शुभेंदु अधिकारी को मिली Z सिक्युरिटी, अमित शाह की मौजूदगी में शनिवार को बीजेपी में होंगे शामिल

शुभेंदु अधिकारी की फाइल फोटो
West Bengal Election News: CM ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले शुभेंदु अधिकारी(Shubhendu Adhikary) ने पूर्वी मिदनापुर जिले के तामलुक उप-मंडल में पार्टी के बैनरों और झंडों के बिना एक रैली का आयोजन किया, जिसमें उनके समर्थक राष्ट्रध्वज थामे नजर आए थे.
- News18Hindi
- Last Updated: December 15, 2020, 2:58 PM IST
कोलकाता. पश्चिम बंगाल (West Bengal) सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के खास रहे शुभेंदु अधिकारी (Shubhendu Adhikary) तृणमूल कांग्रेस (TMC) को अलविदा कह देंगे. आगामी विधानसभा चुनावों के पहले अधिकारी के बागी तेवर पार्टी के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं हैं. हालांकि शुरुआत में कहा जा रहा था कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल नहीं होंगे लेकिन अब इसके भी संकेत मिलने लगे हैं.
अधिकारी को मंगलवार को जेड श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करा दी गई जिसके बाद टीएमसी में हड़कंप मच गया है. वहीं बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि अधिकारी अगले कुछ दिनों में पार्टी में शामिल हो जाएंगे. साथ ही खबर है कि 19 दिसंबर को गृह मंत्री अमित शाह मिदनापुर के दौरे पर हैं जहां उनकी मौजूदगी में बीजेपी में शामिल होंगे.
News18 India के संवाददाता अरुण कुमार सिंह से बात करते हुए बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने कहा, 'शुभेंदु पर फैसला हो गया है. 2 या 4 दिन में पार्टी में आएंगे. सब कुछ बात हो चुकी है.' रॉय ने दावा किया कि ममता बनर्जी कितना भी दौरा कर लें मगर वह और टीएमसी जीतेगी नहीं. रॉय ने कहा कि ममता कितना भी प्रचार करें नतीजा जीरो होगा. ये छूटने की कोशिश है दौरा नहीं है. बता दें ममता मंगलवार को जलपाईगुड़ी के दौरे पर हैं.
एक समय ममता बनर्जी का दाहिना हाथ माने जाने वाले रॉय 2017 में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. टीएमसी में रहने के दौरान उन्होंने भी 2006 के सिंगूर आंदोलन में भाग लिया था. अधिकारी भी इस आंदोलन की अगुआई करने वालों में से एक थे.
अधिकारी का अध्याय बंद- TMC
वहीं टीएमसी ने कहा है कि असंतुष्ट नेता अधिकारी का अध्याय बंद हो चुका है और पार्टी अब उन्हें वापस लाने के लिए कोई प्रयास नहीं करेगी. सूत्रों के अनुसार टीएमसी आलाकमान ने अधिकारी को पार्टी में रहने के लिएओ मनाने तथा उनकी शिकायतें सुनने के लिए आगे कोई पहल नहीं करने का फैसला किया है. हालांकि उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी कुछ कहना चाहते हैं तो वह उनकी बात सुनने के लिए तैयार है.

टीएमसी और अधिकारी के बीच सुलह कराने का काम कर रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा सांसद सौगत राय ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि टीएमसी एक बहुत बड़ी राजनीतिक पार्टी है, जिसके पास ममता बनर्जी जैसा जन नेता है. अगर एक या दो लोग पार्टी छोड़ देते हैं तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
अधिकारी को मंगलवार को जेड श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करा दी गई जिसके बाद टीएमसी में हड़कंप मच गया है. वहीं बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि अधिकारी अगले कुछ दिनों में पार्टी में शामिल हो जाएंगे. साथ ही खबर है कि 19 दिसंबर को गृह मंत्री अमित शाह मिदनापुर के दौरे पर हैं जहां उनकी मौजूदगी में बीजेपी में शामिल होंगे.
News18 India के संवाददाता अरुण कुमार सिंह से बात करते हुए बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने कहा, 'शुभेंदु पर फैसला हो गया है. 2 या 4 दिन में पार्टी में आएंगे. सब कुछ बात हो चुकी है.' रॉय ने दावा किया कि ममता बनर्जी कितना भी दौरा कर लें मगर वह और टीएमसी जीतेगी नहीं. रॉय ने कहा कि ममता कितना भी प्रचार करें नतीजा जीरो होगा. ये छूटने की कोशिश है दौरा नहीं है. बता दें ममता मंगलवार को जलपाईगुड़ी के दौरे पर हैं.
#Aaj_Ka_Muddaशुवेंदु अधिकारी की सुरक्षा बढ़ाए जाने पर TMC में हडकंप.#Bengal #TMC #ShuvenduAdhikari #BJP #Zsecurity #Centre #Rally @arunsingh4775 pic.twitter.com/f1opdK0YK7
— News18 India (@News18India) December 15, 2020
एक समय ममता बनर्जी का दाहिना हाथ माने जाने वाले रॉय 2017 में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. टीएमसी में रहने के दौरान उन्होंने भी 2006 के सिंगूर आंदोलन में भाग लिया था. अधिकारी भी इस आंदोलन की अगुआई करने वालों में से एक थे.
अधिकारी का अध्याय बंद- TMC
वहीं टीएमसी ने कहा है कि असंतुष्ट नेता अधिकारी का अध्याय बंद हो चुका है और पार्टी अब उन्हें वापस लाने के लिए कोई प्रयास नहीं करेगी. सूत्रों के अनुसार टीएमसी आलाकमान ने अधिकारी को पार्टी में रहने के लिएओ मनाने तथा उनकी शिकायतें सुनने के लिए आगे कोई पहल नहीं करने का फैसला किया है. हालांकि उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी कुछ कहना चाहते हैं तो वह उनकी बात सुनने के लिए तैयार है.
टीएमसी और अधिकारी के बीच सुलह कराने का काम कर रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा सांसद सौगत राय ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि टीएमसी एक बहुत बड़ी राजनीतिक पार्टी है, जिसके पास ममता बनर्जी जैसा जन नेता है. अगर एक या दो लोग पार्टी छोड़ देते हैं तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा.