नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक (NSA Meet) में चीन-पाकिस्तान की गैरमौजूदगी पर विदेश मंत्रालय (MEA) ने प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि अफगानिस्तान के चिंताजनक हालात पर हुई इस बैठक में चीन और पाकिस्तान दोनों को न्योता दिया गया था. बागची ने कहा कि चीन के प्रतिनिधि किस अन्य बैठक में जाते हैं, हम इस पर कमेंट नहीं कर सकते लेकिन दिल्ली में हुई महत्वपूर्ण बैठक में शामिल न होना बताता है कि वो अफगानिस्तान को लेकर कितने गंभीर हैं.
इससे पहले अफगानिस्तान के मुद्दे पर भारत की मेजबानी में 8 देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक को तालिबान ने भी सकारात्मक बताया है. तालिबान के आधिकारिक प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा है कि वो दिल्ली में हुई बैठक को सकारात्मक घटनाक्रम के रूप में देखते हैं. शाहीन ने उम्मीद जाहिर की है कि इस बैठक से अफगानिस्तान में शांति और स्थायित्व को बल मिलेगा. सीएनएन-न्यूज़18 से बातचीत में शाहीन ने कहा है कि एनएसए स्तर की बैठक के मुख्य बिंदुओं पर अफगानिस्तान सहमत है. अफगानिस्तान में इस वक्त मानवीय त्रासदी रोकने के लिए मदद की जरूरत है.
तालिबान ने भी बैठक से जताई सहमति
शाहीन ने कहा- ‘अगर उन्होंने (राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों) कहा है कि वो अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण, शांति और स्थायित्व के लिए काम करेंगे…तो ये हमारा भी मकसद है. अफगानिस्तान के लोग शांति चाहते हैं क्योंकि बीते वर्षों में उन्होंने काफी कुछ झेला है. इस वक्त, हम चाहते हैं कि आर्थिक प्रोजेक्ट्स दोबारा शुरू किए जाएं और नए प्रोजेक्ट्स की शुरुआत हो. हम ये भी चाहते हैं कि हमारे लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा हों. इसलिए बैठक में जो कुछ कहा गया है कि हम उससे सहमत हैं.’
ईरान, रूस के अलावा मध्य एशिया के पांच देश हुए शामिल
बता दें कि भारत के एनएसए अजित डोभाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में ईरान, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और ताजिकिस्तान के एनएसए ने हिस्सा लिया. बैठक के दौरान सभी देशों ने अफगानिस्तान में बाहरी हस्तक्षेप न किए जाने की बात कही है.
भारत ने दिया अधिक सहयोग और समन्वय पर जोर
अजीत डोभाल ने कहा कि उस देश में हालिया घटनाओं का न केवल अफगान लोगों पर बल्कि क्षेत्र पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है. डोभाल ने कहा कि यह अफगानिस्तान से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए क्षेत्रीय देशों के बीच घनिष्ठ परामर्श, अधिक सहयोग और समन्वय का समय है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Afghanistan, Ajit Doval