Exclusive: जूम मीटिंग से लेकर इंस्टा लाइव पर हुई तैयारी, टूलकिट केस में निकिता जैकब ने किए गंभीर खुलासे- सूत्र

निकिता जैकब के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने गैर जमानती वारंट जारी किया है.
Toolkit Case: निकिता जैकब और शांतनु मुलुक के खिलाफ पुलिस ने गैर-जमानती वॉरंट जारी किया है. हालांकि, जैकब दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के सामने अपना बयान दर्ज करा चुकी हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने सोशल मीडिया से लेकर जूम मीटिंग तक कई खुलासे किए हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: February 16, 2021, 11:53 AM IST
नई दिल्ली. टूलकिट मामले में निशाने पर आईं वकील और कार्यकर्ता निकिता जैकब (Nikita Jacob) और शांतनु मुलुक (Shantanu Muluk) की याचिका पर बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) में सुनवाई होनी है. जैकब पर किसान आंदोलन (Farmers Protest) को डिजिटल समर्थन देने के लिए टूलकिट तैयार करने का आरोप है. दिल्ली पुलिस ने दोनों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया है. इसके अलावा दोनों पर ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) समेत अंतरराष्ट्रीय कार्यकर्ताओं के साथ जानकारी साझा करने के भी आरोप हैं.
पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, जैकब ने अपने बयान में सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन में समर्थन देने का आह्वान किया था. हालांकि, उन्होंने थनबर्ग को किसी भी तरह की जानकारी देने की बात से इनकार किया है. मामले में आरोपी जैकब ने जो स्टेटमेंट दिल्ली पुलिस को दिया था, उसकी पूरी जानकारी News 18 India के पास है. जानिए निकिता जैकब कैसे टूलकिट मामले से जुड़ीं और कैसे 26 जनवरी के किसान आंदोलन की तैयारियां की गईं.
जैकब की तरफ से पुलिस को ये जानकारियां दी गई हैं
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जैकब ने बताया कि टूलकिट Extinction Rebellio (XR) India ने तैयार की थी. इसका मकसद था अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मामले को पूरी तरह समझाना. वो 21 नंवबर को इस ग्रुप से जुड़ी थीं. 1 या 2 दिसंबर को XR India के लोगों के लिए ई-मेल अकाउंट बनाया गया. ये लोग किसानों के लिए काम कर रहे थे. अगले कुछ दिनों में XR वॉलिंटियर्स ने किसान आंदोलन के पूरे डिटेल की लिस्ट बनाई.सूत्रों के मुताबिक, जैकब ने कबूला कि 6 दिसंबर को XR वॉलिंटियर्स ने वॉट्सऐप ग्रुप (Intl farmer strike) बनाया. निकिता भी उस ग्रुप में थीं. 7 दिसंबर को किसान आंदोलन के लिए मैप बनाया गया. 13 दिसंबर को Kisanekta.co मैप को डाउनलोड किया गया. उन्होंने कहा कि 8 जनवरी 2021 को XR को Kisanekta.co से मैसेज आया कि जॉइन करें और #AskIndiawhy कैंपेन से जुड़ें. 11 जनवरी को Zoom call हुई.
खास बात यह है कि इस जूम कॉल के जरिए ही टीम के सदस्यों को मुद्दे की जानकारी दी गई थी. उन्होंने बताया 17 जनवरी को किसान आंदोलन कि डिटेल XR India और Mycorrhiza movement के साथ अंतरराष्ट्रीय सदस्यों को शांतिपूर्वक तरीके से जॉइन होने को कहा. 18 जनवरी को #AskIndiawhy वेबसाइट तैयार हुई और कैंपेन के सारे डिटेल अपडेट किए गए. उन्होंने बताया कि इस दौरान पूरी दुनिया से XR वॉलिंटियर्स किसान आंदोलन पर नज़र बनाए हुए थे.
यह भी पढ़ें: JNU देशद्रोह केस की 15 मार्च से सुनवाई शुरू, कन्हैया कुमार समेत 9 लोगों को समन जारी
जैकब ने पुलिस को जानकारी दी कि उन्होंने और दूसरे साथियों ने सोशल मीडिया और इंस्टाग्राम पर लाइव होने का प्लान बनाया था. उन्होंने जानकारी दी कि 1 फरवरी को UK environmentalist और Marina के लोग XR India से जुड़े और ट्वीट शुरू हुए. 2 फरवरी को Marina ने ट्वीटस्टॉर्म के डिटेल निकिता से शेयर कर जानकारी मांगी.
उसके बाद निकिता ने यह सारी डिटेल शांतनु से शेयर किए. जैकब ने बताया 3 फरवरी को मरीना ने उन्हें को एडिटिंग के राइटस दिए पर गलती से ऑनरशिप राइट भी दे दिए थे. उन्होंने कहा कि उस समय XR वॉलिंटियर के पार्टनर 'Fridays for Future' ने टूलकिट को ग्रेटा के साथ शेयर किया पर टूलकिट आम लोगों के लिए तैयार नहीं था. क्योंकि तमाम शांतिपूर्वक आंदोलन खत्म हो चुके थे.

दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाए हैं कि जैकब और मुलुक ने 22 साल की कार्यकर्ता दिशा रवि के साथ मिलकर गूगल टूलकिट तैयार की है. दिशा रवि को शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें दिल्ली की एक कोर्ट ने 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है. पुलिस ने दावा किया है कि जैकब और शांतनु के बारे में दिशा रवि ने बेंगलुरु में पूछताछ के दौरान खुलासा किया था.
पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, जैकब ने अपने बयान में सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन में समर्थन देने का आह्वान किया था. हालांकि, उन्होंने थनबर्ग को किसी भी तरह की जानकारी देने की बात से इनकार किया है. मामले में आरोपी जैकब ने जो स्टेटमेंट दिल्ली पुलिस को दिया था, उसकी पूरी जानकारी News 18 India के पास है. जानिए निकिता जैकब कैसे टूलकिट मामले से जुड़ीं और कैसे 26 जनवरी के किसान आंदोलन की तैयारियां की गईं.
जैकब की तरफ से पुलिस को ये जानकारियां दी गई हैं
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जैकब ने बताया कि टूलकिट Extinction Rebellio (XR) India ने तैयार की थी. इसका मकसद था अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मामले को पूरी तरह समझाना. वो 21 नंवबर को इस ग्रुप से जुड़ी थीं. 1 या 2 दिसंबर को XR India के लोगों के लिए ई-मेल अकाउंट बनाया गया. ये लोग किसानों के लिए काम कर रहे थे. अगले कुछ दिनों में XR वॉलिंटियर्स ने किसान आंदोलन के पूरे डिटेल की लिस्ट बनाई.सूत्रों के मुताबिक, जैकब ने कबूला कि 6 दिसंबर को XR वॉलिंटियर्स ने वॉट्सऐप ग्रुप (Intl farmer strike) बनाया. निकिता भी उस ग्रुप में थीं. 7 दिसंबर को किसान आंदोलन के लिए मैप बनाया गया. 13 दिसंबर को Kisanekta.co मैप को डाउनलोड किया गया. उन्होंने कहा कि 8 जनवरी 2021 को XR को Kisanekta.co से मैसेज आया कि जॉइन करें और #AskIndiawhy कैंपेन से जुड़ें. 11 जनवरी को Zoom call हुई.
खास बात यह है कि इस जूम कॉल के जरिए ही टीम के सदस्यों को मुद्दे की जानकारी दी गई थी. उन्होंने बताया 17 जनवरी को किसान आंदोलन कि डिटेल XR India और Mycorrhiza movement के साथ अंतरराष्ट्रीय सदस्यों को शांतिपूर्वक तरीके से जॉइन होने को कहा. 18 जनवरी को #AskIndiawhy वेबसाइट तैयार हुई और कैंपेन के सारे डिटेल अपडेट किए गए. उन्होंने बताया कि इस दौरान पूरी दुनिया से XR वॉलिंटियर्स किसान आंदोलन पर नज़र बनाए हुए थे.
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जैकब ने पुलिस को जानकारी दी कि उन्होंने और दूसरे साथियों ने सोशल मीडिया और इंस्टाग्राम पर लाइव होने का प्लान बनाया था. उन्होंने जानकारी दी कि 1 फरवरी को UK environmentalist और Marina के लोग XR India से जुड़े और ट्वीट शुरू हुए. 2 फरवरी को Marina ने ट्वीटस्टॉर्म के डिटेल निकिता से शेयर कर जानकारी मांगी.
उसके बाद निकिता ने यह सारी डिटेल शांतनु से शेयर किए. जैकब ने बताया 3 फरवरी को मरीना ने उन्हें को एडिटिंग के राइटस दिए पर गलती से ऑनरशिप राइट भी दे दिए थे. उन्होंने कहा कि उस समय XR वॉलिंटियर के पार्टनर 'Fridays for Future' ने टूलकिट को ग्रेटा के साथ शेयर किया पर टूलकिट आम लोगों के लिए तैयार नहीं था. क्योंकि तमाम शांतिपूर्वक आंदोलन खत्म हो चुके थे.
दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाए हैं कि जैकब और मुलुक ने 22 साल की कार्यकर्ता दिशा रवि के साथ मिलकर गूगल टूलकिट तैयार की है. दिशा रवि को शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें दिल्ली की एक कोर्ट ने 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है. पुलिस ने दावा किया है कि जैकब और शांतनु के बारे में दिशा रवि ने बेंगलुरु में पूछताछ के दौरान खुलासा किया था.