SPG बिल राज्यसभा में पास: गृह मंत्री अमित शाह बोले- गांधी परिवार को ध्यान में रखकर नहीं लाए विधेयक
News18Hindi Updated: December 3, 2019, 4:35 PM IST

अमित शाह ने पूछा- एसपीजी के लिए यह हंगामा क्यों ?
राज्यसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के बाद जवाब दे रहे गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सुरक्षा ‘स्टेटस सिंबल’ नहीं हो सकता, एसपीजी के लिए यह हंगामा क्यों ?
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- Last Updated: December 3, 2019, 4:35 PM IST
नई दिल्ली. राज्यसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार को राज्यसभा में विशेष संरक्षण ग्रुप (संशोधन) विधेयक, 2019 पास हो गया. इससे पहले 27 नवंबर यह विधेयक लोकसभा में पारित हुआ. इसके बाद कांग्रेस ने सदन से वाकआउट कर दिया. कांग्रेस ने कहा कि वह गृहमंत्री अमित शाह ने जवाब से संतुष्ट नहीं हैं.
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने गृह राज्यमंत्री जी.किशन रेड्डी की ओर से पेश किए गए एसपीजी संशोधन विधेयक पर जवाब दिया. गृहमंत्री ने कहा कि स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप ऐक्ट सिर्फ पीएम के व्यक्तिगत सुरक्षा की चिंता नहीं करता अन्य पहलुओं पर भी सुरक्षा करता है, जैसे पत्राचार वगैरह शामिल है. शाह ने कहा कि थ्रेट का सवाल है सिर्फ गांधी परिवार नहीं बल्कि 130 करोड़ लोगों के सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है, एसपीजी की जिद क्यों की जा रही है.
सुरक्षा जेड प्लस कर दी गई है विद एंबुलेंस- शाह
उन्होंने कहा कि 'एसपीजी सीआरपीएफ, बीएसएफ व अन्य अर्धसैनिक बलों के जवानों की है, इन तीनों गांधी परिवार के लोगों जो सीआरपीएफ कवर दिया गया है उसमें एसपीजी में काम कर चुके लोग ही हैं. शाह ने कहा कि ऐसेसमेंट के आधार पर इस परिवार की सुरक्षा सिर्फ बदली गई है, नए बिल से सिर्फ मोदी जी को नुकसान होगा क्योंकि पीएम के लिए है. उन्होंने कहा कि हम गांधी परिवार को ध्यान में रखकर बिल नहीं लाए.'शाह ने कहा कि 'एक दो सदस्यों ने कहा कि बिल को एक दो परिवार को ध्यान में रखकर बनाया गया है. जो पुराना कानून था उसी के मुताबिक गांधी परिवार के सुरक्षा सी समीक्षा कर हटा ली गई है. ये पांचवां परिवर्तन है उनकी सुरक्षा जेड प्लस कर दी गई है विद एंबुलेंस, लेकिन उससे पहले चारों बार जो परिवर्तन किए गए थे वो एक परिवार को ध्यान में रखकर किए गए थे.'
हम परिवार का नहीं परिवारवाद के विरोधी- अमित शाह
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कोई हायतौबा नहीं की, लेकिन ऐसा गुस्सा नहीं था. हम परिवार का नहीं परिवारवाद का विरोध कर रहे हैं. जितने ही जवान पहले थे उतने ही उनके पास हैं. रक्षा मंत्री, गृहमंत्री, उपराष्ट्रपति के पास भी ऐसी ही व्यवस्था है, हमने पहले जेड प्लस सुरक्षा दी है.हम इशारे पर थ्रेट एसेसमेंट नहीं करते बल्कि जो नीचे से आता है वो करते हैं, पीएम मोदी को सिर्फ पांच साल तक ही पद से हटने के बाद एसपीजी कवर मिलेगा. इसके बाद अमित शाह के केरल में राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या का जिक्र जैसे ही किया राज्यसभा में हंगामा होने लगा जिसके बाद राज्यसभा उपसभापति हरिवंश ने कहा कि कुछ रिकार्ड में नहीं जाएगा.
जीवीएल नरसिंह राव ने दिया विवादित बयान
इससे पहले बिल पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद ने जीवीएल नरसिंह राव ने कहा कि - आखिर गांधी परिवार को खतरा किससे है पहले यह बताएं. क्या आप को खतरा उन कांग्रेसी समर्थकों से है जो बिना बुलाए आपके घर आ जाते हैं. इंदिरा गांधी की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन यह हत्या एक अतिवादी के द्वारा की गई.'
जीवीएल के बयान पर पूरा कांग्रेस खड़ा हो गया और कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इस पर खुद गृह मंत्री अमित शाह ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि जीवीएल सिर्फ हत्या का कारण बता रहे थे उसका समर्थन नहीं कर रहे थे. उन्होंने तो उल्टा उसको दुर्भाग्यपूर्ण बताया. अमित शाह ने कहा कि मैं खुद मांग करता हूं कि जीवीएल के इस बात को रिकॉर्ड से हटा दें.
यह भी पढ़ें: प्रियंका गांधी की सुरक्षा में चूक के मामले में नया खुलासा
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने गृह राज्यमंत्री जी.किशन रेड्डी की ओर से पेश किए गए एसपीजी संशोधन विधेयक पर जवाब दिया. गृहमंत्री ने कहा कि स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप ऐक्ट सिर्फ पीएम के व्यक्तिगत सुरक्षा की चिंता नहीं करता अन्य पहलुओं पर भी सुरक्षा करता है, जैसे पत्राचार वगैरह शामिल है. शाह ने कहा कि थ्रेट का सवाल है सिर्फ गांधी परिवार नहीं बल्कि 130 करोड़ लोगों के सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है, एसपीजी की जिद क्यों की जा रही है.
सुरक्षा जेड प्लस कर दी गई है विद एंबुलेंस- शाह
उन्होंने कहा कि 'एसपीजी सीआरपीएफ, बीएसएफ व अन्य अर्धसैनिक बलों के जवानों की है, इन तीनों गांधी परिवार के लोगों जो सीआरपीएफ कवर दिया गया है उसमें एसपीजी में काम कर चुके लोग ही हैं. शाह ने कहा कि ऐसेसमेंट के आधार पर इस परिवार की सुरक्षा सिर्फ बदली गई है, नए बिल से सिर्फ मोदी जी को नुकसान होगा क्योंकि पीएम के लिए है. उन्होंने कहा कि हम गांधी परिवार को ध्यान में रखकर बिल नहीं लाए.'शाह ने कहा कि 'एक दो सदस्यों ने कहा कि बिल को एक दो परिवार को ध्यान में रखकर बनाया गया है. जो पुराना कानून था उसी के मुताबिक गांधी परिवार के सुरक्षा सी समीक्षा कर हटा ली गई है. ये पांचवां परिवर्तन है उनकी सुरक्षा जेड प्लस कर दी गई है विद एंबुलेंस, लेकिन उससे पहले चारों बार जो परिवर्तन किए गए थे वो एक परिवार को ध्यान में रखकर किए गए थे.'
हम परिवार का नहीं परिवारवाद के विरोधी- अमित शाह
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कोई हायतौबा नहीं की, लेकिन ऐसा गुस्सा नहीं था. हम परिवार का नहीं परिवारवाद का विरोध कर रहे हैं. जितने ही जवान पहले थे उतने ही उनके पास हैं. रक्षा मंत्री, गृहमंत्री, उपराष्ट्रपति के पास भी ऐसी ही व्यवस्था है, हमने पहले जेड प्लस सुरक्षा दी है.
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जीवीएल नरसिंह राव ने दिया विवादित बयान
इससे पहले बिल पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद ने जीवीएल नरसिंह राव ने कहा कि - आखिर गांधी परिवार को खतरा किससे है पहले यह बताएं. क्या आप को खतरा उन कांग्रेसी समर्थकों से है जो बिना बुलाए आपके घर आ जाते हैं. इंदिरा गांधी की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन यह हत्या एक अतिवादी के द्वारा की गई.'
जीवीएल के बयान पर पूरा कांग्रेस खड़ा हो गया और कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इस पर खुद गृह मंत्री अमित शाह ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि जीवीएल सिर्फ हत्या का कारण बता रहे थे उसका समर्थन नहीं कर रहे थे. उन्होंने तो उल्टा उसको दुर्भाग्यपूर्ण बताया. अमित शाह ने कहा कि मैं खुद मांग करता हूं कि जीवीएल के इस बात को रिकॉर्ड से हटा दें.
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First published: December 3, 2019, 4:23 PM IST
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