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IITian ने छोड़ी 28 लाख की नौकरी, फिर लॉन्च किया देश का पहला देशी चिकन ब्रांड, जानें कौन हैं Saikesh Goud

तेलंगाना के आईआईटीयन सैकेश गौड ने बनाया फेमस देशी चिकन ब्रांड.

तेलंगाना के आईआईटीयन सैकेश गौड ने बनाया फेमस देशी चिकन ब्रांड.

Saikesh Goud Success Story: तेलंगाना के आईआईटीयन सैकेश गौड की सक्सेस स्टोरी हर किसी के लिए इंस्पिरेशनल हैं. दरअसल, सैक ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

तेलंगाना के आईआईटीयन सैकेश गौड ने छोड़ी थी 28 लाख की नौकरी
फिर दो दोस्तों के साथ मिलकर बनाया कंट्री चिकन कंपनी
माना जाता है भारत का सबसे प्रीमियम कंट्री चिकन ब्रांड

हैदराबाद. तेलंगाना के आईआईटीयन सैकेश गौड की असल जिंदगी की कहानी किसी इंस्पीरेशन से कम नहीं है. रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने अपनी 28 लाख पैकेज की टेक जॉब को छोड़कर पोल्ट्री उद्योग में कदम रखा. अब वे कंट्री चिकन कंपनी के संस्थापक और सीईओ हैं, जो एक फेमस ब्रांड है जो अपने 5 प्रकार के ऑथेन्टिक नाटू कोडी या कंट्री चिकन के लिए जानी जाती है. माना जाता है कि यह दुनिया का पहला और भारत का सबसे प्रीमियम कंट्री चिकन ब्रांड है. जानकारी के मुताबिक सैकेश गौड ने आईआईटी वाराणसी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी. फिर 28 लाख रुपये के पैकेज में सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल के तौर पर जॉब करने लगे.

एक वेबसाइट के अनुसार 2009 को हेमाम्बर रेड्डी नाम के एक शख्स को मुर्गों को पालने की इच्छा हुई. उन्होंने फिर इसके बारे में जानकारी हासिल की. पता लगाया कि मीट उद्योग कैसे काम करता है. इस बीच उनकी मुलाकात सैकेश और मो. सामी उद्दीन से हुई. फिर तीनों ने मिलकर कंट्री चिकन कंपनी की स्थापना की.

लोगों ने उड़ाया मजाक, फिर भी नहीं मानी हार

रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआत में लोगों ने तीनों का खूब मजाक उड़ाया. इसके बावजूद वे रुके नहीं और एक साल के भीतर अपने व्यवसाय को चरम पर ले जाने के लिए कड़ी मेहनत की. सैकेश ने फिर अपने दोस्तों के साथ हैदराबाद में प्रगति नगर और कुकटपल्ली इलाकों में भारत का पहला ऑथेन्टिक देशी चिकन स्टोर खोला. उन्होंने अपने कंट्री चिकन आउटलेट्स में 70 से अधिक लोगों को नौकरी दी. उनकी टीम ने दक्षिणी राज्यों में 15,000 पोल्ट्री किसानों के साथ एक नेटवर्क बनाया. फिर वे अच्छी कीमत देकर किसानों से देशी चिकन खरीदने लगे.

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कंट्री चिकन कंपनी ने मुर्गियों को पौष्टिक आहार खिलाने के लिए किसानों को प्रशिक्षण देना भी शुरू किया. इससे वे अपने प्रोडक्ट की क्वॉलिटी मेनटेन करने में कामयाब रहे. इतना ही नहीं हाल ही उन्हें best-emerging meat brand का खिताब हासिल हुआ है. कंट्री चिकन में ये 5 प्रकार के डिश तैयार किए जाते है. ये है टेंडर तेलंगाना, क्लासिक आंध्र, मैसूर क्वीन, कड़कनाथ, और वारियर-पांडेम कोडी.News18 से बातचीत में सैकेश ने बताया कि एक देसी चिकन पक्षी को विकसित होने में कम से कम 6 महीने लगते हैं. जैविक तरीके और कम खर्च में इनकी ब्रीडिंग की जाती है. अब ब्रांड तीन प्रकार के तेलंगाना कंट्री चिकन बर्ड पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जिसमें वारियर, कड़कनाथ और असिल शामिल हैं.

Tags: Chicken, Telangana

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