क्या नए कोरोना वैरिएंट पर काम करेंगी भारतीय वैक्सीन? जल्द टेस्ट करेंगे वैज्ञानिक

वैज्ञानिक करेंगे कोरोना के नए वैरिएंट पर टेस्ट. (Pic- AP)
Coronavirus in India: भारत में अब तक दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट के 4 केस आ चुके हैं. वहीं ब्राजीलियाई वैरियंट का सिर्फ एक ही केस सामने आया है.
- News18Hindi
- Last Updated: February 18, 2021, 11:50 AM IST
नई दिल्ली. दुनिया में इन दिनों कोरोना वायरस के नए वैरिएंट (Coronavirus Variants) को लेकर दहशत फैली हुई है. ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में पाए गए ये नए कोरोना वैरिएंट अब दुनिया भर में फैलने का खतरा है. वहीं भारत में कोरोना वायरस (Covid 19) के खिलाफ दो वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है. यह कोविशील्ड और कोवैक्सिन हैं. इनका तेजी से टीकाकरण चल रहा है. इस बीच भारतीय वैज्ञानिकों ने जानकारी दी है कि इन दोनों भारतीय वैक्सीन (Corona Vaccine) का टेस्ट कोरोना के नए वैरिएंट पर भी किया जाएगा. इस दौरान इन वैरिएंट पर इन वैक्सीन का प्रभावीकरण देखा जाएगा.
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने मंगलवार को घोषणा की है कि पुणे का नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाइरोलॉजी दक्षिण अफ्रीकी कोरोना वैरिएंट को लेकर लैब में टेस्ट कर रहा है. साथ ही ब्राजील के वैरिएंट को लेकर यह इंस्टीट्यूट पहले ही शोध शुरू कर चुका है.
आईसीएमआर के एपिडिमियोलॉजी एंड कम्यूनिकेबल डिसीज डिविजन के प्रमुख डॉ. समीरन पांडा ने जानकारी दी है कि भारत में जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, उनके सैंपल लेकर जांच की जाएगी कि क्या उससे नए वैरिएंट पर काबू पाया जा सकता है या नहीं.
बता दें कि दक्षिण अफ्रीकी कोरोना वैरिएंट को 501.V2 और ब्राजीलियाई कोरोना वैरिएंट को P.1 नाम दिया गया है. भारत में अब तक दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट के 4 केस आ चुके हैं. वहीं ब्राजीलियाई वैरियंट का सिर्फ एक ही केस सामने आया है. वहीं देश में कोविड-19 के 12,881 नए मामले सामने आने के साथ ही गुरुवार को संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,09,50,201 हो गए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,06,56,845 पर पहुंच गई.
मंत्रालय के सुबह आठ बजे के आंकड़ों के अनुसार, एक दिन के भीतर संक्रमण से 101 लोगों की मौत होने के बाद, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 1,56,014 पर पहुंच गई.
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने मंगलवार को घोषणा की है कि पुणे का नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाइरोलॉजी दक्षिण अफ्रीकी कोरोना वैरिएंट को लेकर लैब में टेस्ट कर रहा है. साथ ही ब्राजील के वैरिएंट को लेकर यह इंस्टीट्यूट पहले ही शोध शुरू कर चुका है.
आईसीएमआर के एपिडिमियोलॉजी एंड कम्यूनिकेबल डिसीज डिविजन के प्रमुख डॉ. समीरन पांडा ने जानकारी दी है कि भारत में जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, उनके सैंपल लेकर जांच की जाएगी कि क्या उससे नए वैरिएंट पर काबू पाया जा सकता है या नहीं.
बता दें कि दक्षिण अफ्रीकी कोरोना वैरिएंट को 501.V2 और ब्राजीलियाई कोरोना वैरिएंट को P.1 नाम दिया गया है. भारत में अब तक दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट के 4 केस आ चुके हैं. वहीं ब्राजीलियाई वैरियंट का सिर्फ एक ही केस सामने आया है. वहीं देश में कोविड-19 के 12,881 नए मामले सामने आने के साथ ही गुरुवार को संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,09,50,201 हो गए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,06,56,845 पर पहुंच गई.
मंत्रालय के सुबह आठ बजे के आंकड़ों के अनुसार, एक दिन के भीतर संक्रमण से 101 लोगों की मौत होने के बाद, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 1,56,014 पर पहुंच गई.