सोनिया गांधी का केंद्र पर वार, कहा-सरकार गरीब किसान व मध्यम वर्ग की कमर तोड़ने में जुटी

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (फाइल फोटो)
सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने कहा, 'आज कच्चे तेल की कीमत 50.96 डॉलर प्रति बैरल है यानी मात्र 23.43 रुपये प्रति लीटर. पर इसके बावजूद डीजल 74.38 रुपये और पेट्रोल 84.20 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है. ये पिछले 73 साल में सबसे अधिक है.'
- News18Hindi
- Last Updated: January 7, 2021, 5:42 PM IST
नई दिल्ली. किसान आंदोलन (Farmers Protest) के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. गुरुवार को गांधी ने बीजेपी सरकार (BJP Government) पर पेट्रोल-डीजल, गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों समेत कई मुद्दों पर घेरा. उन्होंने भाजपा सरकार को गरीब किसान और मध्यम वर्ग की कमर तोड़ने वाला बताया है. इसके अलावा गांधी तमिलनाडु, असम, केरल समेत कई राज्यों के आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भी एक्टिव मोड में हैं. उन्होंने पार्टी के कई बड़े नेताओं को चुनावों का ऑब्जर्वर नियुक्त किया है.
गुरुवार को गांधी के तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, 'एक ओर देश का अन्नदाता पिछले 44 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर अपनी जायज मांगों के समर्थन में डटा हुआ है वहीं देश की निरंकुश, संवेदनहीन और निष्ठुर भाजपा सरकार गरीब किसान व मध्यम वर्ग की कमर तोड़ने में जुटी है.' उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार पर कोरोना काल में खजाना जमा करने के आरोप लगाए हैं.
उन्होंने कहा, 'कोरोना की चौतरफा मार से ध्वस्त अर्थव्यवस्था के बीच मोदी सरकार अपना खजाना भरने के लिए आपदा को अवसर बनाने में लगी है.' लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर उन्होंने कहा, 'आज कच्चे तेल की कीमत 50.96 डॉलर प्रति बैरल है यानी मात्र 23.43 रुपए प्रति लीटर. पर इसके बावजूद डीजल 74.38 रुपये और पेट्रोल 84.20 रुपये प्रति लीटर में बेचा जा रहा है. ये पिछले 73 साल में सबसे अधिक है.'
यह भी पढ़ें: सोनिया गांधी और मायावती को मिले भारत रत्न- हरीश रावत की मांग से BSP हुई नाराजउन्होंने कहा, 'पिछले साढ़े छह सालों में मोदी सरकार ने एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) बढ़ा लगभग 19,00,000 करोड़ रुपये आम जनता से वसूले हैं.' इसके अलावा उन्होंने गैस सिलेंडर को लेकर भी सरकार पर जनता को लूटने के आरोप लगाए. गांधी ने कहा, 'गैस सिलेंडर के दामों में भी भाजपा सरकार ने बेहताशा कीमतें बढ़ा हर घर बजट बिगाड़ा है.'
कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार से एक्साइज ड्यूटी कम करने की मांग की है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा, 'मैं सरकार से अपील करती हूं कि वह पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी की दरें यूपीए शासन के समान करे.' इसके साथ ही उन्होंने सरकार से तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने और किसानों की मांगें पूरी करने की अपील की है.

बुधवार को चुनावी तैयारियों में तैनात किए ऑब्जर्व्स में सोनिया गांधी ने नाराज नेताओं को भी शामिल किया है. कांग्रेस में नाराजगी जता चुके 23 नेताओं को भी व्यवस्था में शामिल किया गया है. इन 23 नेताओं में शामिल वीरप्पा मोइली को महाराष्ट्र के मंत्री नितिन राउत और पूर्व मानव संसाधन मंत्री एम पल्लम राजू के साथ तमिलनाडु पैनल का हिस्सा बनाया है.
गुरुवार को गांधी के तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, 'एक ओर देश का अन्नदाता पिछले 44 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर अपनी जायज मांगों के समर्थन में डटा हुआ है वहीं देश की निरंकुश, संवेदनहीन और निष्ठुर भाजपा सरकार गरीब किसान व मध्यम वर्ग की कमर तोड़ने में जुटी है.' उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार पर कोरोना काल में खजाना जमा करने के आरोप लगाए हैं.
उन्होंने कहा, 'कोरोना की चौतरफा मार से ध्वस्त अर्थव्यवस्था के बीच मोदी सरकार अपना खजाना भरने के लिए आपदा को अवसर बनाने में लगी है.' लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर उन्होंने कहा, 'आज कच्चे तेल की कीमत 50.96 डॉलर प्रति बैरल है यानी मात्र 23.43 रुपए प्रति लीटर. पर इसके बावजूद डीजल 74.38 रुपये और पेट्रोल 84.20 रुपये प्रति लीटर में बेचा जा रहा है. ये पिछले 73 साल में सबसे अधिक है.'
यह भी पढ़ें: सोनिया गांधी और मायावती को मिले भारत रत्न- हरीश रावत की मांग से BSP हुई नाराजउन्होंने कहा, 'पिछले साढ़े छह सालों में मोदी सरकार ने एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) बढ़ा लगभग 19,00,000 करोड़ रुपये आम जनता से वसूले हैं.' इसके अलावा उन्होंने गैस सिलेंडर को लेकर भी सरकार पर जनता को लूटने के आरोप लगाए. गांधी ने कहा, 'गैस सिलेंडर के दामों में भी भाजपा सरकार ने बेहताशा कीमतें बढ़ा हर घर बजट बिगाड़ा है.'
कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार से एक्साइज ड्यूटी कम करने की मांग की है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा, 'मैं सरकार से अपील करती हूं कि वह पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी की दरें यूपीए शासन के समान करे.' इसके साथ ही उन्होंने सरकार से तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने और किसानों की मांगें पूरी करने की अपील की है.
बुधवार को चुनावी तैयारियों में तैनात किए ऑब्जर्व्स में सोनिया गांधी ने नाराज नेताओं को भी शामिल किया है. कांग्रेस में नाराजगी जता चुके 23 नेताओं को भी व्यवस्था में शामिल किया गया है. इन 23 नेताओं में शामिल वीरप्पा मोइली को महाराष्ट्र के मंत्री नितिन राउत और पूर्व मानव संसाधन मंत्री एम पल्लम राजू के साथ तमिलनाडु पैनल का हिस्सा बनाया है.