सुप्रीम कोर्ट बार काउंसिल के अध्यक्ष दुष्यंत दवे ने तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दिया

दुष्यंत दवे की फाइल फोटो.
दवे (Dusyant Dave) ने पत्र में कहा है , 'हालिया घटनाक्रमों के बाद, मुझे लगता है कि मैं आपका अगुवा बने रहने का अधिकार खो चुका हूं. लिहाजा मैं तत्काल प्रभाव से एससीबीए के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं. हमारा कार्यकाल पहले ही खत्म हो चुका है.'
- News18Hindi
- Last Updated: January 15, 2021, 10:25 PM IST
नई दिल्ली. उच्चतम न्यायालय बार काउंसिल (SCBA) के अध्यक्ष दुष्यंत दवे (Dusyant Dave) ने बृहस्पतिवार को यह कहते हुए तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया कि वह इस पद बने रहने का का अधिकार खो चुके हैं. बार काउंसिल के कार्यवाहक सचिव रोहित पांडेय ने वरिष्ठ अधिवक्ता दवे के इस्तीफे की पुष्टि की है.
'हमारा कार्यकाल पहले ही खत्म हो चुका है'
दवे ने संक्षिप्त पत्र में लिखा कि एससीबीए की कार्यकारी समिति में उनका कार्यकाल पहले ही खत्म हो चुका है और 'कुछ वकीलों की चिंताओं' के चलते, निर्धारित समय पर डिजिटल तरीके से चुनाव कराना संभव दिखाई नहीं दे रहा. पत्र में कहा गया है , 'हालिया घटनाक्रमों के बाद, मुझे लगता है कि मैं आपका अगुवा बने रहने का अधिकार खो चुका हूं. लिहाजा मैं तत्काल प्रभाव से एससीबीए के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं. हमारा कार्यकाल पहले ही खत्म हो चुका है.'
'मेरा अध्यक्ष बने रहना नैतिक रूप से गलत होगा'
दवे ने कहा, 'हमने नये निकाय के चुनाव के लिये डिजिटल माध्यम से चुनाव कराने का ईमानदारी से फैसला लिया था. लेकिन मुझे लगता है कि आप में से कुछ की आपत्तियों के चलते, चुनाव समिति द्वारा निर्धारित समय पर चुनाव कराना संभव नहीं है. मैं उनकी स्थिति को समझता हूं और इस पर कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन इन हालात में मेरा अध्यक्ष बने रहना नैतिक रूप से गलत होगा.' दवे ने एससीबीए के सभी सदस्यों के प्रति आभार भी व्यक्त किया.
'हमारा कार्यकाल पहले ही खत्म हो चुका है'
दवे ने संक्षिप्त पत्र में लिखा कि एससीबीए की कार्यकारी समिति में उनका कार्यकाल पहले ही खत्म हो चुका है और 'कुछ वकीलों की चिंताओं' के चलते, निर्धारित समय पर डिजिटल तरीके से चुनाव कराना संभव दिखाई नहीं दे रहा. पत्र में कहा गया है , 'हालिया घटनाक्रमों के बाद, मुझे लगता है कि मैं आपका अगुवा बने रहने का अधिकार खो चुका हूं. लिहाजा मैं तत्काल प्रभाव से एससीबीए के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं. हमारा कार्यकाल पहले ही खत्म हो चुका है.'
'मेरा अध्यक्ष बने रहना नैतिक रूप से गलत होगा'
दवे ने कहा, 'हमने नये निकाय के चुनाव के लिये डिजिटल माध्यम से चुनाव कराने का ईमानदारी से फैसला लिया था. लेकिन मुझे लगता है कि आप में से कुछ की आपत्तियों के चलते, चुनाव समिति द्वारा निर्धारित समय पर चुनाव कराना संभव नहीं है. मैं उनकी स्थिति को समझता हूं और इस पर कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन इन हालात में मेरा अध्यक्ष बने रहना नैतिक रूप से गलत होगा.' दवे ने एससीबीए के सभी सदस्यों के प्रति आभार भी व्यक्त किया.