतरी करने का वादा किया. हाल में इसे बढ़ाकर प्रतिदिन 217 रुपये कर दिया गया था. कोरोना वायरस संकट से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए सोनोवाल सरकार की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि असम में कोविड-19 की स्थिति काफी अच्छी है.
ये भी पढ़ेंः- बंगाल: ममता बनर्जी की व्हीलचेयर से हुंकार, बोलीं- घायल शेरनी और अधिक खतरनाक

रक्षा मंत्री विश्वनाथ सीट से मौजूदा भाजपा विधायक प्रमोद बोरठाकुर के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे जिनका सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी अंजन बोरा से है. इस सीट पर 27 मार्च को विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान होगा.
उन्होंने कहा, ‘‘जब मुझसे विश्वनाथ आने को कहा गया तो वर्ष 2014 में हुई आदिवासियों के नरसंहार की घटना मेरे दिमाग में आई, लेकिन अब हालात सुधर गए हैं. इलाके में शांति बहाल होने से बेहतर और कोई खबर नहीं हो सकती.’’
आदिवासियों की हत्या की घटना भी जिक्र
आदिवासियों की हत्या की घटना के समय गृह मंत्री रहे राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में जब कार्यभार संभाला तो केंद्र ने आतंकवाद और उग्रवाद को खत्म करने का बीड़ा उठाया. भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘पिछले पांच वर्षों में कई उग्रवादी संगठनों ने हथियार डाले हैं. असम में स्थिति काफी सुधरी है. राज्य प्रगति के पथ पर है.’’धुबरी से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा सील कर रहे हैं
राजनाथ सिंह ने कहा कि त्रिपुरा में भी भाजपा सरकार पड़ोसी देश से अवैध आव्रजन रोकने के लिए कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा असम और पूर्वोत्तर की गरिमा कायम रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
कांग्रेस पर किया जमकर प्रहार
कांग्रेस पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘2016 से पहले असम में कांग्रेस की सरकार थी. आप सब बेहतर जानते हैं कि 15 वर्षों के शासनकाल में उन्होंने क्या विकास कार्य किए.’’उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कांग्रेस नेताओं से पूछें कि असम में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने विकास के क्या काम किए.
केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को गिनवाया
सिंह ने सरकार की योजनाओं को गिनाते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस ने इतने वर्षों में विकास के जो काम नहीं किए, उसे राज्य में पिछले पांच वर्षों में मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व में भाजपा के शासन में किया गया है.’’ उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य में विकास पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए लेकिन कोई भी सोनोवाल या उनके किसी मंत्री पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा सकता.
केंद्रीय मंत्री सिंह ने चाय बागान के श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी दर में और बढ़ोतरी करने का वादा किया. हाल में इसे बढ़ाकर प्रतिदिन 217 रुपये कर दिया गया था. कोरोना वायरस संकट से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए सोनोवाल सरकार की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि असम में कोविड-19 की स्थिति काफी अच्छी है.
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रक्षा मंत्री विश्वनाथ सीट से मौजूदा भाजपा विधायक प्रमोद बोरठाकुर के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे जिनका सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी अंजन बोरा से है. इस सीट पर 27 मार्च को विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान होगा.