कोरोना ने फिर पकड़ी रफ्तार! एक महीने में दोगुने हुए मामले; बेंगलुरु ने बढ़ाई चिंता

एक्सपर्ट्स ने कहा कि एक या दो हफ्तों में पता चल जाएगा कि ये दूसरी लहर है या नहीं. (सांकेतिक तस्वीर)
Coronavirus in Karnataka: 11 मार्च को राज्य में 783 मामले मिले, जिनमें से 492 बेंगलुरु (Bengaluru) के थे. 12 मार्च को मरीजों का आंकड़ा 833 था, जबकि बेंगलुरु शहरी इलाके से 526 मरीज मिले.
- News18Hindi
- Last Updated: March 14, 2021, 4:02 PM IST
बेंगलुरु. महाराष्ट्र (Maharashtra) और केरल (Kerala) के बाद अब कर्नाटक (Karnataka) भी कोरोना वायरस (Coronavirus) प्रभावित राज्यों में शामिल होता नजर आ रहा है. राज्य में लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं. बीते एक महीने में राज्य में मरीजों की संख्या दोगुनी से ज्यादा हो गई है. खास बात है कि इनमें ज्यादातर मामले बेंगलुरु के हैं. हालात को देखकर एक्सपर्ट्स वायरस की दूसरी लहर का अनुमान लगा रहे हैं. इधर महाराष्ट्र में सरकार कुछ दिनों में लॉकडाउन (Lockdown) को लेकर बड़ा फैसला कर सकती है.
बीती 13 फरवरी को बेंगलुरु में 258 कोविड मरीज मिले थे. यही आंकड़ा 13 मार्च को दोगुने से ज्यादा हो गया. शहर में 630 नए मामले दर्ज किए गए. एक्सपर्ट्स अनुमान लगा रहे हैं कि यह दूसरी लहर हो सकती है. उन्होंने कहा 'हमने सोचा था कि फरवरी के अंत और मार्च की शुरुआत में दूसरी लहर आने की संभावना है. पूरे भारत और महाराष्ट्र और कर्नाटक में बढ़ते मामले संभवत: इस ओर इशारा कर रहे हैं कि दूसरी लहर उठ रही है.'
प्राइवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर प्रसन्ना एचएम ने कहा 'उदाहरण के लिए कर्नाटक में आंकड़ा बीते महीने 200-300 था. अब मामले लगभग दोगुने हो गए हैं. फ्लू या कोविड-19 के लक्षणों से ग्रस्त मरीजों के मिलने की संख्या बढ़ रही है. हमें ऐसा लगता है कि यह शुरुआत है.' उन्होंने बताया 'यह जानने के लिए कि यह दूसरी लहर है या नहीं, हमने एक या दो हफ्तों का इंतजार करना होगा.'
राज्य के आधे मामले बेंगलुरु मेंडॉक्टर प्रसन्ना ने जानकारी दी 'अब हमारे पास 500-600 मामले हैं. अगर एक या दो हफ्तों में ये दोगुने होकर 1200-1500 पर पहुंच जाते हैं, तो निश्चित ही यह दूसरी लहर होगी.' बीते कुछ दिनों के ट्रैंड से पता चला है कि बेंगलुरु और कर्नाटक में मामले बढ़ रहे हैं. 11 मार्च को राज्य में 783 मामले मिले, जिनमें से 492 बेंगलुरु के थे. 12 मार्च को मरीजों का आंकड़ा 833 था, जबकि बेंगलुरु शहरी इलाके से 526 मरीज मिले. 13 मार्च को राज्य के 921 केस में से 630 बेंगलुरु के थे. इसके अलावा कर्नाटक में यूके स्ट्रेन 30 और दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन के कम से कम 3 मामले मिले हैं.

भीड़ को लेकर सतर्क बेंगलुरु प्रशासन
बढ़ते मामलों को देखते हुए ब्रुहट बेंगलुरु महानगर पालिका ने कार्यक्रमों के दौरान लोगों की संख्या को कम कर दिया है. अगर खुले मैदान में शादी कार्यक्रम है, तो 500 लोग इकट्ठे हो सकते हैं. वहीं, बंद जगहों के लिए यह आंकड़ा 200 है. राजनीतिक या धार्मिक कार्यक्रम में 500 लोग तक शामिल हो सकते हैं. खास बात है कि कोविड नियमों का सख्ती से पालन को सुनिश्चित करने के लिए सड़कों पर मार्शल तैनात किए हैं.
बीती 13 फरवरी को बेंगलुरु में 258 कोविड मरीज मिले थे. यही आंकड़ा 13 मार्च को दोगुने से ज्यादा हो गया. शहर में 630 नए मामले दर्ज किए गए. एक्सपर्ट्स अनुमान लगा रहे हैं कि यह दूसरी लहर हो सकती है. उन्होंने कहा 'हमने सोचा था कि फरवरी के अंत और मार्च की शुरुआत में दूसरी लहर आने की संभावना है. पूरे भारत और महाराष्ट्र और कर्नाटक में बढ़ते मामले संभवत: इस ओर इशारा कर रहे हैं कि दूसरी लहर उठ रही है.'
प्राइवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर प्रसन्ना एचएम ने कहा 'उदाहरण के लिए कर्नाटक में आंकड़ा बीते महीने 200-300 था. अब मामले लगभग दोगुने हो गए हैं. फ्लू या कोविड-19 के लक्षणों से ग्रस्त मरीजों के मिलने की संख्या बढ़ रही है. हमें ऐसा लगता है कि यह शुरुआत है.' उन्होंने बताया 'यह जानने के लिए कि यह दूसरी लहर है या नहीं, हमने एक या दो हफ्तों का इंतजार करना होगा.'
भीड़ को लेकर सतर्क बेंगलुरु प्रशासन
बढ़ते मामलों को देखते हुए ब्रुहट बेंगलुरु महानगर पालिका ने कार्यक्रमों के दौरान लोगों की संख्या को कम कर दिया है. अगर खुले मैदान में शादी कार्यक्रम है, तो 500 लोग इकट्ठे हो सकते हैं. वहीं, बंद जगहों के लिए यह आंकड़ा 200 है. राजनीतिक या धार्मिक कार्यक्रम में 500 लोग तक शामिल हो सकते हैं. खास बात है कि कोविड नियमों का सख्ती से पालन को सुनिश्चित करने के लिए सड़कों पर मार्शल तैनात किए हैं.