खेल मंत्रालय ने दिया योग को स्पोर्ट्स का दर्जा, सालों की चर्चा के बाद लिया गया फैसला

किरेन रिजिजू (फोटो: Twitter/Kiren Rijiju @KirenRijiju)
किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने ट्विट किया 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का योग को खेल बनाने और प्रसिद्धी दिलाने का सपना आज पूरा हो गया है. खेल मंत्रालय ने आधिकारिक रूप से योग को एक खेल के रूप में मान्यता दे दी है.'
- News18Hindi
- Last Updated: December 17, 2020, 6:22 PM IST
नई दिल्ली. भारत सरकार ने योग (Yoga) को लेकर आज बड़ा फैसला सुनाया है. गुरुवार को योग को प्रतियोगी खेल को रूप में मान्यता दे दी गई है. खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने घोषणा की. भारत सरकार दूसरे खेलों की तरह अब योग को भी प्राथमिकता देगी और इसके लिए आर्थिक व्यवस्थाएं भी की जाएंगी. इस मौके पर रिजिजू ने कहा कि योग दुनिया को भारत से दिया हुआ तोहफा है.
आयुष मंत्रालय और युवा एवं खेल मंत्रालय ने औपचारिक तौर पर योग को प्रतियोगी खेल के रूप में मान्यता दे दी है. अब राष्ट्रीय और विश्वविद्यालय के खेल कार्यक्रम खेलो इंडिया (Khelo India) में योग को भी एक स्पोर्ट का दर्जा दिया जाएगा. रिजिजू ने ट्विट किया 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का योग को खेल बनाने और प्रसिद्धी दिलाने का सपना आज पूरा हो गया है. खेल मंत्रालय ने आधिकारिक रूप से योग को एक खेल के रूप में मान्यता दे दी है.'
इसके अलावा केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री शीपद नाइक ने कहा कि योग स्पोर्ट्स की शुरुआत भारतीय योग परंपरा से हुई है. यह सैकड़ों सालों से चली आ रही है. उन्होंने बताया कि यह फैसला क्षेत्र से जुड़े लोगों से 3-4 साल तक विचार विमर्श के बाद लिया गया है. इसके अलावा उन्होंने योग को सेहत के लिए जरूरी बताया है. उन्होंने कहा कि यह सेहत पर अपने प्रभाव की वजह से दुनियाभर में मशहूर है.

फिटनेस को लेकर बढ़ेगी जागरूकता
किरेन रिजिजू ने कहा कि योग को खेल का दर्जा मिलने से फिट इंडिया मूवमेंट को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि हर किसी को रोज आधा घंटा एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए. इस औपचारिक घोषणा के बाद अब सरकार खेल कार्यक्रमों में योग प्रतियोगिता का भी आयोजन करेगी. एक खेल के तौर पर योग के विकास और संरक्षण के लिए तैयार एक नेशनल योगासन स्पोर्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया स्थापित हुई थी. बीते महीने खेल मंत्रालय ने इसे नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन के रूप में मान्यता दी है.
आयुष मंत्रालय और युवा एवं खेल मंत्रालय ने औपचारिक तौर पर योग को प्रतियोगी खेल के रूप में मान्यता दे दी है. अब राष्ट्रीय और विश्वविद्यालय के खेल कार्यक्रम खेलो इंडिया (Khelo India) में योग को भी एक स्पोर्ट का दर्जा दिया जाएगा. रिजिजू ने ट्विट किया 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का योग को खेल बनाने और प्रसिद्धी दिलाने का सपना आज पूरा हो गया है. खेल मंत्रालय ने आधिकारिक रूप से योग को एक खेल के रूप में मान्यता दे दी है.'
Hon'ble PM Shri @NarendraModi Ji’s vision to popularise Yoga and to make Yogasana as sport is fulfilled today. Ministry of Youth Affairs and Sports has officially recognized Yogasana as a competitive sport. As YOGA is India's gift to the world, YOGASANA is gift to Sports World. pic.twitter.com/mmeW101hLu
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) December 17, 2020
इसके अलावा केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री शीपद नाइक ने कहा कि योग स्पोर्ट्स की शुरुआत भारतीय योग परंपरा से हुई है. यह सैकड़ों सालों से चली आ रही है. उन्होंने बताया कि यह फैसला क्षेत्र से जुड़े लोगों से 3-4 साल तक विचार विमर्श के बाद लिया गया है. इसके अलावा उन्होंने योग को सेहत के लिए जरूरी बताया है. उन्होंने कहा कि यह सेहत पर अपने प्रभाव की वजह से दुनियाभर में मशहूर है.
फिटनेस को लेकर बढ़ेगी जागरूकता
किरेन रिजिजू ने कहा कि योग को खेल का दर्जा मिलने से फिट इंडिया मूवमेंट को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि हर किसी को रोज आधा घंटा एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए. इस औपचारिक घोषणा के बाद अब सरकार खेल कार्यक्रमों में योग प्रतियोगिता का भी आयोजन करेगी. एक खेल के तौर पर योग के विकास और संरक्षण के लिए तैयार एक नेशनल योगासन स्पोर्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया स्थापित हुई थी. बीते महीने खेल मंत्रालय ने इसे नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन के रूप में मान्यता दी है.