राष्ट्रपति भवन में नेताजी की पेंटिंग पर सवाल उठाने वालों को स्मृति ईरानी ने आड़े हाथों लिया

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये विकृत पारिस्थितिक तंत्र की हताशा है कि कुछ लोगों ने राष्ट्रपति कार्यालय को ट्रोल किया है. फाइल फोटो
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) की 125वीं जयंती के मौके पर राष्ट्रपति भवन में पेंटिंग का अनावरण किया.
- News18Hindi
- Last Updated: January 25, 2021, 11:24 PM IST
नई दिल्ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhas Chandra Bose) की 125वीं जयंती के मौके पर राष्ट्रपति भवन में अनावृत पेंटिंग को लेकर सोशल मीडिया पर की जा रही टिप्पणियों पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने ट्वीट कर निशाना साधा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये विकृत पारिस्थितिक तंत्र की हताशा है कि कुछ लोगों ने राष्ट्रपति कार्यालय को ट्रोल किया है. ये लोग नेताजी, राष्ट्रीय चिन्ह और हमारी विरासत को धराशायी करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, "एक प्रतिष्ठित पद्म अवार्डी ने नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की. ये पराक्रम दिवस पर राष्ट्रपति द्वारा अनावरण किया गया एक उल्लेखनीय चित्र था. क्या हम ऐसी व्यक्तिगत हरकतों से ऊपर उठ सकते हैं, जो हमारे राष्ट्रीय नायकों की विरासत को ध्वस्त करती हैं?" दरअसल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर राष्ट्रपति भवन में एक पेंटिंग का अनावरण किया. इस पेंटिंग को राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट गया, जिसमें राष्ट्रपति कोविंद नेताजी के दो पोट्रेट का अनावरण करते हुए दिख रहे हैं.
हालांकि इस तस्वीर पर सोशल मीडिया में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. कुछ लोगों ने कृति में प्रख्यात बंगाली फिल्म कलाकार प्रसेनजीत चटर्जी की छाया देखी तो कुछ ने इसे नेताजी की फोटो कहा. इसी पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर लोगों को आड़े हाथों लिया.
राष्ट्रपति कोविंद के आधिकारिक हैंडल से तस्वीर के ट्वीट किए जाने के बाद बंगाली फिल्म कलाकार प्रोसेनजीत चटर्जी ने ट्वीट कर कहा, "मैं परेश मैती को बधाई देना चाहूंगा, जिसके हमारे राष्ट्र नायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की याद में एक शानदार कलाकृति बनाई. एक कलाकार के तौर पर मैं प्रफुल्लित महसूस कर रहा हूं कि लोगों ने इस कलाकृति में फिल्म गुमनामी में निभाए गए चरित्र की छाया देखी."
उन्होंने कहा, "एक प्रतिष्ठित पद्म अवार्डी ने नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की. ये पराक्रम दिवस पर राष्ट्रपति द्वारा अनावरण किया गया एक उल्लेखनीय चित्र था. क्या हम ऐसी व्यक्तिगत हरकतों से ऊपर उठ सकते हैं, जो हमारे राष्ट्रीय नायकों की विरासत को ध्वस्त करती हैं?" दरअसल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर राष्ट्रपति भवन में एक पेंटिंग का अनावरण किया. इस पेंटिंग को राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट गया, जिसमें राष्ट्रपति कोविंद नेताजी के दो पोट्रेट का अनावरण करते हुए दिख रहे हैं.
हालांकि इस तस्वीर पर सोशल मीडिया में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. कुछ लोगों ने कृति में प्रख्यात बंगाली फिल्म कलाकार प्रसेनजीत चटर्जी की छाया देखी तो कुछ ने इसे नेताजी की फोटो कहा. इसी पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर लोगों को आड़े हाथों लिया.
राष्ट्रपति कोविंद के आधिकारिक हैंडल से तस्वीर के ट्वीट किए जाने के बाद बंगाली फिल्म कलाकार प्रोसेनजीत चटर्जी ने ट्वीट कर कहा, "मैं परेश मैती को बधाई देना चाहूंगा, जिसके हमारे राष्ट्र नायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की याद में एक शानदार कलाकृति बनाई. एक कलाकार के तौर पर मैं प्रफुल्लित महसूस कर रहा हूं कि लोगों ने इस कलाकृति में फिल्म गुमनामी में निभाए गए चरित्र की छाया देखी."