सबसे अमीर मुंबई BMC पर गहराया आर्थिक संकट, कांग्रेस ने शिवसेना के सिर फोड़ा ठीकरा

बीएमसी (तस्वीर-मनी कंट्रोल)
BMC Election 2022: साल 2022 में बीएमसी के चुनाव होने हैं. ऐसे में हर पार्षद अपने-अपने क्षेत्र में ज्यादा सक्रिय होकर काम कराना चाहता है. वहीं, अगर मौजूदा आंकड़ों को देखें, तो बीएमसी के पास इस साल 33 हजार करोड़ रुपए का बजट है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 25, 2021, 6:43 PM IST
मुंबई. अगले साल यानि 2022 में बृह्नमुंबई महानगरपालिका (Brihanmumbai Municipal Corporation) मुंबई में चुनाव को लेकर राज्य की सियासय गरमाई है. इसी बीच खबर आई है कि मुंबई बीएमसी आर्थिक तंगी का सामना कर रही है. फिलहाल बीएमसी म्यूनिसिपल बॉन्ड के जरिए इस परेशानी को दूर करने का विचार कर रही है. हालांकि, कांग्रेस (Congress) ने बीएमसी के इस हाल का जिम्मेदार शिवसेना (Shivsena) को बताया है. मेयर किशोरी पेडनेकर ने शनिवार को जानकारी दी कि इसे लेकर आगे की चर्चा सोमवार को की जाएगी.
इस दौरान मेयर पेडनेकर ने कहा है कि किसी भी सही तरीके से पैसे आने पर उसका स्वागत किया जाएगा. उन्होंने बताया कि म्युनिसिपल बॉन्ड पर सोमवार को चर्चा की जानी है. वहीं, मेयर पेडनेकर के मुताबिक, बीएमसी की खराब आर्थिक हालत जीएसटी रिटर्न्स, प्रॉपर्टी टैक्स की वजह से हुई है. साथ ही उन्होंने कोरोना वायरस महामारी को भी मुश्किल हालात का जिम्मेदार बताया है. खास बात है कि बीएमसी को देश की सबसे अमीर महानगर पालिका माना जाता है.
फिलहाल क्या हैं हालातसाल 2022 में बीएमसी के चुनाव होने हैं. ऐसे में हर पार्षद अपने-अपने क्षेत्र में ज्यादा सक्रिय होकर काम कराना चाहता है. वहीं, अगर मौजूदा आंकड़ों को देखें, तो बीएमसी के पास इस साल 33 हजार करोड़ रुपए का बजट है. इसके अलावा बैंक में 60 हजार करोड़ का डिपॉजिट मौजूद है. इधर, कांग्रेस ने भी म्यूनिसिपल बॉन्ड के प्रस्ताव का स्वागत किया है. बीएमसी आर्थिक बॉन्ड मतलब म्युनिसिपल स्टॉक मार्केट शेयर्स होता है. वहीं, पार्टी ने कमजोर आर्थिक स्थिति के आरोप शिवसेना पर लगाए हैं.

खास बात है कि कांग्रेस इस चुनाव के जरिए राज्य में अपना अस्तित्व बनाए रखने की कोशिशों में है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी की सदस्य होने के बावजूद कांग्रेस ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. फिलहाल बीएमसी पर शिवसेना का दबदबा है. साल 2022 में 227 सीटों पर चुनाव होंगे.
इस दौरान मेयर पेडनेकर ने कहा है कि किसी भी सही तरीके से पैसे आने पर उसका स्वागत किया जाएगा. उन्होंने बताया कि म्युनिसिपल बॉन्ड पर सोमवार को चर्चा की जानी है. वहीं, मेयर पेडनेकर के मुताबिक, बीएमसी की खराब आर्थिक हालत जीएसटी रिटर्न्स, प्रॉपर्टी टैक्स की वजह से हुई है. साथ ही उन्होंने कोरोना वायरस महामारी को भी मुश्किल हालात का जिम्मेदार बताया है. खास बात है कि बीएमसी को देश की सबसे अमीर महानगर पालिका माना जाता है.
फिलहाल क्या हैं हालातसाल 2022 में बीएमसी के चुनाव होने हैं. ऐसे में हर पार्षद अपने-अपने क्षेत्र में ज्यादा सक्रिय होकर काम कराना चाहता है. वहीं, अगर मौजूदा आंकड़ों को देखें, तो बीएमसी के पास इस साल 33 हजार करोड़ रुपए का बजट है. इसके अलावा बैंक में 60 हजार करोड़ का डिपॉजिट मौजूद है. इधर, कांग्रेस ने भी म्यूनिसिपल बॉन्ड के प्रस्ताव का स्वागत किया है. बीएमसी आर्थिक बॉन्ड मतलब म्युनिसिपल स्टॉक मार्केट शेयर्स होता है. वहीं, पार्टी ने कमजोर आर्थिक स्थिति के आरोप शिवसेना पर लगाए हैं.
खास बात है कि कांग्रेस इस चुनाव के जरिए राज्य में अपना अस्तित्व बनाए रखने की कोशिशों में है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी की सदस्य होने के बावजूद कांग्रेस ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. फिलहाल बीएमसी पर शिवसेना का दबदबा है. साल 2022 में 227 सीटों पर चुनाव होंगे.