पर्यटकों के लिए 31 जनवरी तक बंद रहेगा लाल किला, 26 जनवरी को हुआ था उपद्रव

ट्रैक्टर परेड (Kisan Tractor Parade) के दौरान दिल्ली के लाल किले, आईटीओ और अन्य जगहों पर किसानों ने काफी उग्रता दिखाई थी. (फोटो- ANI)
26 जनवरी को लाल किला परिसर में भड़की हिंसा के बाद एएसआई ने नुकसान का जायजा लेने के लिए गेट बंद रखने का फैसला लिया है. इससे पहले बुधवार को संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने घटना स्थल का दौरा कर एएसआई से घटना की रिपोर्ट मांगी है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 28, 2021, 4:54 PM IST
नयी दिल्ली. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के एक आदेश के मुताबिक लाल किला 27 जनवरी से 31 जनवरी तक आगंतुकों के लिए बंद रहेगा. हालांकि आदेश में इसके पीछे के कारण का उल्लेख नहीं है, लेकिन इसमें छह जनवरी और 18 जनवरी के पुराने आदेशों का उल्लेख किया गया है जिसके तहत प्रतिष्ठित स्मारक को बर्ड फ्लू अलर्ट के कारण 19 जनवरी से 22 जनवरी तक बंद कर दिया गया था.
लाल किला गणतंत्र दिवस समारोह के चलते 22 जनवरी से 26 जनवरी तक बंद था. सूत्रों ने कहा कि 27 जनवरी को इसे आगंतुकों के लिए खोला जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. सूत्रों ने बताया कि 26 जनवरी को लाल किला परिसर में भड़की हिंसा के बाद एएसआई ने नुकसान का जायजा लेने के लिए गेट बंद रखने का फैसला लिया है. इससे पहले बुधवार को संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने घटना स्थल का दौरा कर एएसआई से घटना की रिपोर्ट मांगी है.
मंगलवार को आयोजित किसानों की ट्रैक्टर परेड का लक्ष्य कृषि कानूनों को वापस लेने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग करना था. दिल्ली पुलिस ने राजपथ पर समारोह समाप्त होने के बाद निर्धारित रास्ते से किसानों को परेड निकालने की अनुमति भी दी थी, लेकिन हजारों की संख्या में किसान समय से पहले विभिन्न सीमाओं पर लगे अवरोधकों को तोड़ते हुए दिल्ली में प्रवेश कर गए. कई जगह पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई और पुलिस को लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोलों का सहारा लेना पड़ा.किसानों का एक समूह लाल किला भी पहुंच गया और वहां गुंबद पर तथा किले की प्राचीर के ध्वजारोहण स्तंभ पर धार्मिक झंडे लगा दिए. इस स्तंभ पर केवल राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है.
लाल किला गणतंत्र दिवस समारोह के चलते 22 जनवरी से 26 जनवरी तक बंद था. सूत्रों ने कहा कि 27 जनवरी को इसे आगंतुकों के लिए खोला जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. सूत्रों ने बताया कि 26 जनवरी को लाल किला परिसर में भड़की हिंसा के बाद एएसआई ने नुकसान का जायजा लेने के लिए गेट बंद रखने का फैसला लिया है. इससे पहले बुधवार को संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने घटना स्थल का दौरा कर एएसआई से घटना की रिपोर्ट मांगी है.
मंगलवार को आयोजित किसानों की ट्रैक्टर परेड का लक्ष्य कृषि कानूनों को वापस लेने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग करना था. दिल्ली पुलिस ने राजपथ पर समारोह समाप्त होने के बाद निर्धारित रास्ते से किसानों को परेड निकालने की अनुमति भी दी थी, लेकिन हजारों की संख्या में किसान समय से पहले विभिन्न सीमाओं पर लगे अवरोधकों को तोड़ते हुए दिल्ली में प्रवेश कर गए. कई जगह पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई और पुलिस को लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोलों का सहारा लेना पड़ा.किसानों का एक समूह लाल किला भी पहुंच गया और वहां गुंबद पर तथा किले की प्राचीर के ध्वजारोहण स्तंभ पर धार्मिक झंडे लगा दिए. इस स्तंभ पर केवल राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है.