गुजरातः बाघ दिखने की खबर के बाद वन अधिकारी हुए सतर्क, पता लगाने की कोशिश जारी

प्रतीकात्मक तस्वीर
एक स्थानीय सरकारी स्कूल के टीचर महेश मेहरा ने रविवार को बताया कि महीसागर जिले के बोरिया गांव के पास उन्होंने एक बाघ को सड़क पार करते हुए देखा है.
- News18.com
- Last Updated: February 11, 2019, 9:17 AM IST
गुजरात के महीसागर जिले के लुनावाडा तालुक में एक बाघ को सड़क पार करते हुए देखे जाने के बाद वन विभाग के अधिकारी सतर्क हो गए हैं और इसकी खोज शुरू कर दी है. बता दें कि सोशल मीडिया पर सड़क पार करते हुए बाघ की तस्वीर वायरल हो रही है.
एक स्थानीय सरकारी स्कूल के टीचर महेश मेहरा ने रविवार को बताया कि महीसागर जिले के बोरिया गांव के पास उन्होंने एक बाघ को सड़क पार करते हुए देखा है. घटना 6 फरवरी की है. इसके बाद उन्होंने अपने मोबाइल फोन से इसकी फोटो खींच ली और दोस्तों व सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया.
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बाद में ये फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई जिससे वन विभाग के अधिकारी सतर्क हो गए. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मेहरा की बात पर भरोसा करते हुए वन विभाग ने दौ कैमरे लगा दिए हैं और अन्य भी कई अधिकारियों को तैनात कर दिया है ताकि बाघ की मौजूदगी का पता लगाया जा सके.एक वरिष्ठ वन संरक्षक अधिकारी अक्षय सक्सेना ने कहा, 'बाघ की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और हम यह नहीं कह सकते कि यह फेक यानी झूठी तस्वीर है. हमने दो कैमरे लगा दिए हैं और इनकी संख्या और भी बढ़ा दी जाएगी. चूंकि एक व्यक्ति ने बाघ के देखे जाने का दावा किया है इसलिए पूरे एरिया की छानबीन शुरू कर दी गई है.
आगे उन्होंने कहा, 'हमारा स्टाफ बाघ के पैरों के निशान और मल का पता लगाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि अभी एरिया में बाघ के होने का पता नहीं लगा है. राजस्थान और मध्य प्रदेश यहां से 100 किलोमीटर दूर हैं. यह काफी चौंकाने वाली बात है कि बाघ यहां तक पहुंच गया और किसी को पता नहीं लगा.'
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मेहरा ने कहा कि जब वह स्कूल से लौट रहे थे तब उन्होंने बाघ को देखा था. उन्होंने कहा, '6 फरवरी को शाम के करीब सवा पांच बजे की घटना है. मैं अपनी कार से जा रहा था कि अचानक एक बाघ को सड़के पार करते हुए देखा. मैंने कार रोकी और इसकी फोटो खींच ली. फोटो से स्पष्ट है कि वह बाघ है.'
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के अनुसार देश के अठारह राज्यों में जंगलों में बाघ पाए जाते हैं. इनमें गुजरात शामिल नहीं है. एनटीसीए की वेबसाइट के अनुसार इन राज्यों में राजस्थान और मध्य प्रदेश हैं.
एक स्थानीय सरकारी स्कूल के टीचर महेश मेहरा ने रविवार को बताया कि महीसागर जिले के बोरिया गांव के पास उन्होंने एक बाघ को सड़क पार करते हुए देखा है. घटना 6 फरवरी की है. इसके बाद उन्होंने अपने मोबाइल फोन से इसकी फोटो खींच ली और दोस्तों व सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया.
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आगे उन्होंने कहा, 'हमारा स्टाफ बाघ के पैरों के निशान और मल का पता लगाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि अभी एरिया में बाघ के होने का पता नहीं लगा है. राजस्थान और मध्य प्रदेश यहां से 100 किलोमीटर दूर हैं. यह काफी चौंकाने वाली बात है कि बाघ यहां तक पहुंच गया और किसी को पता नहीं लगा.'
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मेहरा ने कहा कि जब वह स्कूल से लौट रहे थे तब उन्होंने बाघ को देखा था. उन्होंने कहा, '6 फरवरी को शाम के करीब सवा पांच बजे की घटना है. मैं अपनी कार से जा रहा था कि अचानक एक बाघ को सड़के पार करते हुए देखा. मैंने कार रोकी और इसकी फोटो खींच ली. फोटो से स्पष्ट है कि वह बाघ है.'
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के अनुसार देश के अठारह राज्यों में जंगलों में बाघ पाए जाते हैं. इनमें गुजरात शामिल नहीं है. एनटीसीए की वेबसाइट के अनुसार इन राज्यों में राजस्थान और मध्य प्रदेश हैं.
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