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पाकिस्तान में बैठे आतंकियों ने जारी किया 'अल कायदा के नाम से फर्जी वीडियो', कश्मीर और बाबरी का जिक्र

अल-कायदा ने पिछले वीडियो में असम में बदला लेने की बात कही थी. (फोटो: News18 English)

अल-कायदा ने पिछले वीडियो में असम में बदला लेने की बात कही थी. (फोटो: News18 English)

Al-Qaeda's Video: CNN-News18 को शीर्ष खुफिया सूत्रों ने जानकारी दी है कि अल-कायदा, टीआरएफ (TRF) और अन्य समूह पाकिस्तान ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली. भारतीय उपमहाद्वीप में आतंकवादी संगठन अल-कायदा (AQIS) ने एक सप्ताह में दूसरा वीडियो जारी किया है, जिसमें कश्मीर (Kashmir) का जिक्र किया गया है. ‘कश्मीर हमारा है’ नाम के साथ सामने आए इस 18 मिनट लंबे वीडियो में बाबरी मस्जिद विध्वंस (Babri Masjid’s demolition), बच्चों और महिलाओं पर अत्याचार की बात कही गई है. इसके अलावा वीडियो में ‘भारतीय सेना की तरफ दी जा रही यातनाओं’ का भी जिक्र है. आतंकी संगठन का कहना है कि इन कारणों के चलते उसने बंदूकें उठाई हैं.

अल-कायदा ने पिछले वीडियो में असम में बदला लेने की बात कही थी. CNN-News18 को शीर्ष खुफिया सूत्रों ने जानकारी दी है कि अल-कायदा, टीआरएफ और अन्य समूह पाकिस्तान की तरफ से तैयार किए गए हैं और वीडियो की स्क्रिप्ट भी पाकिस्तान में ही लिखी गई है. सूत्रों ने कहा, ‘FATF और दूसरे फोरम्स में परेशानियों का सामना करने के बाद पाकिस्तान इन फर्जी संगठनों का इस्तेमाल कर रहा है.’

पिछले महीने पाकिस्तान मीडिया में तालिबान के हवाले से लिखा था कि उन्हें कश्मीर समेत किसी भी जगह के मुसलमानों के पक्ष में बोलने का हक है. हालांकि, जब न्यूज18 ने तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन से बात की तो उन्होंने कहा कि शब्दों को ‘तोड़ा-मरोड़ा’ गया था. शाहीन ने न्यूज18 को बताया, ‘जैसे भारत अफगान हिंदुओं और सिखों को लेकर यह सोचकर चिंतित है कि उन्हें परेशानी हो रही है. उसी तरह मुसलमान भी कश्मीर को लेकर चिंतित हैं.’

उन्होंने इस बात को दोहराया कि अफगानिस्तान कश्मीर में दखल नहीं देगा. प्रवक्ता ने जानकारी दी कि अन्य देशों में सशस्त्र अभियान चलाने की नीति तालिबान के पास नहीं है.

बीबीसी को वीडियो लिंक के जरिए दिए इंटरव्यू में शाहीन ने कहा था, ‘हम हमारी आवाज उठाएंगे और कहेंगे कि मुसलमान आपके अपने लोग हैं, आपके अपने नागरिक हैं और उन्हें आपके कानूनों के तहत बराबर के अधिकार पाने का हक है.’ शाहीन ने कहा था कि कश्मीर और किसी अन्य देश में रह रहे मुसलमानों के लिए आवाज उठाने का हक समूह को था.

उन्होंने कहा कि वे अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात हैं. खास बात यह है कि उनका बयान ऐसे समय पर आया, जब अल-कायदा ने अल-शहाब के जरिए मुसलमान समुदाय से अफगानिस्तान की आजादी के बाद दूसरी जमीनों को छुड़ाने के लिए कहा था. आतंकी संगठन ने जिहाद की सूची में कश्मीर का नाम भी लक्ष्य के तौर पर शामिल कर लिया था.

Tags: Al-Qaeda, Kashmir, Pakistan

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