करोड़ों की संपत्ति का मालिक बना ये बंदर, शादी में मिलेगा आलीशान महल

बंदर के लिए बनाया जा रहा है करोड़ों का महल (प्रतीकात्मत तस्वीर)
असम के सिलचर शहर में रहने वाले शुभ्रांशु शेखर नाथ बंदर मिंटू के लिए महल बनवाने की तैयारी कर रहे हैं. ये महल उसकी शादी पर उपहार के रुप में दिया जाएगा.
- News18Hindi
- Last Updated: July 19, 2019, 2:26 PM IST
आपने अक्षय कुमार की फिल्म ‘एंटरटेनमेंट’ तो देखी होगी. इस फिल्म में एक कुत्ते का नाम ‘एंटरटेनमेंट’ होता है और वो करोड़ों रुपये की संपत्ति का मालिक बन जाता है. लेकिन असम में रियल लाइफ में कुछ ऐसा ही हुआ है. यहां एक बंदर करोड़ों की संपत्ति का मालिक बनने जा रहा है. असम के सिलचर में जमींदार मिंटू बाबू का महल बनने की चर्चा तेज है. मिंटू बाबू कोई इंसान नहीं बल्कि एक बंदर है.
मिंटू बाबू के लिए महल बनवाने को लेकर एक शख्स ने अपना पूरी जीवन दांव पर लगा दिया है. दरअसल, सिलचर शहर में रहने वाले शुभ्रांशु शेखर नाथ मिंटू के लिए महल बनवाने की तैयारी कर रहे हैं. इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है. शुभ्रांशु का कहना है कि जब वह विदेश से भारत आए तो उनको इसी बंदर का साथ मिला. इस बंदर ने उन्हें दोबारा कनाडा नहीं जाने दिया.
बंदर ने छुड़ाई विदेश जाने की जिद
दरअसल, कनाडा में शुभ्रांशु शेखर का परिवार रहता है. वह 24 साल पहले इंजीनियर के रूप में कनाडा में काम करते थे. लेकिन जब उनका दिल वहां नहीं लगा तो वह भारत आ गए. यहां सिलचर के स्थायी घर में उनकी मुलाकात बंदर मिंटू बाबू से हुई. मिंटू से मिलने के बाद उनका विदेश जाने का मोह छूट गया. शुभ्रांशु इस बंदर को अपने बेटे और भाई की तरह मानते हैं.
शादी में उपहार के तौर पर दिया जाएगा महल
मिंटू बाबू का जन्म 28 फरवरी 2017 को हुआ था. पिछले दो साल में उनकी जिंदगी बदल गई. शुभ्रांशु शेखर मिंटू को साथ में लेकर कुछ बदलाव करना चाहते हैं. इसके लिए वह मिंटू के लिए एक शानदार महल भी तैयार करा रहे हैं. साथ ही उसकी शादी कराने के लिए एक मैकी नाम की बंदरिया भी ढूंढ ली है. कनाडा से जब शुभ्रांशु शेखर का परिवार भारत आएगा तब इन दोनों की शादी धूमधाम से कराई जाएगी. शादी के बाद मिंटू और मैकी को एक महल उपहार के रूप में दिया जाएगा. इसके बाद जंगल से भटककर शहर में घुस आए बंदरों को महल में लाने का प्रयास किया जाएगा. ताकि वानर बराक घाटी में सुरक्षित रह सकें.
ये भी पढ़ें- इस खूंखार कुत्ते ने ढूंढा था ओसामा-बिन-लादेन को, अब फिदायीन हमलों को करेगा नाकाम
मिंटू बाबू के लिए महल बनवाने को लेकर एक शख्स ने अपना पूरी जीवन दांव पर लगा दिया है. दरअसल, सिलचर शहर में रहने वाले शुभ्रांशु शेखर नाथ मिंटू के लिए महल बनवाने की तैयारी कर रहे हैं. इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है. शुभ्रांशु का कहना है कि जब वह विदेश से भारत आए तो उनको इसी बंदर का साथ मिला. इस बंदर ने उन्हें दोबारा कनाडा नहीं जाने दिया.
बंदर ने छुड़ाई विदेश जाने की जिद
दरअसल, कनाडा में शुभ्रांशु शेखर का परिवार रहता है. वह 24 साल पहले इंजीनियर के रूप में कनाडा में काम करते थे. लेकिन जब उनका दिल वहां नहीं लगा तो वह भारत आ गए. यहां सिलचर के स्थायी घर में उनकी मुलाकात बंदर मिंटू बाबू से हुई. मिंटू से मिलने के बाद उनका विदेश जाने का मोह छूट गया. शुभ्रांशु इस बंदर को अपने बेटे और भाई की तरह मानते हैं.

महल में अन्य बंदरों को भी रखा जाएगा.
शादी में उपहार के तौर पर दिया जाएगा महल
मिंटू बाबू का जन्म 28 फरवरी 2017 को हुआ था. पिछले दो साल में उनकी जिंदगी बदल गई. शुभ्रांशु शेखर मिंटू को साथ में लेकर कुछ बदलाव करना चाहते हैं. इसके लिए वह मिंटू के लिए एक शानदार महल भी तैयार करा रहे हैं. साथ ही उसकी शादी कराने के लिए एक मैकी नाम की बंदरिया भी ढूंढ ली है. कनाडा से जब शुभ्रांशु शेखर का परिवार भारत आएगा तब इन दोनों की शादी धूमधाम से कराई जाएगी. शादी के बाद मिंटू और मैकी को एक महल उपहार के रूप में दिया जाएगा. इसके बाद जंगल से भटककर शहर में घुस आए बंदरों को महल में लाने का प्रयास किया जाएगा. ताकि वानर बराक घाटी में सुरक्षित रह सकें.
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